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Panna News: रथयात्रा पन्ना से जनकपुर के लिए रवाना, राजसी ठाठ-बाट के साथ दूल्हा बनकर रथ में सवार हुए भगवान श्री जगन्नाथ

- रथयात्रा पन्ना से जनकपुर के लिए रवाना
- राजसी ठाठ-बाट के साथ दूल्हा बनकर रथ में सवार हुए भगवान श्री जगन्नाथ
- बडे भाई बलभद्र, बहिन सुभद्रा सहित हजारों श्रृद्धालु बनें बाराती
Panna News: देश की सबसे प्राचीन तीन रथयात्राओं में से एक पन्ना की रथयात्रा राजशाही परम्परा एवं ठाठ-बाट के साथ आज शुक्रवार से प्रारंभ हो गई। पन्ना नगर स्थित प्रसिद्ध श्री जगदीश स्वामी बडा दिवाला में विराजमान भगवान श्री जगदीश स्वामी, बहिन सुभद्रा व बडे भाई बलभद्र के विग्रहों को मंदिर के गर्भगृह से बारी-बारी से बाहर लाकर रथों में विराजमान कराया गया। वेद-मंत्रों के साथ पुजारियों द्वारा पूजा-अर्चना के साथ आरती उतारी गई तथा पुलिस के सशस्त्र जवानों द्वारा भगवान को सशस्त्र सलामी दी गई तथा परम्परा के अनुसार पन्ना नरेश महाराज छत्रशाल द्वितीय द्वारा रथ को धक्का देकर रथयात्रा को रवाना किया गया। पन्ना में रथयात्रा महोत्सव की शुरूआत पौंने दो सौ साल पहले तत्कालीन पन्ना नरेश महाराज किशोर सिंह जू देव द्वारा की गई थी। उडीसा राज्य के पुरी की रथयात्रा की तर्ज पर पन्ना में हर वर्ष रथयात्रा महोत्सव का आयोजन धूमधाम से अनवरत जारी है। शहर स्थित श्री जगदीश स्वामी मंदिर बड़ा दिवाला से भगवान जगन्नाथ स्वामी, बहिन देवी सुभद्रा तथा बड़े भाई बलभद्र के विग्रहों को बारी-बारी से आसनों में बैठाते हुए निकाला गया तथा रथों में विराजमान कराया गया। रथों में आरूढ़ भगवान की वेद-मंत्रोच्चारण के साथ पंडित राकेश गोस्वामी व अन्य पुजारियों द्वारा पूजा-अर्चना की गई। विजय घण्टा और शंखों के निनाद के साथ ही बैण्ड-बाजों के साथ भगवान जगन्नाथ स्वामी, बहिन देवी सुभद्रा एवं बड़े भाई बलभद्र तथा हनुमान जी महाराज की आरती उतारी गई। भगवान की पूजा-अर्चना एवं आरती उतारी गई। इसके साथ ही साथ महाराज पन्ना छत्रशाल द्वितीय सहित श्रृद्धालुगणों द्वारा सबसे पहले भगवान बलभद्र जी के रथ को हांथ लगाते हुए आगे बढ़ाया और इसके बाद बहिन सुभद्रा जी का रथ आगे बढ़ा।
दूल्हा बने भगवान जग्गनाथ जी के रथ को श्रृद्धा भक्ति भाव एवं जयकारों के साथ आगे बढ़ाया गया और इसके साथ ही शुरू हो गई पन्ना की रथयात्रा। मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान की पूजा अर्चना का कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया। इस रथयात्रा महोत्सव में विधायक पन्ना बृजेन्द्र प्रताप सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मीना पाण्डेय, पूर्व विधायक श्रीकांत दुबे, वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद तिवारी, विधायक प्रतिनिधि विष्णु पाण्डेय, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सतानंद गौतम, एसडीओपी एस.