पन्ना: पीएचई की जांच रिपोर्ट में पीने योग्य नहीं विद्यालय के बोर और हैण्डपम्प का पानी

पीएचई की जांच रिपोर्ट में पीने योग्य नहीं विद्यालय के बोर और हैण्डपम्प का पानी
  • पीएचई की जांच रिपोर्ट में पीने योग्य नहीं विद्यालय के बोर और हैण्डपम्प का पानी
  • शासकीय हायर सेकन्डरी विद्यालय बृजपुर के छात्र-छात्रायें होटलों में जाकर पानी पीने के लिए मजबूर

डिजिटल डेस्क, बृजपुर नि.प्र.। पन्ना विकासखण्ड के बृजपुर स्थित शासकीय सरदार पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्रायें और विद्यालय का स्टॉफ विद्यालय में पीने योग्य पानी की व्यवस्था नहीं होने की समस्या से जूझ रहे हैं विद्यालय में छात्र व स्टॉफ की व्यवस्था के लिए बोर तथा हैण्डपम्प से जो पानी निकलता था उसके खराब होने को लेकर आ रही शिकायतों के बाद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा हैण्ड पम्प से तथा बोर से निकले पानी का सैम्पल लेकर जांच कराई गई जिसकी रिपोर्ट लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा बीते दिनों विद्यालय प्रबंधन को उपलब्ध कराई गई है। उपलब्ध कराई गई जांच रिपोर्ट में हैण्ड पम्प तथा बोर का पानी पीने योग्य निर्धारित मानक के अनुरूप नहीं पाया गया है। अमानक पानी के सेवन से स्वास्थ्य में होने वाले नुकसान को लेकर भी पीएचई विभाग द्वारा विद्यालय प्रबंधन को आगाह किया गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पानी की जांच रिपोर्ट में आयरन की मात्रा काफी अधिक बताई गई है।

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पीने योग्य पानी में आयरन की मात्रा का निर्धारित मानक ०.३ मिलीग्राम प्रति लीटर निर्धारित किया गया है और १.० मिलीग्राम प्रति लीटर आयरन की मात्रा से अधिक पानी का उपयोग नहीं होना चाहिए किन्तु जांच रिपोर्ट में लिए गए दो सैम्पलों में आयरन की मात्रा मानकों से काफी अधिक १.५ मिलीग्राम प्रति लीटर तथा २.० मिलीग्राम प्रति लीटर पाई गई है जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी हानिकारक है। इसके साथ ही साथ जांच रिपोर्ट में सल्फेट फ्लोराईड, मैग्नीशियम क्लोरीन आदि तत्वों की मात्रा भी जांच में मानकों के अनुसार नही पाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद छात्र-छात्रायें एवं स्टॉफ के सामने पानी की व्यवस्था करना बडी चुनौती बन गया है। विद्यालय में पीने के लिए पानी के प्रबंधन नही होने से सैकड़ो की संख्या में छात्र-छात्रायें स्कूल के बाहर कस्बे में होटलों, ठेलों में जाकर प्यास बुझाने के लिए मजबूर है और इसके चलते विद्यालय के सामने दूसरी समस्याए खडी हो रही हैं।

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सीएम हेल्पलाईन में शिकायत के बाद पीएचई ने की पानी की जांच

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बृजपुर में पानी की व्यवस्था के लिए लगे बोर तथा हैण्ड पम्प से निकलने वाले पानी के खराब होने की लगातार छात्राओं द्वारा शिकायत की जा रही थी किन्तु इसके बावजूद प्रबंधन विद्यालय छात्र-छात्राओं की इस शिकायत को लेकर गंभीर नहीं था और लंबे समय छात्र अमानक पानी का उपयोग मजबूर होकर रहे थे। जिसके बाद एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा विद्यालय का पानी गुणवत्ता विहीन होने के संबंध में सीएम हेल्पलाईन पर इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई जिस पर पीएचई विभाग द्वारा विद्यालय में लगे हैण्डपम्प तथा बोर से निकलने वाले पानी के सैम्पल लेकर जिला मुख्यालय स्थित पीएचई की प्रयोगशाला में पानी की जांच करवाई गई जिसकी जांच रिपोर्ट में पानी पीने योग्य नही पाया गया।

विद्यालय में ७०० से अधिक छात्र-छात्रायें जिम्मेदार व्यवस्था को लेकर उदासीन

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जांच रिपोर्ट आए एक पखवाडा से भी अधिक समय गुजर चुका है किन्तु छात्र-छात्राओं को स्वच्छ एवं गुणवत्ता पूर्ण पेयजल उपलब्ध कराए जाने को लेकर विद्यालय प्रबंधन एवं पीएचई विभाग उदासीन बना हुआ है जिसके चलते छात्र-छात्रायें और स्टॉफ पानी के संकट का सामान करना पड रहा है। स्कूल से बाहर होटलों अथवा गुमटियों में छात्र-छात्रायें पानी पीने के लिए जाने के लिए मजबूर है जहां पर पानी की स्थिति देखी जा रही है उनको साफ पानी नही मिल पा रहा है इसके चलते छात्र-छात्रायें और उनके अभिभावक भी नाराज है।

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इनका कहना है

विद्यालय में पानी की समस्या को लेकर अधिकारियों से पत्राचार किया है लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई है विद्यालय में इतना बजट नहीं है कि हम स्वयं पानी की व्यवस्था कर सकें।

आबदा खातून कुरैशी

प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बृजपुर

पानी की गुणवत्ता के संबंध में सीएम हेल्पलाईन में शिकायत के बाद सैम्पल लेकर जांच कराई गई तथा जांच रिपोर्ट को हमारे द्वारा विद्यालय प्रबंधन को उपलब्ध करा दिया गया है। पानी में आयरन की मात्रा अत्याधिक होने के कारण पीने योग्य नही है इसकी हमारे द्वारा सूचना विद्यालय को दी गई है कि पानी पीने में उपयोग नही किया जाये।

लालू नंदी

मैकेनिक पीएचई

पीएचई द्वारा शिकायत के बाद दो बोरिंग जिसमें एक में हैण्डपम्प तथा एक में मोटर पम्प है जिसके पानी जांच कराई गई। जांच सैम्पल में आयरन की मात्रा अधिक होने के कारण पानी पीने योग्य नहीं पाया गया है। इस समस्या के समाधान के लिए नया बोर कराए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। वैकल्पिक व्यवस्था क्या हो सकती है इसको लेकर वह विद्यालय जायेंगे। ग्राम पंचायत में स्थित निकटतम बोर से विद्यालय तक पानी पहँुचे इस संबंध में आवश्यकतानुसार व्यवस्था करने का प्रयास किया जायेगा।

राज पाठक

उपयंत्री पीएचई

Created On :   11 March 2024 11:04 AM GMT

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