Panna News: एक कमरे में एक साथ लगती है एक से पांच तक की कक्षायें, छत से स्कूल में टपकता है पानी, विद्यालय की हालत खराब बुनियादी व्यवस्थायें ही नहीं

एक कमरे में एक साथ लगती है एक से पांच तक की कक्षायें, छत से स्कूल में टपकता है पानी, विद्यालय की हालत खराब बुनियादी व्यवस्थायें ही नहीं
  • एक कमरे में एक साथ लगती है एक से पांच तक की कक्षायें
  • छत से स्कूल में टपकता है पानी
  • विद्यालय की हालत खराब बुनियादी व्यवस्थायें ही नहीं

Panna News: क्षेत्राचंल में अधिकांश शासकीय स्कूलों के हालात गए गुजरे है विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं के साथ ही विद्यालय भवनों के क्षतिग्रस्त होने, बारिश में छतों से पानी के रिसने से समस्यायें और भी बढ़ जाती है। जन शिक्षा केन्द्र संकुल बृजपुर अंतर्गत स्थित प्राथमिक शाला कडक़ुल्हा की हालत बद से बदत्तर होने के चलते अभिभावकों का विद्यालय में बच्चो को प्रवेश दिलाने का मोह भंग हो गया है। जिसके चलते विद्यालय की स्थिति यह है कि वर्तमान शिक्षण सत्र में मात्र ११ विद्यार्थियों का ही कक्षा १ से लेकर ५ तक में प्रवेश हो सका है। विद्यालय में अध्ययन अध्यापन कार्य के लिए मात्र ही दो कक्ष है जिनकी हालत बदत्तर है। एक कक्ष में विद्यालय का जरूरी रिकार्ड और सामग्री रखी जा रही है और दूसरे कक्ष में कक्षा १ से ५वीं तक की कक्षायें एक साथ संचालित हो रही है। जिस कक्ष में कक्षायें संचालित होती है उसका आकार भी छोटा है जिससे जो छात्र कमरे के नीचे बैठाये जा रहे हैं उन्हें ही नहीं शिक्षकों को भी पठन-पाठन के कार्य में परेशान हो रही है। छत में रिसाव होने की वजह से पानी भर जाता है और इससे बरसात के दिनों में गीले फर्श में बच्चों को मजबूरी में बैठना पडता है।

विद्यालय में बिजली पानी की भी नहीं व्यवस्था

प्राथमिक शाला कडक़ुल्हा में बिजली पानी की भी व्यवस्था नहीं है। जहां पर स्कूल बना हुआ है वहां तक बिजली पहुंचने के लिए तीन कम से कम तीन विद्युत पोल खडे करके विद्युत लाइन की व्यवस्था जरूरी है किन्तु खंभों से लाइन नहीं पहुंचने के चलते अब तक विद्यालय में विद्युत का कनेक्शन नहीं हुआ है और इसके चलते बच्चों और विद्यार्थियो को उमस और गर्मी के समय में भी बिना पंखे के विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य करना पडता है कई बार बादलों के घने होने पर अंधेरे की समस्या का भी बच्चों को सामना करना पडता है। विद्यालय में बच्चों के लिए पीने तक के लिए व्यवस्था नहीं हैं। विद्यालय में पूर्व में एक हैण्डपम्प स्थापित था। पीएचई विभाग द्वारा बिन बिजली कनेक्शन के ही जल जीवन मिशन कार्यक्रम अंतर्गत विद्यालय की छत पर पानी की टंकी रखकर पाइप लाइन डालकर हैण्डपम्प के बोर में मोटर डालकर अपने कर्तव्यो की इतिश्री कर ली जिसका बिजली नहीं होने से नल से जल की व्यवस्था से बच्चों को बूंदभर भी पानी नही मिला इसके साथ ही जो हैण्डपम्प था वह भी खराब हो गया और विद्यालय में बूंदभर पानी की व्यवस्था नही है। प्यास लगने पर बच्चों को बाहर से कुछ दूर स्थित एक हैण्डपम्प से पानी पीने के लिए जाना पडता है। गमी में भी वह हैण्डपम्प बंद हो जाता है। नल से जल की व्यवस्था के लिए जल जीवन मिशन अंतर्गत पीएचई विभाग द्वारा जो सामग्री लगाई गई थी अब वह भी उखडक़र कर गायब होने लगी है।

किचन की हालत जर्जर

मिड डे मील कार्यक्रम अंतर्गत जिस किचन शेड में बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन पूर्व में तैयार होता था वह पूरी तरह जर्जर होकर बंद है। विद्यालय के एक हिस्से में जिसे किचन सेट के रूप में उपयोग किया जा रहा है उसकी हालत भी खराब है फर्श वगैरह उखड़े हुए है बरसात में पानी भी रिसता है जिससे रसोइया को मुश्किल हालातों के बीच बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन तैयार करना पड रहा है।

इनका कहना है

विद्यालय की स्थिति और समस्याओं की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। समस्याओं के समाधान वरिष्ठ स्तर से होने वाली कार्रवाही से होगा। विद्यालय कक्षों और किचन शेड की स्थिति से स्वभाविक रूप से समस्या है स्कूल में बिजली नहीं है पानी की समस्या है।

नंद किशोर तिवारी

जन शिक्षक बृजपुर विकासखण्ड पन्ना

Created On :   3 July 2025 12:23 PM IST

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