वैक्सीनेशन की ये जद्दोजहद और लंबी कतार हमें जल्द खत्म करनी ही होगी

We have to end this struggle and long queue of vaccination soon.
वैक्सीनेशन की ये जद्दोजहद और लंबी कतार हमें जल्द खत्म करनी ही होगी
वैक्सीनेशन की ये जद्दोजहद और लंबी कतार हमें जल्द खत्म करनी ही होगी

डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए वैक्सीनेशन अभियान जो चल रहा है वह बेहद पेचीदा, उबाऊ और बुजर्गों के लिए परेशानी भरा है। सेंटरों में लंबी कतारें हैं और कई तरह की व्यवहारिक परेशानी भी हैं। इस तरह की समस्याओं और मुसीबतों का समाधान यही है िक टीकाकरण अभियान में अब हैल्थ डिपार्टमेंट पुराने ढर्रे को त्यागे और शहर से लेकर गाँव तक जनप्रतिनिधियों की भूमिका इसमें तय करे। सदी की भीषण त्रासदी में समय की पुकार यही कहती है कि पब्लिक रिप्रजेंटेटिव को वैक्सीनेशन से जोड़ा जाए और घर-घर जाकर टीके लगाए जाएँ। जनप्रतिनिधियों को हर गली, हर मोहल्ले, कॉलोनी, बस्ती और बड़े, बुजुर्ग, जवान सभी के विषय में पता है। केवल खाना बाँटने, कोविड केयर सेंटर में प्रतीकात्मक फोटो खिंचाने से अलग इन्हें  टीके से जोड़ दिया जाए तो  कुछ माह के अंदर 18 प्लस से लेकर 45 प्लस लोग कोरोना वैक्सीन से अपने जीवन को हैल्दी व खुशहाल बना सकते हैं।
जनप्रतिनिधियों  में सांसद, विधायक, पार्षद, नगर पालिका के पार्षद, सरपंच और पंच सभी शामिल हैं। पब्लिक रिप्रजेंटेटिव का काम जनता की आवाज बनकर उनकी परेशानियों और जरूरतों को सरकार के सामने लाना है लेकिन अब तो बात मौत और जिंदगी की है जिसमें और बड़ी भूमिका निभाने की जरूरत है। हर प्रतिनिधि का जुड़ाव ज्यादा से ज्यादा लोगों से है। घर-घर की पूरी इन्फॉर्मेशन होने का बड़ा फायद टीका लगाने में लिया जा सकता है। हर दिन कुछ चिन्हित  केन्द्रों में बड़ी कतारों के साथ संक्रमण के खतरों के बीच जाकर टीके लगाए गए तो यह वैक्सीनेशन का मिशन पूरा होने वाला नहीं है। कोरोना की हर आने वाली लहर में अगर इस तरीके से ही टीकाकरण चला तो हजारों लोगों की जान यह लेता रहेगा। इससे निपटने का कारगर सटीक तरीका यही है कि सांसद, विधायक, पार्षद, सरपंच इससे जुडऩे के लिए आगे आएँ। 
जनप्रतिनिधियों के पास होता है पर्याप्त फंड
यदि हैल्थ विभाग वैक्सीनेशन वैन की व्यवस्था नहीं कर सकता है तो विधायक खुद के फंड से ये वैन ले सकते हैं। इसी तरह कई तरह के फंड हैं जिनसे ऐसी वैन तैयार की जा सकती हैं। जनप्रतिनिधि इस कार्य के लिए सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग ले सकते हैं। उन्हें वैन तैयार करने में बहुत बड़ी मशक्कत की जरूरत नहीं पड़ेगी।

Created On :   19 May 2021 2:36 PM IST

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