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अनिल देशमुख मामले में सरकारी गवाह बनना चाहता है वाझे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में आरोपी बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने सरकारी गवाह बनाने की इच्छा जाहिर की है। इसको लेकर वाझे ने मुंबई की विशेष अदालत में आवेदन भी दायर किया है। आवेदन में वाझे ने कहा है कि वह सरकारी गवाह बनना चाहता है लेकिन इसके बदले उसे मामले में क्षमा दी जाए। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। सीबीआई भी कानूनी शर्तों को पूरा करने के बाद वाझे को इस प्रकरण में सरकारी गवाह बनाने के पक्ष में है। कोर्ट में 30 मई को वाझे के आवेदन पर सुनवाई होगी। इस मामले में वाझे का सरकारी गवाह बनना आरोपी देशमुख की मुश्किलों को बढा सकता है। क्योंकि सरकारी गवाह बनने के बाद वाझे अभियोजन पक्ष की ओर से दूसरे आरोपियों के खिलाफ गवाही देगा। यह पहला मौका नहीं है जब वाझे ने सरकारी गवाह बनना की इच्छा जाहिर की है। अतीत में भी वाझे ने मनीलांड्रिग से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने सरकारी गवाह बनाने की इच्छा व्यक्त की थी। किंतु विशेष अदालत ने तब वाझे के सरकारी गवाह बनने के आवेदन को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि मनीलांड्रिग मामले में वाझे की सक्रिय सहभागिता नजर आ रही है। वाझे फिलहाल भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में न्यायिकि हिरासत में जेल में बंद है। वाझे को पहले उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटिलिया के बाहर विस्फोटक लदी कार मिलने के मामले में गिरफ्तार किया था। तब से वाझे जेल में है। गौरतलब है कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर जांच शुरु की थी। जांच के बाद सीबीआई ने देशमुख व वाझे सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। देशमुख भी इस मामले में जेल में बंद है।
Created On :   26 May 2022 8:29 PM IST