शिक्षक अपहरण कांड में वांटेड नवल गैंग का इनामी डकैत गिरफ्तार - तीन साल से थी पुलिस को तलाश

Wanted Naval gangs dacoit arrested in teacher kidnapping case - police was looking for three years
शिक्षक अपहरण कांड में वांटेड नवल गैंग का इनामी डकैत गिरफ्तार - तीन साल से थी पुलिस को तलाश
शिक्षक अपहरण कांड में वांटेड नवल गैंग का इनामी डकैत गिरफ्तार - तीन साल से थी पुलिस को तलाश

डिजिटल डेस्क सतना। तीन साल पहले नयागांव थाना क्षेत्र के थरपहाड़ से दो शिक्षकों के अपहरण में शामिल रहे 10 हजार के इनामी डकैत को पुलिस ने अंतत: गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। थाना प्रभारी आरबी त्रिपाठी के मुताबिक तराई से दहशत का खात्मा करने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत मंगलवार सुबह मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि नवल गैंग के हार्डकोर मेम्बर विजय उर्फ मोटू रजक पुत्र रामखेलावन 24 वर्ष निवासी सेजवार को गुप्तगोदावरी मोड़ से लगे जंगल में देखा गया है। लिहाजा थाना प्रभारी ने पुलिस टीम के साथ तुरंत मौके पर जाकर सर्चिंग करते हुए इनामी डकैत को पकड़ लिया। उसके कब्जे से कोई हथियार नहीं मिला। आरोपी की गिरफ्तारी कर विशेष न्यायालय एडी एक्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
जेल में बंद है पूरा गैंग
ललित पटेल के मारे जाने के बाद नवल धोबी ने कुछ सजातीय लड़कों के साथ एक नया गैंग खड़ा किया था और 22 नवम्बर 2017 को थर पहाड़ से घर लौट रहे सहायक शिक्षक फूल सिंह गोंड़ और अतिथि शिक्षक रामप्रताप पटेल को अगवा कर 50 लाख की फिरौती मांगी थी, बाद में दोनों को 5 लाख लेकर छोड़ दिया था। इस वारदात में नवल के साथ मोटू उर्फ विजय धोबी, दीपक शिवहरे, रवि शिवहरे, पप्पू रैदास, खुन्नू, बाबा यादव, कैलाश रैकवार और शंकर रैदास शामिल थे। पुलिस ने एक-एक कर सरगना समेत सभी डकैतों को पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया, मगर मोटू चकमा देकर भूमिगत हो गया और गुजरात चला गया, जहां तीन साल तक गुमनामी में मजदूरी कर जीवन-यापन कर रहा था। कुछ दिन पूर्व ही वह गुजरात से वापस लौटा था, जिसकी सूचना पुलिस को मिल गई और उसे पकड़ लिया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ एसआई राजेन्द्र कुशवाहा, एएसआई बीएस तोमर, प्रधान आरक्षक राकेश साकेत, आरक्षक श्यामलाल, विमलेश, गणेश विश्वकर्मा और मुन्ना सिंह ने अहम भूमिका निभाई।
 

Created On :   3 Feb 2021 5:52 PM IST

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