सतर्कता: सर्विलांस पर विदेश आने-जाने वाले यात्री, कोरोना के लक्षण नहीं

Vigilance: International travelers on surveillance, no signs of corona
सतर्कता: सर्विलांस पर विदेश आने-जाने वाले यात्री, कोरोना के लक्षण नहीं
सतर्कता: सर्विलांस पर विदेश आने-जाने वाले यात्री, कोरोना के लक्षण नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चीन से फैले कोरोना वायरस को लेकर लोगों में खासा डर बना हुआ है लेकिन ऐसे में विदेश से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सर्विलांस (निगरानी) में रखा जा रहा है। विशेष बात यह है कि देश और दुनिया के अलावा नागपुर में भी लोग बहुत सारी सतर्कता बरत रहे हैं हालांकि नागपुर में अब तक किसी भी प्रकार के मरीज की होने की पुष्टि नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार अब तक नागपुर जिले में विदेश से लौटकर नागपुर आने वाले 32 व्यक्तियों को सर्विलांस पर रखा गया है। नागपुर पहुंचने से 28 दिन तक उनको सर्विलांस पर रखा जाता है। इसके बाद स्वत: ही ऐसे लोगों को बाहर कर दिया जाता है। अब तक 12 लोगों को इस सूची से बाहर किया जा चुका है वहीं 32 में से 20 लोग अब तक इस सूची में है। इसमें करीब 3-4 लोगों ने खुद से संपर्क किया था। विदेश से आने वाले सभी 32 लोगों में किसी भी प्रकार के लक्षण देखने को नहीं मिले है हालांकि नागपुर में सबसे पहले संदिग्ध व्यक्ति में लक्षण देखने को मिले थे और उसने खुद से हॉललाइन पर संपर्क किया था। मरीज को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) में भर्ती कर जांच की गई थी और रिपोर्ट निगेटिव आने पर करीब एक माह पहले डिस्चार्ज कर िदया गया है।

सर्विलांस कैसे करता है काम

महाराष्ट्र सरकार के अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम इसको लेकर काम कर रही है। वहीं, विभिन्न एजेंसियां भी इसमें जुटी हुई है। विदेश से देश में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का रिकॉर्ड रखा जाता है और संबंधित जिले के स्वास्थ्य विभाग को दिया जाता है। यह सारे नाम सर्विलांस सूची में जुड़ते जाते है, वहीं स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य एजेंसियों से संपर्क कर लोग मदद ले सकते है। सर्विलांस में रहने वाले लोगों को दिन में करीब 2 बार टेलीफोन पर संपर्क किया जात है और मनपा की फील्ड वर्कर 2-3 दिन में एकबार जाकर मिलते है।

डरने की जरुरत नहीं

नागपुर में अब तक कोरोना से संबंधित एक भी मरीज देखने में नहीं आया है। वहीं, किसी मरीज में कोरोना के लक्षण भी देखने को नहीं मिला है लेकिन कोरोना को लेकर लोगों ज्यादा डर बन गया है जिसका फायदा उठाकर दुकानदार मॉस्क, सेनेटाइजर को कई गुना दामों मंे बैच रहे है। जबकि चीन में रहने वाले अमित वाईकर ने बताया कि चीन में किसी भी सामान को तय कीमत से ऊंचें दामों पर बैचने एक तरह का देशद्राेह माना गया है।

Created On :   8 March 2020 12:16 PM GMT

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