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Panna News: विकास की राह में रोड़ा बनी बदहाल सड़क, जिले के सगरा गांव की दास्तान

- विकास की राह में रोड़ा बनी बदहाल सडक़
- जिले के सगरा गांव की दास्तान
Panna News: जिले की पवई तहसील अंतर्गत आने वाली २२०० आबादी वाली ग्राम पंचायत सगरा जहां काफी संख्या में आदिवासी समाज के लोग निवास करते हैं। जहां एक ओर सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है वहीं दूसरी ओर गांव की एक बदहाल सडक़ इन दावों पर सवालिया निशान लगा रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत करीब 4-5 साल पहले बनी यह सडक़ आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। सडक़ पर इतने बड़े-बड़े गढ्ढे हो गए हैं कि यह सडक़ कम और तालाब ज्यादा लगती है। इन गढ्ढों में भरा हुआ पानी, कीचड़ और बड़े-बड़े पत्थर ग्रामीणों के लिए एक बड़ा संकट बन गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार यह सडक़ शुरुआत से ही घटिया सामग्री से बनाई गई थी जिसका नतीजा आज सबके सामने है। बारिश का मौसम आते ही स्थिति और भी खराब हो जाती है। सडक़ पर कीचड़ और जलभराव के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है और वाहनों का निकलना तो दूर की बात है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को होती है। उन्हें प्रतिदिन इस खतरनाक रास्ते से होकर जाना पड़ता है। जिससे न केवल उनके कपड़े गंदे होते हैं बल्कि चोट लगने का भी खतरा बना रहता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या को लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की है लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीण हर दिन इसी बदहाल सडक़ से गुजरने को मजबूर हैं जिससे उनके मन में रोष और निराशा है। बुजुर्गों, महिलाओं और बीमार लोगों के लिए तो यह सडक़ किसी चुनौती से कम नहीं है। एम्बुलेंस या अन्य आपातकालीन सेवाएं भी गांव तक आसानी से नहीं पहुंच पाती हैं जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस सडक़ की हालत इतनी खराब है कि इसके किनारे बना एक नाला भी धंस गया है जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। यह नाला सडक़ के बहुत करीब है और उसमें भरा पानी और ढहती हुई मिट्टी हर आने-जाने वाले के लिए खतरा बनी हुई है। ग्रामीणों को हमेशा इस बात का डर सताता रहता है कि कहीं कोई बच्चा या वाहन इस नाले में न गिर जाए। सगरा गांव की यह बदहाल सडक़ केवल एक आवागमन का साधन नहीं बल्कि ग्रामीण विकास और प्रशासनिक उदासीनता का एक जीता-जागता उदाहरण है। यह सडक़ दिखाती है कि कैसे सरकारी योजनाओं के नाम पर बनने वाली घटिया सडक़ें कुछ ही सालों में दम तोड़ देती हैं और ग्रामीण जनता को परेशानी में डाल देती हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द इस सडक़ का जीर्णोद्धार कराया जाए और भविष्य में ऐसी सडक़ों के निर्माण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। यह केवल एक सडक़ का मामला नहीं है बल्कि सैकड़ों ग्रामीणों के जीवन और उनकी सुरक्षा का सवाल है। सरकार और प्रशासन को इस गंभीर समस्या पर तुरंत ध्यान देना चाहिए और सगरा गांव के लोगों को इस मुसीबत से निजात दिलानी चाहिए ताकि वह भी विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
इनका कहना है
मुरूम टाइप की डलवाई गई थी वैकल्पिक व्यवस्था की थी पंचायत से कुछ ना कुछ करवाएंगे।
रोहिणी प्रसाद चौबे
सचिव ग्राम पंचायत सगरा
Created On :   2 Sept 2025 12:19 PM IST