पी. सिंह बघेल, तहसीलदार अखिलेश प्रजापति, टीआई रोहित मिश्रा, सीएमओ उमाशंकर मिश्रा, पूर्व नपा अध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक, धीरज तिवारी, रामकिशोर मिश्रा, मुरारीलाल थापक, रविन्द्र शुक्ला, मनोज केसरवानी, पंडित अरूण गंगेले सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तथा हजारों की संख्या में श्रृद्धालुगण शामिल रहे। जगदीश स्वामी मंदिर से शुरू हुई रथयात्रा के साथ रथयात्रा में शामिल हजारों बाराती खुशियों के साथ बैण्ड-बाजों के साथ नाचते-गाते हुए जय-जयकारे करते हुए भगवान के रथों को आगे बढ़ा रहे थे। सडक़ों के अलावा घरों और बारजों में लोग भगवान के दर्शन के लिए आतुर थे। परम्परा के साथ भगवान के रथ जब श्री बल्देव जी मंदिर पहुंचे तो पुजारियों द्वारा मंदिर की ओर से आरती उतारी गई इसके बाद रथयात्रा गोविन्द जी मंदिर पहुुंची यहां भी आरती उतारी गई। बड़ा बाजार चौराहा में किशोर जी मंदिर की ओर से मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी, बड़े भाई बलभद्र एवं बहिन सुभद्रा की आरती उतारी गई। अजयगढ़ चौराहे सहित जगह-जगह मिठाईयां बांटी गयी। रथ यात्रा की सुरक्षा में भारी पुलिस बल तैनात रहा।
पहले रथ में बलभद्र, दूसरे में बहिन सुभद्रा व तीसरे रथ में सवार हुए भगवान जगन्नाथ
पन्ना में रथयात्रा महोत्सव का आयोजन उडीसा राज्य के पुरी की तर्ज पर बुंदेली संस्कृति को समाहित करते हुए मनाया जाता है। उडीसा में जहां रथयात्रा को भगवान के विहार उत्सव के रूप में मनाने की पम्परा है। वहीं पन्ना में भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा इस मान्यता और भाव के साथ आयोजित होती है कि भगवान जगन्नाथ स्वामी दूल्हा के रूप में विवाह रचाने के लिए अपनी बारात लेकर निकलते हैं। उनके जनकपुर पहुंचने पर वहां विवाह उत्सव की झलक देखने मिलती है। हालांकि देवी लक्ष्मी द्वारा जनकपुर पहुंचकर उनके हांथ बांध देने की वजह से उनका विवाह सम्पन्न नहीं हो पाता और वह भगवान की वापिसी शुरू हो जाती है। रथयात्रा के दौरान पन्ना स्थित जगदीश स्वामी मंदिर से जब रथयात्रा चलती है तो सबसे आगे के रथ में भगवान बलभद्र, मध्य रथ में बहिन सुभद्रा तथा सबसे पीछे चलने वाले रथ में विराजमान भगवान जगन्नाथ स्वामी के दर्शन श्रृद्धालुओं को होते हैं।
नाची दलदल घोड़ी, बजे बैण्ड
रथ यात्रा महोत्सव के शुभारंभ में शामिल होने के लिये बुंदेलखंड के विभिन्न जिलो के अलावा महाकौशल एवं विंध्य से भी बड़ी संख्या में श्रृद्धालुगण रथ यात्रा को देखने के लिये पहुंचे। भगवान की बारात में बुंदेली प्रसिद्ध नृत्य दलदल घोड़ी साथ चल रहा था। बारात में बज रहा रमतुला भगवान की शाही सवारी रथों में सवार होकर निकली। पूरा नगर भगवान के जय घोषों से गूंज उठा। विजय घंट और शंक भगवान का गुणगान कर रहे थे साथ ही श्रृद्धालुओं ने भगवान पर पुष्पवर्षा की।
नन्हा दिवाला से भी निकली रथयात्रा
मुख्य रथयात्रा के साथ ही पन्ना नगर के अन्य जगदीश स्वामी मंदिरों नन्हा दिवाला जगदीश स्वामी मंदिर से काष्ठ रथ में देवी सुभद्रा, भगवान बलभद्र तथा जगत के नाथ जगदीश स्वामी की नयनाभिराम प्रतिमाओं को रथों में अरूढ़ कराते हुये परम्परा के अनुसार रथयात्रा की शुरूआत की। पन्ना नगर में आज एक साथ ऐतिहासिक रथयात्रा में बड़ा दिवाला से निकले तीन रथों जिनमें बहिन सुभद्रा, बड़े भाई बलभद्र, भगवान जगन्नाथ स्वामी की शाही सवारी रथयात्रा के रूप में निकली। रथयात्रा महोत्सव को लेकर नगर पालिका द्वारा स्वच्छता एवं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए रथयात्रा मार्ग को पूरी तरह से साफ बनाये रखा गया। सफाई कर्मी पूरे समय रथयात्रा मार्ग में तैनात रहे और लगातार सफाई करते रहे।
Created On :   28 Jun 2025 5:28 PM IST