उद्धव ठाकरे बोले - अग्निपथ योजना का मतलब हायर एंड फायर- इस्तेमाल करो और फेंक दो

Uddhav Thackeray said - Agneepath scheme means higher and fire - use and throw
उद्धव ठाकरे बोले - अग्निपथ योजना का मतलब हायर एंड फायर- इस्तेमाल करो और फेंक दो
केन्द्र पर हमला उद्धव ठाकरे बोले - अग्निपथ योजना का मतलब हायर एंड फायर- इस्तेमाल करो और फेंक दो

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री तथा शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सेना में चार साल के लिए भर्ती वाली अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने अग्निपथ योजना को हायर एंड फायर, इस्तेमाल करो और फेंक दो की नीति करार दिया। उन्होंने कहा कि अनुबंध पर सैनिकों की नियुक्ति खतरनाक है। युवाओं के जीवन और भविष्य से खिलवाड़ किया जाएगा तो वह भड़ेंगे नहीं तो क्या करेंगे? यदि सब कुछ अनुबंध पर करना है तो टेंडर जारी करके मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की नियुक्ति भी अनुबंध पर करनी चाहिए। रविवार को मुख्यमंत्री ने शिवसेना के 56 वें स्थापन दिवस पर पवई स्थि वेस्ट इन होटल में आयोजित समारोह को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी के हृदय में राम हैं। लेकिन हाथ में काम नहीं होगा तो केवल राम-राम कहने का कोई उपयोग नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 साल के बच्चे शिक्षा के बोझ के नीचे दबे होते हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद 21-22 साल में बच्चों पर नौकरी और जीवन को आगे बढ़ाने का बोझ शुरू हो जाता है। इन नौजवानों को युवा अवस्था में सेना में भर्ती होने के लिए मृगजल (मृगतृष्णा) दिखाया जाएगा। उन्हें मृगजल के पीछे दौड़ाया जाएगा। फिर चार साल की सेवा पूरी करने के बाद वह नौजवान क्या करेगा? यह किसी को पता नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 प्रतिशत आरक्षण से कितने अग्निवीरों को फायदा मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के दो करोड़ लोगों को नौकरी देने के वादे क्या हुआ? अब अचानक अग्निपथ योजना की घोषणा की गई है। जिसको अग्निपथ और अग्निवीर नाम दिया गया है। लेकिन अग्निवीर सेना में चार साल तक सेवा पूरी करने के बाद करेंगे क्या? मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ कई राज्यों में हजारों युवा सड़क पर उतरे हैं। उन्हें कौन भड़का रहा है? देश के आधार स्तंभ युवाओं के भविष्य खिलवाड़ किया जाएगा तो वह भड़केंगे नहीं तो क्या करेंगे? युवाओं को भड़कने का अधिकार है। क्योंकि उन्होंने चुनाव में एक विश्वास करके केंद्र में सत्ताधारियों को मतदान किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का एक तरफा फैसला सही नहीं है। देश की जनता ने नोटबंदी के फैसले को पचा लिया था। लेकिन किसानों ने केंद्र सरकार को तीन कृषि काननों को वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावों में जनता से केवल वही वादा करना चाहिए जिसको हम पूरा कर सकें। शिवसेना ने अभी तक जो भी वादा किया। उसको पूरा करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि सत्ता मिलने के बाद यदि सरकार कामकाज नहीं कर पा रही है तो ऐसे सरकार शासन चलाने के लिए नालायक है। 

Created On :   19 Jun 2022 7:58 PM IST

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