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पता लगाएंगे की चुनाव हारने वाले को विधान परिषद में नामित किया जा सकता है या नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि हाल के चुनावों में हारने वाले व्यक्ति को विधान परिषद की राज्यपाल कोटे की सीट के जरिए नामित किया जा सकता है, अथवा नहीं। इसकी जानकारी हासिल की जाएगी। इसमें कोई मुश्किल होगी तो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को भेजे गए 12 नामों के बारे में अंतिम फैसला करेंगे। राज्यपाल के पास भेजे गए नामों में राकांपा की ओर से स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी का भी समावेश है पर सूत्रों के अनुसार राकांपा के भीतर शेट्टी के नाम का विरोध हो रहा है। इसके मद्देनजर उपमुख्यमंत्री के बयान को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं।
शेट्टी साल 2019 के लोकसभा चुनाव में हातकणंगले सीट से हार गए थे। हालांकि राकांपा के प्रवक्ता तथा प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि शेट्टी का नाम सूची से हटाने की अटकलों में कोई तथ्य नहीं है। मलिक ने कहा कि अगर राज्यपाल को सूची के कुछ नामों को लेकर आपत्ति होगी तो उस पर मुख्यमंत्री अंतिम फैसला करेंगे। वहीं शेट्टी ने कहा कि राकांपा हमें विधान परिषद की एक सीट देकर दया और मेहरबानी नहीं कर रही है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राकांपा और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के बीच समझौता हुआ था।
उसी समझौते के तहत राकांपा की ओर से स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के लिए एक सीट छोड़ी गई है। इसी बीच शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि मंत्रिमंडल की सिफारिश के बाद फाइल को मंजूर करना राज्यपाल का संवैधानिक दायित्व है। लेकिन राज्यपाल ने पिछले साल नवंबर में भेजी गई फाइल को मंजूर नहीं किया है। इसका मलतब है कि राज्यपाल पर राजनीतिक दबाव है। यदि राज्यपाल पर दबाव है तो उन्हें खुलकर कहना चाहिए कि मेरी मंजूरी देने की इच्छा है पर मुझ पर दबाव है।
राऊत ने कहा कि मंत्रिमंडल ने विधान परिषद में जिन 12 सदस्यों को नामित करने की सिफारिश की है वे गुंडे और बदमाश नहीं हैं। अफगानिस्तान के तालिबान से ट्रैनिंग लेकर नहीं आए हैं। राऊत ने कहा कि कोई राजनीतिक दवाब के कारण उम्मीदवारों का अधिकार कैसे छीन सकता है।
Created On :   2 Sept 2021 9:10 PM IST