पन्ना: माध्यमिक से उच्च माध्यमिक शिक्षक काउसलिंग सूची विवादों के घेरे में

माध्यमिक से उच्च माध्यमिक शिक्षक काउसलिंग सूची विवादों के घेरे में

डिजिटल डेस्क, पन्ना। मध्य प्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को वरिष्ठ पदों पर पदोन्नति प्रभार संबधी कार्यवाही की जा रही है जिसके तारतम्य में माध्यमिक शिक्षकों को उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर पदोन्नति प्रभार दिए जाने के लिए पूरे प्रदेश कल दिनांक २६ सितम्बर तथा २७ सितम्बर को पदस्थापना स्थल चयन को लेकर काउसलिंग की कार्यवाही किए जाना निर्धारित किया गया है। काउसलिंग के पूर्व गत दिवस २४ सितम्बर को उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर पदोन्नति प्रभार के लिए चयनित किए गए विषयवार शिक्षकों की सूची जारी की गई जो कि सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आई काउसलिंग के जारी की गई सूची में व्यापक पैमान पर त्रुटियां होने के चलते बडी संख्या में वरिष्ठ होने के बावजूद काउसलिंग सूची में शिक्षकों का नाम नहीं है। माध्यमिक शिक्षकों द्वारा जब पदोन्नति प्रभार के लिए सूची देखी गई तो उन्होंने पाया कि सूची को लेकर स्थिति यह है उनसे कनिष्ठ शिक्षकों के नाम पदोन्नति प्रभार सूची में और उनका नाम सूची से गायब है जिसके चलते आज जब जिला शिक्षा अधिकारी का कार्यालय सुबह प्रारंभ हुआ उसके पहले ही बडी संख्या में माध्यमिक शिक्षकों का पहँुचना शुरू हो गया। शिक्षकों का कहना था कि विभाग स्तर पर वरिष्ठता सूची तैयार करने के लिए विगत वर्ष प्रक्रिया शुरू की गई थी।

वरिष्ठता सूची उनके नियुक्ति दिनांक से तैयार कर उसमें स्नातकोत्तर कक्षाओं में विषयानुसार दर्ज करने थे जिन शिक्षकों द्वारा जिस विषय के साथ स्नातकोत्तर परीक्षा उर्तीर्ण की गई थी उसे भी दर्ज कर सूची तैयार करनी थी तथा विषयानुसार वरिष्ठ पद उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए पदोन्नति वरिष्ठता के आधार पर तैयार कर काउसलिंग की जानी चाहिए किन्तु वरिष्ठता सूची तैयार करने में की गई त्रुटियां जिसमें स्नातकोत्तर कक्षा का विषय दर्ज नहीं होना, नियुक्ति दिनांक सही दर्ज नहीं होने के चलते पदोन्नति प्रभार के लिए त्रुटिपूर्ण सूची तैयार की गई है और इसके चलते जिले में ४५० से ५०० माध्यमिक शिक्षक पदोन्नति प्रभार के लाभ से वंचित होने की स्थिति में आ गए है शिक्षकों का कहना था कि यदि इस त्रुटि को सुधार किया जाने के पूर्व काउसलिंग किए जाने की कार्यवाही की जाती है वह वरिष्ठता अनुसार प्राथमिकता के साथ जिन विद्यालयो में पदस्थापना के लिए काउसलिंग विकल्प चयन करना चाहते वह अधिकार भी उन्हें मिल सकेगा। शिक्षकों द्वारा आज अपना असंतोष जिला पंचायत सीईओ सहित जिला शिक्षा अधिकारी तथा अन्य अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया और बडी संख्या में पहुंचे माध्यमिक शिक्षकों द्वारा अपना अभ्यावेदन इस संबध में जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। देर शाम तक बडी संख्या में शिक्षक डटे रहे और अपना विरोध जताते हुए त्वरित रूप से उचित कार्यवाही की मांग करते रहे।

जिन्हें क्रमोन्नति नहीं मिली उनके नाम भी पदोन्नति प्रभार सूची में

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बातचीत के दौरान कई शिक्षकों ने बताया कि पदोन्नति प्रभार उन्हीं शिक्षकों को दिया जाना चाहिए जो संबधित विषय में उच्च माध्यमिक शिक्षक पद के लिए पात्र है तथा उन्हें क्रमोन्नति दी जा चुकी है। वहीं जो पदोन्नाति के लिऐ भोपाल से काउसलिंग के लिए सूची जारी हुई है उसमें उन माध्यमिक शिक्षकों को भी शामिल कर लिया गया है जो कि कनिष्ठ है और उन्हें क्रमोन्नति भी प्राप्त नहीं हुई है। वहीं बडी संख्या में वरिष्ठ तथा क्रमोन्नति प्राप्त शिक्षकों के नाम वरियता काउसलिंग सूची में शामिल नहीं किए गए हैं। जिसके चलते माध्यमिक शिक्षक से उच्च माध्यमिक शिक्षक पद पर पदोन्नति प्रभार के लिए जो काउसलिंग सूची जारी की गई है वह दूषित है और कार्यवाही पूरी तरह से अवैध है।

इनका कहना है

उच्च माध्यमिक शिक्षक पद पर पदोन्नति प्रभार के लिए जो राज्य स्तर से २६ सितम्बर को होने वाली काउसलिंग की सूची जारी की गई थी उसको लेकर दिनांक २६ सितम्बर की होने वाली काउसलिंग राज्य स्तर पर स्थगित कर दी गई है। भोपाल से निर्देश प्राप्त हुए है कि उच्च माध्यमिक शिक्षक की पदोन्नाति के संबध में जिन शिक्षको को आपत्ति है वे शिक्षक अपना दावा आपत्ति संबधित अभ्यावेदन जमा कर सकते है जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय मेें इस संबध २६ सितम्बर को दोपहर १२ बजे दावा आपत्ति संबधी अभ्यावेदन प्राप्त किए जायेगे तथा इसकी जानकारी गूगल सीट जो राज्य स्तर से प्राप्त होगी उस पर उसे दर्ज कर भेजा जायेगा तदानुसार आगे राज्य स्तर पर निर्देश प्राप्त होगे उस कार्यवाही की जावेगी।

रविप्रकाश खरे

एडीपीसी, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पन्ना

पदोन्नति प्रभारी के संबध में जो कांउसलिंग सूची जारी की गई है उसमें काफी विसंगतियां हैं तथा त्रुटिपूर्ण है। इसके संबध में हमारे द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के समक्ष शिक्षकों का पक्ष रखा गया है। दिनांक २६ सितम्बर को जो कांउसलिंग होनी थी उसके स्थगित हो जाने की जानकारी सामने आई है। शिक्षकों के अभ्यावेदन प्राप्त किए जाने की जानकारी दी गई है।

पुष्पराज सिंह परमार

अध्यक्ष म.प्र. राज्य शिक्षक संघ पन्ना

Created On :   26 Sept 2023 6:21 PM IST

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