मारपीट के विवाद में भी पीडि़तों को नहीं मिलता न्याय

Victims do not get justice even in the dispute of assault
मारपीट के विवाद में भी पीडि़तों को नहीं मिलता न्याय
मारपीट के विवाद में भी पीडि़तों को नहीं मिलता न्याय

 डिजिटल डेस्क कटनी । बड़वारा थाना अपह्त नाबालिगों का पता लगाने में फेल है तो यहां पर मारपीट जैसे छोटे विवादों में न्याय पाने के लिए लोगों को सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ रहा है। इसके बावजूद पुलिस लोगों की सुनवाई नहीं कर रही है। गंभीर अपराधों की विवेचना लंबित पड़ी है। अब इससे बचने के लिए पुलिस अधिकारी सीएम हेल्पलाइन को जबरदस्ती क्लोज करने में लगे हैं। प्रारंभिक रुप से जहां अन्य थानों में इसी तरह की शिकायतों पर मामला दर्ज हो जाता है। वहीं यहां पर बहाना बनाने का काम आज भी बदस्तूर जारी है। चार मामलों से ही समझा जा सकता है कि अब पुलिस किस तरह से लोगों को न्याय दे रही है।  
नहीं मान रही विवाद 
अमाड़ी में दिसम्बर माह में आरके भार्गव के साथ अशोक ने विवाद किया। शराब के नशे में उसने श्री भार्गव के साथ गाली-गलौच करते हुए अभद्रता की। इसकी शिकायत उसने थाने में दर्ज कराई। इसके बावजूद पुलिस इस मामले को लीपापोती कर दी। पीडि़त ने जब सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस ने कार्यवाही विवरण में तर्क देते हुए कहा कि पीडि़त को न्यायालय जाने की सलाह दी है।  
खेत भी रख दी गिरवी 
बड़वारा थाना के एक गांव में मई माह में नाबालिग अपह्त हो गई। पीडि़त मां ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। साथ ही संदिग्धों के नाम भी बताए। इसके बावजूद पुलिस कार्यवाही के नाम पर ढोल पीटती रही। इसकी शिकायत महिला ने जब पुलिस के उच्चाधिकारियों से की तो फिर नाबालिग की पतासाजी के लिए पुलिस निकली। लेकिन वह खाली हाथ लौट आई। यह मामला पुलिस के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी है। इसके बावजूद सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायतों को कई जगहों पर फोर्स क्लोज कर दिया गया है।  
पत्थर मारना अपराध नहीं 
यह बात पुलिस की वह कार्यवाही ही कह रही है। जिसमें पत्थर फेकने को पुलिस अपराध नहीं मानती। मझगंवा निवासी नारायण सिंह कुशवाहा ने इस आशय की शिकायत थाने में दर्ज कराई कि उसके साथ गांव के ही कुछ लोगों ने मारपीट की है। साथ में पत्थर भी फेंके भी है। शिकायत पर पुलिस ने तो तीन लोगों को आरोपी बनाया। लेकिन कार्यवाही के नाम पर उसे पसीने छूट गए। फरियादी सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत जुलाई में दर्ज कराया तो पुलिस ने यह कहकर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत को बंद कर दिया कि फरियादी ने बढ़ा-चढ़ाकर शिकायत दर्ज कराई है। 
इनका कहना है 
नाबालिग का पता लगाने की कोशिश लगातार की जा रही है। सीएम हेल्पलाइन में जिस शिकायत की बात बताई जा रही है। उसकी जानकारी ली जाएगी।  हरबचन सिंह, थाना प्रभारी बड़वारा

Created On :   27 Jan 2020 9:29 AM GMT

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