बिना प्लानिंग का वर्क, बारिश में सड़कों पर लोगों की आफत

Work without planning, peoples trouble on the roads in the rain
 बिना प्लानिंग का वर्क, बारिश में सड़कों पर लोगों की आफत
 बिना प्लानिंग का वर्क, बारिश में सड़कों पर लोगों की आफत

रियलिटी - एक दर्जन से ज्यादा मार्ग जिनमें हर पल हादसे का खतरा, सुरक्षा इंतजाम, सूचना फलक अधूरे
डिजिटल डेस्क जबलपुर । 
शहर के अलग-अलग हिस्सों में फ्लाई ओवर, सड़क, सीवर लाइन, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट  को लेकर निर्माण कार्य चल रहे हैं। ये निर्माण आने वाले कल में जनता को कुछ राहत देंगे इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है लेकिन इनमें कार्य के दौरान जो अभी तरीका अपनाया जा रहा है वह बारिश के इन दिनों में कहर ढा रहा है। एक तरह से कहा जाए तो निर्माण क्षेत्रों में जनता भारी मुसीबतों के बीच निकल रही है। कहीं गड्ढे महीनों से खोदे गये तो उनको भरा नहीं, कहीं बारिश में चिकनी मिट्टी फिसलन के साथ हादसों का खतरा बढ़ा रही है। वर्क कल्चर को देखकर कोई भी आदमी कह सकता है कि अधूरी प्लानिंग के तहत ही ये कार्य किये जा रहे हैं। इनमें ठेके की निर्धारित शर्तें और रखरखाव का पूरी तरह से ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। स्मार्ट सिटी में वर्किंग के दौरान सोच पुरातन नजर आ रही  है। कहीं सुरक्षा को लेकर इंतजाम नहीं, सूचना फलक अधूरे हैं, सड़क रखरखाव की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।   
इस शर्त को पूरी तरह भुला दिया 
संसाधन से जुड़े किसी भी प्रोजेक्ट जैसे  सेतु, सड़क, सीवर, नाली निर्माण के दौरान यह शर्त होती है कि  उस हिस्से को मोटरेबल रखा जाएगा जहाँ पर कार्य किया जा रहा है। यह निर्माण ऐजेंसी की जिम्मेदारी है कि जनता को निकलने के लिए  उस हिस्से में बेहतर सड़क मिले। इसमें सुरक्षा इंतजाम से लेकर सहूलियत का भी पूरा ध्यान रखना होता है पर अभी सड़कों में देखकर यही लगता है कि लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारी इस शर्त को पूरी तरह से भूल चुके हैं। प्रभारी अधीक्षण यंत्री अजय शर्मा कहते हैं कि जो प्रोजेक्ट हैं उनमें पूरी सावधानी बरती जा रही है। लोक निर्माण विभाग के ईई गोपाल गुप्ता कहते हैं कि जहाँ पर अभी ज्यादा परेशानी कार्य के दौरान होती है वह हम तुरंत दूर करते हैं।  
1000 करोड़ के कार्य 
 शहर में फ्लाई ओवर से लेकर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, सीवर, सड़क तक करीब एक हजार करोड़ के कार्य किये जा रहे हैं। इनमें प्रमुख फ्लाई ओवर 749 करोड़ का यह कार्य लोक निर्माण विभाग करा रहा है तो शेष वर्क नगर निगम कर रहा है। इनमें कन्वेंशन सेंटर 52 करोड़, स्मार्ट सिटी सड़क 18 करोड़, सीवर लाइन अभी जहाँ कार्य चल रहा  है वहाँ की लगात 4 करोड़ सभी तरह के कार्यों की निर्माण की लागत को मिला दिया जाए तो कार्य 1 हजार करोड़ के करीब हैं। 

Created On :   25 Jun 2021 4:26 PM IST

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