इंतजार - टेबल-कुर्सियों में जम गई धूल, रंगहीन हुए ब्लैक बोर्ड

Waiting - The dust settled in the tables and chairs, the black boards became colorless
इंतजार - टेबल-कुर्सियों में जम गई धूल, रंगहीन हुए ब्लैक बोर्ड
इंतजार - टेबल-कुर्सियों में जम गई धूल, रंगहीन हुए ब्लैक बोर्ड

कोरोना इफैक्ट - 26 जुलाई से खुलनी हैं 11वीं-12वीं की कक्षाएँ,  डीईओ कार्यालय बनाएगा रणनीति
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
लंबे इंतजार के बाद कक्षा 11वीं और 12वीं की कक्षाएँ 26 जुलाई से खोलने की तैयारी चल रही है, अभी स्कूलों की कक्षाओं के भीतर के जो हालात हैं वे बेहद बुरे हैं। कक्षाओं के भीतर मौजूद टेबल-कुर्सियाँ धूल से अटी पड़ी हैं। ब्लैक बोर्ड विद्यार्थियों के इंतजार में रंगहीन हो रहे हैं। हालाँकि स्कूल खोलने का अंतिम निर्णय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी करेगी, लेकिन फिर भी डीईओ कार्यालय ने अपनी तरफ से स्कूलों में साफ-सफाई कराने सहित पानी के समुचित इंतजाम के निर्देश दे दिए हैं। 
इन शर्तों पर खुलने हैं स्कूल 
 शासन के आदेशों के तहत सभी स्कूल 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ प्रारंभ होंगे। जुलाई महीने में सप्ताह में दो दिन तथा अगस्त माह में विद्यार्थी सप्ताह में चार दिन विद्यालय आ सकेंगे। छात्रावास में कोविड-19 अनुकूल व्यवहार अपनाने के लिए पृथक से एसओपी जारी की जा रही है।
स्कूल रोजाना होंगे सेनिटाइज
स्कूल खुलने से पहले पूरी तरह सेनिटाइज होंगे। बाद में भी रोजाना स्कूलों का सेनिटाइज किया जाएगा। विद्यार्थियों को स्कूल में प्रवेश के दौरान हैण्ड सेनिटाइज कराने के अलावा साबुन से हाथ धुलाने के बाद ही कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा। कक्षाओं के भीतर विद्यार्थियों का मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठना अनिवार्य होगा इसकी पूरी जिम्मेदारी स्कूल शिक्षकों की होगी। स्कूलों में मास्क के इंतजाम भी किए जाएँगे। 
इनका कहना है
फिलहाल स्कूल खोलने का आदेश राइटिंग में नहीं आया है, लेकिन फिर भी तैयारियाँ शुरू कर दी गई हैं।
- घनश्याम सोनी डीईओ
 

Created On :   22 July 2021 5:26 PM IST

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