Panna News: नौकरी का झांसा देकर प्रधान आरक्षक ने की युवक के साथ ठगी, सलेहा थाना में मामला दर्ज

नौकरी का झांसा देकर प्रधान आरक्षक ने की युवक के साथ ठगी, सलेहा थाना में मामला दर्ज
  • नौकरी का झांसा देकर प्रधान आरक्षक ने की युवक के साथ ठगी
  • सलेहा थाना में मामला दर्ज
  • तीन लाख सोलह हजार से भी अधिक की धोखधडी का मामला

Panna News: पन्ना जिले के सलेहा थाना में पूर्व में पदस्थ प्रधान आरक्षक अनिल सिंह बागरी पर एक युवक को नौकरी लगवाने का झांसा देेकर ०३ लाख १६ हजार ७०० रूपए की ठगी करने का आरोप लगा है। फरियादी युवक प्रशांत खरे पिता हजारी लाल खरे उम्र ३५ वर्ष निवासी कठवरिया की रिपोर्ट पर सलेहा थाना में आरोपी प्रधान आरक्षक के विरूद्ध बीएनएस की धारा ३१८ के तहत मामला दर्ज किया गया और पुलिस द्वारा इसकी जांच की जा रही है। मामले को लेकर फरियादी ने पुलिस को बताया कि आरोपी प्रधान आरक्षक द्वारा थाना सलेहा में प्राइवेट तौर पर वेतनभोगी की नौकरी लगवाने का प्रलोभन देकर उसके साथ ठगी की गई है नौकरी दिलाने के लिए उससे दिनांक ०१ जुलाई २०२४ को ७६ हजार रूपए, ०३ जुलाई को २४ हजार रूपए नगद मेरे घर कठवरिया में श्री बागरी द्वारा लिए गए थे और इसके बाद अनिल बागरी के कहने पर मंैने अपनी पत्नी दिव्या श्रीवास्तव के खाते से दिनांक २४ अक्टूबर २०२४ को १६०० रूपए, दिनांक २६ अक्टूबर २०२४ को १४०० रूपए, दिनांक ३० अक्टूबर २०२४ को १२०० रूपए, दिनांक ०५ दिसम्बर २०२४ को १३ हजार रूपए चारों ट्रान्जेक्शन अनिल सिंह बागरी के फोन-पे एकाउंट नंबर में तथा दिनांक १८ अक्टूबर २०२४ को ०५ हजार रूपए प्रहलाद लोधी के फोन-पे नंबर पर दिनांक २७ अक्टूबर २०२४ को अमित लिव्कायर सलेहा टू एफएलसीएल के फोन-पे की आईडी ०१ से २० हजार रूपए एवं ट्रान्जेक्शन आईडी ४९ से ०५ हजार रूपए एवं दिनांक २२ दिसम्बर २०२४ को अनुज कुमार बागरी के फोन-पे पर १३ हजार ३०० रूपए, १० हजार रूपए एवं दिनांक ९० जुलाई २०२४ को सुशीला तिवारी के फोन-पे नंबर पर १० हजार रूपए, ०२ हजार रूपए ट्रांसफर किए गए है

इसके साथ ही अनिल बागरी के कहने पर अपनी पत्नी के खाते से दिनांक ०९ दिसम्बर २०२४ को १२ हजार रूपए, दिनांक १० दिसम्बर २०२४ को १८ हजार रूपए, दिनांक १८ दिसम्बर २०२४ को ५ हजार रूपए, दिनांक २० दिसम्बर २०२४ को १५ हजार रूपए, दिनांक २२ दिसम्बर २०२४ को १३ हजार रूपए, १० हजार रूपए, २७ दिसम्बर को २५ हजार रूपए ट्रांसफर किए गए। जो सातों ट्रान्जेक्शन किस खाते में ट्रांसफर हुए यह मेरे फोन-पे नंबर से ज्ञात नही हो रहा है। इसके साथ मंैने अपने स्टेट बैंक के खाता से दिनांक ०८ जुलाई २०२४ को वीरेन्द्र राव जेटी के फोन ट्रान्जेक्शन आईडी से ०३ हजार रूपए दिनांक ३१ अक्टूबर २०२४ को २५०० रूपए, दिनांक ०१ नवम्बर २०२४ को १० हजार रूपए, दिनांक ०१ जनवरी २०२५ को १० हजार रूपए, दिनांक ०१ अप्रैल २०२५ को ०१ हजार रूपए श्री बागरी के कहने पर ट्रांसफर किए गए। किस खाता क्रमांक में ट्रांसफर हुए है यह मुझे ज्ञात नहीं है जिसकी जानकारी मेरे बैंक स्टेटमेन्ट से प्राप्त हो जायेगी। फरियादी द्वारा ट्रान्जेक्शन संबंधी जानकारियो के स्क्रीन शॉट सहित अन्य जानकारिया भी पुलिस को सांैपी गई है।

Created On :   22 July 2025 11:45 AM IST

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