केंद्रीय मूल्यांकन का विरोध करने पर शिक्षक को क्यों किया गया निलंबित?

Why was the teacher suspended for opposing central assessment?
केंद्रीय मूल्यांकन का विरोध करने पर शिक्षक को क्यों किया गया निलंबित?
केंद्रीय मूल्यांकन का विरोध करने पर शिक्षक को क्यों किया गया निलंबित?

डिजिटल डेस्क जबलपुर । जस्टिस सुबोध अभ्यंकर की एकलपीठ ने छतरपुर जिले में कोरोना काल के दौरान केन्द्रीय मूल्यांकन का विरोध करने पर एक शिक्षक के निलंबन के मामले पर राज्य सरकार व अन्य को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। छतरपुर जिले के शिक्षक संघ के अध्यक्ष बीपी चंसौरिया की ओर से दायर इस याचिका में कहा गया है कि बीते 28 अप्रैल को राज्य शासन के आदेशों के खिलाफ जाकर छतरपुर जिला प्रशासन ने माध्यमिक शिक्षा मंडल की उत्तर पुस्तिकाओं का केंद्रीय मूल्यांकन कराने के उद्देश्य से 700 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं को शासकीय एक्सीलेंस स्कूल छतरपुर में बुलाया था। एक मूल्यांकनकर्ता में कोरोना के प्रारंभिक लक्षण दिखने पर सभी मूल्यांकनकर्ताओं ने विरोध किया। इस पर याचिकाकर्ता को निलंबन का नोटिस थमाए जाने पर यह याचिका दायर की गई थी। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता डॉ. रश्मि पाठक का पक्ष सुनने के बाद अदालत ने अनावेदकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।

 

 

Created On :   12 Jun 2020 9:31 AM GMT

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