सोनिया के साथ हुई ऑनलाइन मीटिंग, पीएम का नाम लिए बगैर उद्धव बोले - एक व्यक्ति की हां में हां नहीं मिलाएंगे

Without say the name of PM, CM Uddhav said - we will not say yes on a persons opinion
सोनिया के साथ हुई ऑनलाइन मीटिंग, पीएम का नाम लिए बगैर उद्धव बोले - एक व्यक्ति की हां में हां नहीं मिलाएंगे
सोनिया के साथ हुई ऑनलाइन मीटिंग, पीएम का नाम लिए बगैर उद्धव बोले - एक व्यक्ति की हां में हां नहीं मिलाएंगे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा से अलग होने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का नाम लिए बिना कहा कि एक ही व्यक्ति देश चलाएगा और हम हां में हां मिलाते रहेंगे, यह नहीं होगा। बुधवार को मुख्यमंत्री ठाकरे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से कांग्रेस शासित और सहयोगी दलों की बुलाई गई बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायती राज की बात कही थी। पंचायती राज का मतलब सत्ता का विकेंद्रीकरण होता है, लेकिन आज तो सभी अधिकार एक हाथ में चले जा रहे हैं। फिर राज्य सरकार का मतलब क्या है। क्या आगे जाकर ऐसा होगा कि राज्य सरकार की जरूरत ही नहीं रहेगी। एक ही व्यक्ति देश चलाएगा और हम हां में हां मिलाते रहेंगे, ऐसा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हम संविधान और संघीय ढांचे का आदर नहीं करेंगे, तो लोकतंत्र कहां रहेगा। लोकतंत्र में सरकार चलाना हमारा कर्तव्य है। लेकिन संघीय ढांचे की रक्षा करने की भी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें एक बात तय करनी चाहिए कि डरना है या लड़ना है। यदि लड़ना है तो फिर लड़ना है। हमारी भूमिका सत्यमेव जयते की है। सत्तामेय जयते नहीं है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी की आवाज सबसे ऊंची होती है, अगर उसकी आवाज को किसी ने दबाने की कोशिश की, तो उसको हमें उठाना चाहिए। यह हमारा कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विपक्ष में हैं। विपक्ष में रहने का मतलब यह नहीं है कि हम लोग किसी दल का बुरा चाहते हैं। हम लोग भी आम आदमी के प्रतिनिधि हैं। हमारा भी कुछ अधिकार है। सभी विपक्षी दलों को आपस में मिलते-जुलते रहना चाहिए। जब भी कोई आपदा आती है, तो हम इकट्ठा होते हैं। हमें इकट्ठा होने के लिए आपदा की जरूरत है क्या?आपदा आए बगैर भी हमें साथ रहना चाहिए। अगर हम साथ रहे तो आपदा हमारे सामने आने से डरेगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सितंबर महीने से केंद्र सरकार से मिलने वाले पीपीई किट और वेंटिलेटर भी बंद होने जा रहे हैं। केंद्र सरकार एक-एक चीजें देनी बंद कर रही है। इसलिए हम सभी को सोच समझकर एक कार्यक्रम बनाना चाहिए। इसके बाद हम केंद्र सरकार के पास जाएंगे। हम केंद्र सरकार से भीख नहीं मांग रहे हैं। हमारा और हमारी जनता का अधिकार है। जनता ने हमें और प्रधानमंत्री दोनों को वोट दिया है। ऐसा नहीं हो सकता है कि हम करें तो पाप और केंद्र सरकार करे तो पुण्य।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र को केंद्र सरकार से जीएसटी की नुकसान भरपाई की राशि नहीं मिल रही है। इसके लिए हम केंद्र सरकार को लगातार पत्र लिख रहे हैं। जीएसटी को लेकर दोबारा विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अंतिम वर्ष की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है। राज्य में मिशिन बिगिन अगेन के तहत गतिविधियों को धीरे-धीरे शुरू किया जा रहा है। राज्य में नए शैक्षणिक वर्ष जनवरी महीने से शुरू करने की मांग केंद्र सरकार से की गई है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मेलघाट टाइगर रिजर्व से निकलने वाले अकोला-खांडवा रेलवेबॉड गेज परियोजना के लिए दूसरे मार्ग का चयन करने का आग्रह किया है।

लड़ने वाले बाप का बेटा हूं- उद्धव ठाकरे 

मुख्यमंत्री को बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के लिए जाना था। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा कि आप पहले उद्धवजी को बोलने दें। इस पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ममता से पूछ लिया कि "इजाजत है क्या दीदी।’ इसके जवाब में ममता ने कहा कि "उद्धवजी आप बहुत अच्छा फाइट कर रहे हैं।’इस पर उद्धव ने कहा कि "लड़ने वाले बाप का बेटा हूं।’

 

Created On :   26 Aug 2020 9:28 PM IST

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