उद्धव ठाकरे ने कहा - दिल्ली में महाराष्ट्र के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम हुआ

Uddhav Thackeray said - The work of sprinkling salt on the wounds of Maharashtra was done in Delhi
उद्धव ठाकरे ने कहा - दिल्ली में महाराष्ट्र के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम हुआ
बड़ा निशाना उद्धव ठाकरे ने कहा - दिल्ली में महाराष्ट्र के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम हुआ

डिजिटल डेस्क, मुंबई. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि सीमा विवाद को लेकर दिल्ली में महाराष्ट्र और कर्नाटक के  मुख्यमंत्रियों के बीच हुई बैठक में महाराष्ट्र के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम हुआ है और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस केवल हां में हां मिलकर चले आए हैं। गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार के सरकारी आवास देवगिरी बंगले पर महाविकास आघाड़ी की बैठक हुई। पत्रकारों से बातचीत में उद्धव ने कहा कि बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुई बैठक से महाराष्ट्र को नया क्या हासिल हुआ है? शाह ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक विवाद पैदा न करने को लेकर कोई नया सलाह नहीं दिया है। उद्धव ने सवाल किया कि शाह की सलाह

महाराष्ट्र के लिए स्वीकार करने जैसा है क्या?

उद्धव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मामला प्रलंबित रहते हुए ही कर्नाटक ने बेलगाम को उपराजधानी का दर्जा दिया है। कर्नाटक सरकार बेलगाम में विधानसभा का अधिवेशन आयोजित करती है। ऐसी स्थिति में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक केवल महाराष्ट्र सरकार ही रुके रहे क्या?हर बार कर्नाटक की ओर से सीमा विवाद को भड़काया जाता है।

फर्जी ट्वीट की जानकारी इतनी देरी से क्यों 

उद्धव ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि उनका ट्वीटर हैंडल हैक हुआ है। उन्होंने खुद महाराष्ट्र के खिलाफ ट्वीट नहीं किया है। ट्वीट हैंडल हैक होने की जांच हो सकती है। मगरमुख्यमंत्री बोम्मई को स्पष्टीकरण देने में इतने दिन क्यों लग गए। बीते 20 दिनों से सीमा विवाद मामला भड़का हुआ है। मुख्यमंत्री सचिवालय तत्परता से सफाई दे सकता था। यह स्पष्टीकरण दिल्ली में बैठक बुलाने तक क्यों रुका था?उद्धव ने कहा कि कर्नाटक के बेलगाम में महाराष्ट्र के वाहनों पर पथराव, पुलिस कार्रवाई और मराठी भाषियों की गिरफ्तारी प्रत्यक्ष हुई थी। यह घटनाएं तो ट्वीटर पर नहीं हुई है। 

सीमा विवाद पर हरीश सालवे की नियुक्ति करे सरकार- अजित पवार 

महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार का पक्ष रखने के लिए वरिष्ठ वकील हरीश सालवेकी नियुक्ति की जाए। विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने यह मांग राज्य सरकार से की है। अजित ने इस बारे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की है। जिस पर उपमुख्यमंत्री ने अजित को आश्वासन दिया है कि वे इस बारे में सालवे से बात करेंगे।अजित ने कहा कि मैंने सालवे की नियुक्ति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और पूर्व मुख्यमंत्रीउद्धव ठाकरे से चर्चा की है। कांग्रेस और शिवेसना दोनों दल मेरी इस भूमिका पर सहमत हैं। 

महा आघाड़ी के मोर्चे के लिए अभी तक नहीं मिली पुलिस से अनुमति 

महापुरुषों के अपमान, सीमा विवाद और महंगाई व बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर महाविकास आघाड़ी की ओर से 17 दिसंबर को मुंबई में हल्ला बोल मोर्चा निकाला जाएगा। यह मोर्चा भायखला से आजाद मैदान तक निकालने की तैयारी है। हालांकि अभी तक मुंबई पुलिस ने इसके लिए अनुमति नहीं दी है। 

नागपुर में 19 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानमंडल के शीत सत्र से पहले महाविकास आघाड़ी इस मोर्चा के जरिए अपनी ताकत दिखाना चाहती है। गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार के आवास पर हुई बैठक में मोर्चे की तैयारी को लेकर चर्चा हुई। इस मोर्चा में महाविकास आघाड़ी के घटक दल के अलावा स्वमसेवी संगठन (एनजीओ) भी शामिल होंगे। विपक्ष के नेता अजित ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के मोर्चे के लिए पुलिस से अनुमति मांगी गई है। लेकिन पुलिस प्रशासन की तरफ से अभी मंजूरी प्रदान नहीं की गई है। मगर हमें विश्वास है कि मोर्चे के लिए अनुमति मिल जाएगी। अजित ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले को पद से हटाने, महाराष्ट्र- कर्नाटक सीमा विवाद, महंगाई और बेरोजगारी को लेकर मोर्चा निकाला जाएगा।दूसरी तरफ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पुलिसप्रशासन महाविकास आघाड़ी को मोर्चे के लिए अनुमति देने के बारे में नियमों के अनुसार फैसला लेगा। 
 

Created On :   15 Dec 2022 9:41 PM IST

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