मुंबई में पूरी तरह से बेअसर रही मजदूर संगठनों की हड़ताल, आम जनजीवन रहा सामान्य 

Workers organizations strike in Mumbai completely neutral
मुंबई में पूरी तरह से बेअसर रही मजदूर संगठनों की हड़ताल, आम जनजीवन रहा सामान्य 
मुंबई में पूरी तरह से बेअसर रही मजदूर संगठनों की हड़ताल, आम जनजीवन रहा सामान्य 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का मुंबई में कोई असर नहीं दिखा। कोरोना संक्रमण के चलते लगी पाबंदियों के बीच आम जनजीवन सामान्य रूप से चलता रहा। यातायात के साधन चल रहे थे और ज्यादातर दुकाने और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले हुए थे। लोकल ट्रेन और बेस्ट की बसें सामान्य रूप से चलतीं रहीं उनमें यात्रियों की संख्या में भी कोई कमी नहीं दिखी। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते अभी आम लोगों को लोकल ट्रेनों में यात्रा की इजाजत नहीं है इसलिए सामान्य तौर पर भीड़भाड़ कम होती है। इसके अलावा ऑटो और टैक्सी भी सड़कों पर दिखे। वामपंथी पार्टियों, श्रमिक संगठनों के साथ कांग्रेस ने भी एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का समर्थन किया था। ऑल इंडिया बैंक इंप्लाई एसोसिएशन ने भी हड़ताल को समर्थन दिया था, इसलिए कुछ सरकारी बैंकों में इसका असर दिखा। 23 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी संगठनों ने एक दिवसीय देशव्यापी बंद का ऐलान किया था।

राज्य के कुछ हिस्सों में कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। हड़ताली संगठन कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा, फुटपाथ पर सामान बेचने वालो के लिए राष्ट्रीय नीति, प्रस्तावित इलेक्ट्रिसिटी बिल, केंद्र सरकार के नए श्रम कानूनों और किसानों के लिए हाल ही में बने कानून को वापस लेने जैसी मांग कर रहे हैं। जनआंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक विश्वास उटगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बावजूद बड़ी संख्या में लोग केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करने पहुंचे। राज्य के कई हिस्सों में बंद को लोगों का साथ मिला। मुंबई, ठाणे जैसे शहरों में भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। 

 

Created On :   26 Nov 2020 8:14 PM IST

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