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विजय नगर फोरलेन की सर्विस रोड को कब्जों ने अपनी आगोश में लिया, चलने लायक हालात ही नहीं

यह कैसी वर्किग - मुख्य सड़क से अलग कॉलोनियों के अंदर जाना हो तो निकलना मुश्किल, कॉन्सेप्ट चौपट
डिजिटल डेस्क जबलपुर । विजय नगर इलाके की सड़कों को स्मार्ट सिटी योजना के तहत सुधार तो जा रहा है, पर इसकी सर्विस रोड की ओर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है। अग्रसेन तिराहे से जैसे ही सर्विस रोड चालू होती है और दीनदयाल चौक जहाँ पर यह खत्म होती है, उस हिस्से तक एकदम कब्जों की होड़ सी मच गई है। जिस उद्देश्य से यहाँ सर्विस रोड बनाई गई वह उद्देश्य पूरा होना तो दूर, यहाँ सहजता से निकलने के लाले हैं। पग-पग पर विजय नगर की सहायक सड़क पर बाधा और चुनौतियों का सामना जनता कर रही है। सबसे प्रमुख कब्जा तो चाट-फुल्की के ठेले वालों का है। पूरा खाने-पीने का सामान और टेबल-कुर्सियाँ तक सर्विस रोड पर कब्जा कर जमा दी गई हैं।
शहर के सबसे नये और थोड़े सलीके से बसे इस इलाके पर कब्जे इस अंदाज में हो रहे हैं कि जैसे यहाँ पर इसके लिए बिल्कुल खुली छूट है। कोई भी कहीं भी अपनी गुमटी और टपरे आकर सजा सकता है। जो रोड के किनारे मकान, दुकान और ऑफिस हैं वे भी सड़क पर पूरा सितम ढा रहे हैं। बीच सड़क तक ऑफिसों के वाहनों की पार्किंग है और गृह निर्माण का मलबा भी एकदम सड़क पर सजा हुआ रखा है। कोई भी गिरे या दुर्घटना का शिकार हो, इन्हें इससे कोई वास्ता नहीं है।
सर्विस रोड के मायने पूरी तरह से हुए धराशायी, मेन रोड पर बढ़ा लोड
किसी भी बड़ी फोर या सिक्सलेन सड़क पर सर्विस रोड के मायने यही हैं कि ऐसी सड़क से व्यक्ति आसपास के अंदर के हिस्सों में आसानी से आ व जा सके। सर्विस रोड होने से मुख्य सड़क पर बे-वजह के वाहनों के आने का दबाव कम होता है और इस वजह से इसमें अपनी गति से वाहन सवार आ व जा सकता है, लेकिन विजय नगर सर्विस रोड पर पूरी तरह कब्जे होने से मुख्य सड़क पर ही पूरा लोड है और सर्विस रोड के मायने यहाँ पूरी तरह से धराशायी हैं।
सभी चौराहों से नजर ही नहीं आती
हर चौराहे से यदि सर्विस रोड को तलाशा जाए, तो इनमें प्रवेश करने के प्वॉइंट्स पर ही कब्जे हो गए हैं। तेज गति से चलता वाहन चालक तो एकदम से ध्यान भी नहीं दे पाता है कि इनमें प्रवेश कहाँ से करना है। अमूमन हर चौराहे पर सर्विस रोड के एण्ट्री प्वॉइंट पर बेतहाशा अतिक्रमण और कब्जों की बाढ़ सी आ गई है।
नए फुटपाथ को निगलने उतारू
जो चौड़े फुटपाथ मुख्य सड़क पर किनारे बने हैं वे भी अस्थाई अतिक्रमणों की गिरफ्त में हैं। पूरे इलाके को कस्बाई रूप देने के लिए यहाँ जैसे होड़ सी मच गई है। जनता की सहूलियत का नागरिक सेंस तो जैसे खत्म ही हो गया है। गमले, फल-फूल व चाय-पान के टपरे और कई तरह की दुकानें इस क्षेत्र में नये बनकर तैयार हुए फुटपाथ पर खुल रही हैं।
Created On :   8 Feb 2021 2:59 PM IST