10 दिन के अंदर सोन जल से लबालब हो जाएगा सतना का एनीकट -बाणसागर आज से छोड़ेगा 9 क्यूमेक्स पानी

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
10 दिन के अंदर सोन जल से लबालब हो जाएगा सतना का एनीकट -बाणसागर आज से छोड़ेगा 9 क्यूमेक्स पानी

डिजिटल डेस्क सतना। अगर, सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जिला मुख्यालय की पेय जल आपूर्ति को पटरी पर लाने के लिए बाणसागर प्रबंधन 22 अप्रैल से वाटर सप्लाई शुरु कर देगा। बाणसागर की पुरवा नहर नंबर-2 के कार्यपालन अभियंता डीके खरे ने माना कि नगर निगम ने पानी की मांग भेजी है। इसी डिमांड के मद्देनजर यहां टमस नदी के तट पर स्थित एनीकट के लिए धीरे-धीरे तकरीबन 9 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा। इसी बीच जानकारों के मुताबिक पहले कैनाल और फिर एक्वाडक्ट के माध्यम से टमस में सोन जल के पहुंचने में कम से कम 3 दिन लगेंगे।
6.10 मीटर है भंडारण क्षमता, भरने में लगेंगे 72 घंटे: -----
इन्हीं जानकारों ने बताया कि बाणसागर से यहां एनीकट तक सोन जल के पहुंचने में जहां 3 दिन लगेंगे,वहीं कुल 6.10 मीटर भंडारण क्षमतावाले नगर निगम के एनीकट के भरने में भी इतना ही वक्त लगेगा। माना जा रहा है कि 30 अप्रैल की स्थिति में एनीकट सोनजल से लबालब हो जाएगा। उधर, निगम सूत्रों ने बताया कि मौजूदा समय में एनीकट में जीरो लेबल पर अभी सिर्फ ढाई मीटर जल का भंडारण उपलब्ध है। यानि जल की उपलब्धता एनीकट के रिजर्व स्तर से मात्र आधा मीटर ज्यादा है। शहर में गंदे और बदबूदार जल की आपूर्ति की यह भी एक बड़ी वजह है।    
रोज चाहिए 34 एमएलडी पानी :-------
शहर को हर दिन तकरीबन 34 एमएलडी पानी की जरुरत होती है। जिसमें से नए ट्रीटमेंट प्लांट से हर दिन 20 से 22 एमएलडी और पुराने प्लांट से 12 से 14 एमएलडी पेज जल की आपूर्ति की जाती है। माना जा रहा है कि बाणसागर से एनीकट को मिलने वाला 9 क्यूमेक्स पानी यहां लगभग डेढ़ माह तक चलेगा।
 फसल कटाई के लिए किसानों को भी सामयिक सलाह :--------
बाणसागर की पुरवा नहर नंबर-2 के कार्यपालन अभियंता डीके खरे ने इस संंबंध में कमांड एरिया में आने वाले किसानों से आग्रह किया है कि वे जल्द से जल्द नहर किनारे खड़ी फसलों की कटाई कराना सुनिश्चित कर लें। श्री खरे ने अमीनों और अन्य मैदानी अमले को भी निर्देश दिए हैं कि वे इस संबंध में संबंधित किसानों को अनिवार्य रुप से अवगत करा दें। उल्लेखनीय है, शहर में पेयजल संकट की आशंका के चलते अबकि नगर निगम की मांग पर लगभग 15 दिन पहले बाणसागर का पानी छोड़ा जा रहा है। ऐसी दशा में नहरों के सीपेज, कटने को खड़ी फसलों को क्षति पहुंचा सकते हैं। यद्यपि पानी को धीरे-धीरे छोडऩे का निर्णय लिया गया है।
मगर, भुगतान में कंजूसी दिखाता है निगम :-------
उधर, शहर के लिए सोन जल के मामले से जुड़े भुगतान संबंधी सवाल के जवाब में नगर निगम के सूत्र स्वयं इस तथ्य को स्वीकार करते हैं कि जल के बदले भुगतान में नगर निगम प्रशासन के हाथ हमेशा तंग रहे हैं। इस मद में अर्से से अभी भी बाणसागर प्रबंधन को लगभग 40 लाख के पेमेंट पाने हैं। विगत वित्तीय वर्ष में इसी मद में निगम ने बाणसागर को महज 7 लाख रुपए का भुगतान किया है।
 इनका कहना है :---
नगर निगम की मांग पर 9 क्यूमेक्स पानी छोडऩे का निर्णय लिया गया है। नहर के कमांड क्षेत्र में आने वाले किसानों से भी आग्रह किया गया है कि वे जल्द से जल्द खेतो में खड़ी फसल की कटाई सुनिश्चित करा लें।
  डीके खरे , ईई (पुरवा नहर नंबर-2)    
 

Created On :   22 April 2020 11:29 AM GMT

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