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Panna News: खतरा बना सूखा आम का पेड अनदेखी से कभी भी हो सकता है बडा हादसा

- खतरा बना सूखा आम का पेड अनदेखी से कभी भी हो सकता है बडा हादसा
Panna News: शहर के वार्ड क्रमांक 14 में खरया गार्डन के ठीक पीछे घनी आबादी के बीच खड़ा एक सूखा आम का पेड़ स्थानीय निवासियों के लिए बडा खतरा बन गया है। यह पेड जर्जर अवस्था में है और आए दिन इसकी सूखी टहनियां टूटकर गिरती रहती हैं। लोगों का कहना है कि यह पेड़ कभी भी गिर सकता है जिससे किसी बडी दुर्घटना के होने की आशंका बनी हुई है। इस गंभीर समस्या के बावजूद नगर पालिका परिषद और प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।
आवेदन दिए, लेकिन कार्रवाई नहीं
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस सूखे पेड़ को हटाने के लिए उन्होंने कई बार नगर पालिका परिषद कार्यालय और जनसुनवाई में लिखित आवेदन दिए हैं। हर बार उन्हें आश्वासन तो मिला लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस अनदेखी के कारण लोगों का विश्वास प्रशासन पर से उठने लगा है। निवासियों का कहना है कि वह कई बार अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से भी मिले और उन्हें इस खतरे से अवगत कराया लेकिन उनकी हर गुहार को अनसुना कर दिया गया।
एक शिक्षिका बाल-बाल बचीं
पिछले रविवार को इसी पेड के कारण एक बडा हादसा होते-होते टल गया। छतरपुर से अपने किसी परिचित से मिलने आईं शिक्षिका श्रीमती मीना मिश्रा पाठक जब उसी रास्ते से गुजर रही थीं तभी अचानक पेड की एक सूखी और भारी टहनी टूटकर नीचे गिरी। श्रीमती मिश्रा ने फुर्ती दिखाते हुए स्वयं को पीछे खींच लिया वरना कोई गंभीर चोट लग सकती थी। इस घटना के बाद से स्थानीय लोग और भी ज्यादा भयभीत हो गए हैं। मीना मिश्रा ने बताया मैं अपने किसी परिचित के घर जा रही थी तभी अचानक ऊपर से जोर की आवाज हुई। मैंने देखा कि पेड की एक टहनी मेरे ठीक सामने गिरी। अगर मैं कुछ पल भी वहां रुकती तो शायद बच नहीं पाती। प्रशासन को इस खतरे को गंभीरता से लेना चाहिए। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि लापरवाही किसी भी दिन किसी व्यक्ति की जान ले सकती है। स्थानीय लोगों का सवाल है कि क्या प्रशासन किसी बडे हादसे का इंतजार कर रहा है। वार्ड के निवासी ने बताया हम काफी समय से इस पेड को हटाने की मांग कर रहे हैं। यहां बच्चे खेलते हैं बुजुर्ग टहलने निकलते हैं लेकिन किसी को हमारी चिंता नहीं है। क्या प्रशासन तब जागेगा जब कोई बडा हादसा हो जाएगा। यह सूखा पेड़ केवल एक खतरा नहीं बल्कि प्रशासन की लापरवाही का एक जीता-जागता उदाहरण है। यह साफ है कि जनसुनवाई और आवेदन देने का तरीका भी लोगों के लिए बेअसर साबित हो रहा है। अगर नगर पालिका ने समय रहते इस पर ध्यान दिया होता तो शायद यह नौबत नहीं आती। अब जरूरत है कि प्रशासन तुरंत कार्रवाई करें और इस पेड को हटाकर लोगों को इस संभावित खतरे से मुक्ति दिलाए।
स्थानीय लोगों की मांग
इस समस्या से परेशान होकर निवासियों ने एक बार फिर से मिलकर प्रशासन से अपील की है कि वह इस सूखे पेड़ को जल्द से जल्द हटाएं।
इनका कहना है
मैंने कई बार लिख कर दिया एवं मौखिक रूप से भी कहा लेकिन अभी तक इस पेड़ को नहीं हटाया गया है यदि जल्द से जल्द इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी कोई घटना घटित हो सकती है।
वैभव थापक, पार्षद वार्ड क्रमांक 14
Created On :   18 Aug 2025 4:06 PM IST