Panna News: देवेन्द्रनगर की यातायात व्यवस्था बदहाल, आये दिन लगता है जाम, अतिक्रमण के चलते बनीं स्थिति

देवेन्द्रनगर की यातायात व्यवस्था बदहाल, आये दिन लगता है जाम, अतिक्रमण के चलते बनीं स्थिति
  • देवेन्द्रनगर की यातायात व्यवस्था बदहाल
  • आम लोगों का जीवन संकट में
  • अतिक्रमण के चलते बनीं स्थिति

Panna News: नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। मुख्य मार्गों पर सब्जी मंडी की अव्यवस्था, दुकानदारों द्वारा किया गया अतिक्रमण, टैक्सी, बस चालकों की बेलगाम मनमानी ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। सलेहा रोड, नया बस स्टैंड व सब्जी मंडी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हैं। दुकानदार सडक़ों पर सामान सजा लेते हैं वाहन चालक सडक़ के बीचोंबीच सवारी बैठाते हैं जिससे पूरा मार्ग बाधित हो जाता है।

तेज रफ्तार टेलर बन गए हैं मौत के पहिए

अमानगंज स्थित सीमेंट फैक्ट्री से गुजरने वाले भारी भरकम ट्राले नगर के लिए अभिशाप बन चुके हैं। उनकी तेज गति, लगातार बजने वाले हार्न और बिना किसी ट्रैफिक नियंत्रण के नगर में प्रवेश, ध्वनि प्रदूषण और दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बन गया है। नागरिकों की नींद, मानसिक शांति और जीवन तीनों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। इतनी समस्या होने के बाद भी आज तक नगर में ऐसे मार्गों व चौराहों पर यातायात पुलिस की तैनादगी नहीं की गई है जबकि इसकी मांग काफी लंबे समय से की जा रही है। नगर में नाबालिग बच्चे बिना लाइसेंस और तेज ध्वनि के साईलेंसर लगे वाहनों से रेस लगाते नजर आ जाते हैं। यह स्थिति कानून व्यवस्था के साथ-साथ नैतिक उत्तरदायित्व की भी खुली अवहेलना है। प्रशासनिक इच्छाशक्ति के बिना यह स्थिति नहीं सुधारी जा सकती है। मौखिक आश्वासनों के बजाय तत्काल ठोस निर्णय व कार्रवाई की जाये। टैक्सी व बस चालकों पर नियंत्रण और अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई की जाए यह केवल ट्रैफिक की नहीं जनजीवन की त्रासदी बनती स्थिति है। यदि प्रशासन अब भी नहीं जागा तो आने वाले समय में यह अराजकता एक बड़े संकट में बदल सकती है।

यह केवल ट्रेफिक व्यवस्था नहीं अब जनसुरक्षा का भी मुद्दा बन चुका है। पूरे सडक में वाहन और दुकानदारों द्वारा समान रख दिया जाता है जिससे पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है।

आशीष गुप्ता, दुकानदार

सब्जी मण्डी की अव्यवस्था सबसे बडी समस्या है सुबह से जाम की स्थिति बनीं रहती है। वैकल्पिक मार्ग व सख्त अनुशासन जरूरी है।

अंकित गुप्ता

देवेन्द्रनगर में ट्रेफिक पुलिस व वरिष्ठ अधिकारियों की स्थायी तैनाती अब शीघ्र करवा देनी चाहिए। यह मामला नागरिकों की सुरक्षा से जुडा हुआ है।

विनोद गुप्ता, दुकानदार

तेज रफ्तार ट्र्रालों ने अब तक कई हादसे कर दिये हैं। धवनि प्रदूषण से मानसिक तनाव बढ रहा है। यह अब केवल ट्रेफिक नहीं बल्कि स्वास्थ्य व मानसिक शांति का विषय बन चुका है।

नीरज जैन

Created On :   19 May 2025 3:48 PM IST

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