ज्यादा मात्रा में छोड़ा जा रहा नर्मदा में जल, बीते साल के मुकाबले 1.15 मीटर ज्यादा पानी है बाँध में

ज्यादा मात्रा में छोड़ा जा रहा नर्मदा में जल, बीते साल के मुकाबले 1.15 मीटर ज्यादा पानी है बाँध में
ज्यादा मात्रा में छोड़ा जा रहा नर्मदा में जल, बीते साल के मुकाबले 1.15 मीटर ज्यादा पानी है बाँध में

मानसून में देरी हुई तो भी बरगी बाँध से मिलेगा पानी
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
ताऊ ते तूफान से देश में मानसून जल्द सक्रिय होने की संभावना तो बताई जा रही है लेकिन इसमें  देरी होते ही जल स्रोत्र पूरी तरह से सूख जाने की संभावना भी है।  बीते कुछ सालों से महाकोशल एरिया में ही मानसून औसत से 10 से 12 दिन देरी से सक्रिय हो रहा है। इन हालातों में सबकी निगाहें बरगी बाँध के ऊपर होती हैं। इस बार गर्मी से सीजन में अब तक बरगी बाँध को लेकर सुकून भरी खबर यही है कि पानी की  किसी तरह की कमी नहीं है। बीते साल के मुकाबले मई के तीसरे सप्ताह के आरंभ तक  फिलहाल बाँध में 1.15 मीटर ज्यादा पानी है। बाँध का जलस्तर अभी 416.05 मीटर पर है गत वर्ष इन्हीं दिनों जलस्तर 414.90 मीटर रहा। बाँध से पॉवर जनरेशन के बाद  नर्मदा में अभी 108 घनमीटर प्रति सेकेण्ड की रफ्तार से  पानी छोड़ा जा रहा है। यह जल की बड़ी मात्रा है जिससे नर्मदा में बहाव गर्मियों के दिनों में भी तेज बना हुआ है। पॉवर जनरेशन के साथ राइट और लेफ्ट बैंक केनाल को भी बाँध से पानी दिया जा रहा है। 
 बाँध का जल प्रबंध देखने वाले राजाराम रोहित के अनुसार मानसून में देरी होने पर भी बरगी बाँध से मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से को पानी मिलता रहोगा। गौरतलब है िक बरगी बाँध नर्मदा नदी में बना पहला बाँध है और इसमें पानी पर्याप्त मात्रा में होने पर नर्मदा के पूरे बहाव क्षेत्र को पानी मिलता रहता है। पॉवर जनरेशन के बाद जो पानी छोड़ा जाता है उससे नर्मदा में अतिरिक्त बहाव मिलता है। जबलपुर में ही 85 प्रतिशत पेयजल की सप्लाई नर्मदा से होती है।
                                  
 

Created On :   17 May 2021 9:36 AM GMT

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