दिल्ली जाकर क्यों नहीं करते औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग

Why dont you go to Delhi and demand to change the name of Aurangabad
दिल्ली जाकर क्यों नहीं करते औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग
देसाई का फडणवीस पर निशाना  दिल्ली जाकर क्यों नहीं करते औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग

डि़जिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने औरंगाबाद का नाम बदलने को लेकर भाजपा की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। बुधवार को औरंगाबाद के पालक मंत्री देसाई ने कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस केवल मुंबई में सार्वजनिक मंचों पर औरंगाबाद का नाम बदलने के बारे में बात करते हैं। लेकिन उन्होंने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग नहीं की है। देसाई ने कहा कि यदि फडणवीस दिल्ली में जाकर प्रयास करते तो हम भी मानते कि वे ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं। मगर वे केवल राज्य सरकार की आलोचना करते हैं। लेकिन जनता देख रही है कि सही मायनों में कोशिश कौन कह रहा है। देसाई ने कहा है कि शिवसेना की नजर में औरंगाबाद का नाम ‘संभाजीनगर’ हो गया है। शिवसेना औरंगाबाद की जगह जिले का नाम संभाजीनगर इस्तेमाल करती है। अब केवल राज्य सरकार के स्तर पर अधिकृत रूप से औरंगाबाद का नाम बदला जाना बाकी है। सरकार के स्तर पर इसके लिए प्रयास सुरू है।

मुख्यमंत्री की औरंगाबाद में मास्टर सभा होगी 

मुख्यमंत्री तथा शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की औरंगाबाद में 8 जून की सभा में मराठवाड़ा संभाग के सभी जिलों से शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। औरंगाबाद के मराठवाड़ा सांस्कृतिक मंडल के मैदान में यह सभा होगी। बुधवार को शिवसेना भवन में मुख्यमंत्री की प्रस्तावित सभा की तैयारी को लेकर बैठक हुई। इस बैठक में औरंगाबाद और जालना सहित अन्य जिलों के शिवसेना के मंत्री और विधायक मौजूद थे। शिवसेना के मंत्री देसाई ने कहा कि बीकेसी के बाद अब औरंगाबाद में मुख्यमंत्री की भव्य सभा होगी। जिसमें औरंगाबाद के पड़ोसी जिलों के शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। देसाई ने दावा करते हुए कि सभा में इतनी भीड़ होगी कि मैदान कम पड़ जाएगा। 

रास चुनावः शिवसेना अपने फैसले को सफल बनाएगी 

महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए महाविकास आघाड़ी में खींचतान के सवाल पर देसाई ने कहा कि हमारे बीच कोई विवाद नहीं है। शिवसेना ने राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी अपने फैसले को सफल बनाएगी। पूर्व सांसद छत्रपति संभाजी राजे को उम्मीदवारी देने के सवाल पर देसाई ने कहा कि शिवसेना अनुशासन से चलने वाली पार्टी है। इसलिए थोड़ा सयंम बरतते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अंतिम फैसले का इंतजार करना चाहिए। वहीं शिवसेना सांसद संजय राऊत ने ट्वीट करके कहा है कि पार्टी राज्यसभा की छठवीं सीट लड़ेगी और जीतेगी। 

 

Created On :   18 May 2022 9:06 PM IST

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