संजय राऊत के घर पहुंचे उद्धव ठाकरे, परिजनों को दी हिम्मत बोले- पूरी शिवसेना उनके साथ 

Uddhav Thackeray reached Sanjay Rauts house, gave courage to the family members - Entire Shiv Sena with him
संजय राऊत के घर पहुंचे उद्धव ठाकरे, परिजनों को दी हिम्मत बोले- पूरी शिवसेना उनके साथ 
जताया अभिमान संजय राऊत के घर पहुंचे उद्धव ठाकरे, परिजनों को दी हिम्मत बोले- पूरी शिवसेना उनके साथ 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शिकंजे में फंसने वाले शिवसेना सांसद संजय राऊत को बचाव किया है। उद्धव ने कहा कि मुझे राऊत का अभिमान है। राऊत भी भाजपा के आगे झुक सकते थे, लेकिन उन्होंने झुकना स्वीकार नहीं किया। राऊत शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे के असली शिवसैनिक हैं। जो भाजपा के आगे नहीं झुके है। सोमवार को उद्धव ने राऊत के भांडूप स्थित आवास पर जाकर उनकी माता, पत्नी, बेटियों सहित परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। इस दौरान उद्धव ने राऊत के परिजनों से कहा कि पूरी शिवसेना और मैं आप के साथ हैं। चिंता करने की जरुरत नहीं है। इस दौरान राऊत की मां भावुक हो गई। 

उद्धव ने राऊत की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने दिखा दिया है कि बिना झुके लड़ाई लड़ी जा सकती है। झुकने वाले लोग भाजपा के हमाम में नहाने चले गए हैं। लेकिन जिस दिन पानी खत्म हो जाएगा उस दिन उनकी हैसियत का उन्हें पता चल जाएगा। झुकने वाले लोग शिवसैनिक नहीं हो सकते। 

उद्धव ने कहा कि बालासाहब ने किसी के आगे झुकने की सीख नहीं दी थी। अपने आवास मातोश्री पर मीडिया से बातचीत में उद्धव ने कहा कि राऊत मेरे पुराने मित्र हैं। वह पत्रकार हैं। वह निडर हैं। जो बात उन्हें स्वीकार नहीं है उनके खिलाफ बोलते हैं। राऊत का गुनाह क्या है? अदालत पर हमारा भरोसा है। उद्धव ने कहा कि दूसरे महायुद्ध के समय हिटलर जीत की ओर बढ़ रहा था लेकिन उस समय कार्टूनिस्ट डेविड लो कार्टून बनाते थे जिससे बेहाल हुए हिटलर ने कहा था कि डेविड लो को किसी भी परिस्थिति में मेरे पास बुलाइए। उसी तरह की हालत वर्तमान में भारत में हो गई है। भाजपा के विरोध में बोलने वाले लोग यदि लोभ और डर से उनके पास नहीं आ रहे हैं तो उनको किसी भी तरह से फंसाया जा रहा है। 

अब राजनेताओं से घृणा होने लगी है 

उद्धव ने कहा कि राऊत की गिरफ्तारी का मामला देखकर मुझे केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी का राजनीति छोड़ने वाला बयान याद आ रहा है। मुझे राजनीति नहीं छोड़नी है मगर अब राजनेताओं से घृणा होने लगी है। राऊत की गिरफ्तारी पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के द्वारा टिप्पणी न करने वाले सवाल पर उद्धव ने कहा कि मुझे इस फालतू सवाल का जबाव नहीं देना है। मैं खुद राऊत के घर पर जाकर उनके परिवार से मिला हूं। 

बिना सबूत के कार्रवाई नहीं होती- देवेंद्र फडणवीस

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ईडी ने सबूत के आधार पर ही कार्रवाई की है। अब उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का मामला अदालत में पहुंच गई है। इसलिए मुझे उस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करनी है। 

राऊत की गिरफ्तारी ईश्वर की इच्छा - सुधीर मुनगंटीवार

भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राऊत की गिरफ्तारी ईश्वर की इच्छा थी। व्यक्ति जैसा कर्म करता है, भगवान उसे वैसा फल देता है। राऊत ने महिलाओं का अपमान किया था। 70 संकेड में 70 गालियां देने का रिकॉर्ड बनाया था। मुनगंटीवार ने कहा कि राऊत को मीडिया के सामने हर दिन सुबह 10 बजे बाइट देने का नशा था। वह किसी दिन भोजन करना भूल गए होंगे लेकिन मीडिया के सामने बाइट देना नहीं भूलते थे। 

उद्धव ठाकरे की भी जांच करें- रवि राणा 

अमरावती के बडनेरा सीट से निर्दलीय विधायक रवि राणा ने कहा कि यदि संजय राऊत के सभी घोटालों के तार उद्धव ठाकरे से जुड़ते होंगे तो उनकी भी जांच होनी चाहिए। ईडी को उद्धव के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। राणा ने कहा कि राऊत के बाद अब शिवसेना के पूर्व मंत्री अनिल परब का नंबर है। परब के खिलाफ भी ईडी कार्रवाई करेगी। 

यामिनी, भावना और अडसूल के घर पर जाते उद्धव को नहीं देखा था- केसरकर  

शिवसेना के शिंदे गुट के मुख्य प्रवक्ता दीपक केसरकर ने उद्धव के राऊत के परिवार से मिलने पर कटाक्ष किया है। केसरकर ने कहा कि मुझे खुशी है कि उद्धवजी राऊत के परिजनों से मिले हैं। लेकिन इसके पहले शिवसेना के शिंदे गुट की विधायक यामिनी जाधव के पति तथा मुंबई मनपा के स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष यशवंत जाधव और शिवसेना सांसद भावना गवली और पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल के खिलाफ ईडी की कार्रवाई हुई थी। उस समय उद्धव मुझे किसी के घर पर जाते हुए नजर नहीं आए थे। सभी लोगों ने ईडी की कार्रवाई का सामना खुद ही किया है। केसरकर ने कहा कि ईडी ने राऊत को बचाव के लिए काफी समय दिया था। लेकिन उन्होंने अपने बचाव में ईडी को दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सके थे। इसलिए ईडी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है। केसरकर ने कहा कि राऊत की दो दिन पहले एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी। जिसमें वह एक महिला से ईडी के सामने दिए गए बयान को बदलने के लिए कह रहे थे। शायद सबूत नष्ट करने की संभावना के चलते राऊत के खिलाफ ईडी ने तत्काल कार्रवाई की है। कोई जांच शुरू होने के बाद सबूत को बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

Created On :   1 Aug 2022 8:49 PM IST

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