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Panna News: रैपुरा में एक मात्र निस्तारी तालाब उसके भी हालात खराब, कई फिट गंदगी से पटा पडा तालाब

- रैपुरा में एक मात्र निस्तारी तालाब उसके भी हालात खराब
- कई फिट गंदगी से पटा पडा तालाब
- बदबू इतनी कि लोगों का खड़ा होना भी मुश्किल
Panna News: रैपुरा में स्थित एक मात्र निस्तारी तालाब के जीर्णोद्धार की मांग ने एक बार फिर से जोर पकडा है। हाल ही में रैपुरा आए पवई विधायक प्रहलाद लोधी एवं जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे के सामने इसकी पुरजोर मांग रखी गई। जिसे जनप्रतिनिधियों ने भी गंभीरता से लिया है। जिला पंचायत अध्यक्षा मीना राजे ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा था कि अप्रैल से तालाबों की सफाई का कार्य सभी जगह शुरू हो रहा है वह रैपुरा के तालाब को इस मुहिम में प्राथमिकता देंगी।
तालाब के हाल बदहाल, अगर अभी सफाई नहीं हुई तो करना पडेगा एक वर्ष इंतजार
रैपुरा के निवासियों का कहना है कि कस्बे का यह एक मात्र निस्तारी तालाब है परंतु समय के साथ इसमें गंदगी इतनी अधिक हो गई है कि अब इसका पानी उपयोग में नहीं लाया जा सकता। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अगर जनप्रतिनिधियों की पहल पर यदि इस बार गर्मी में साफ करवा दिया जायेगा तब तो ठीक है नहीं तो फिर से एक वर्ष तक इंतजार करना होगा क्योंकि बारिश में फिर पानी भरने से तालाब कीचड के दलदल में तब्दील हो जायेगा।
गंदगी और बदबू से पटा हुआ है तालाब
फिलहाल तालाब की हालत दयनीय है। क्योंकि तालाब में कई फीट तक गंदगी पटी पड़ी है। हालत यह हैं कि दैनिक उपयोग के लिए भी लोग इस तालाब के पानी का उपयोग नहीं कर पाते। तालाब के किनारे कई घर हैं जहां के लोग कहते हैं कि तालाब की गंदगी से बदबू इतनी होती है कि सामने तरफ खड़े होना मुश्किल होता है। मच्छरों का घर बना यह तालाब कई बीमारियों को जन्म देता है और हम यह सब झेल रहे हैं। तालाब के पास से ही गांव के क्षेत्र की शुरूआत होती है। इसी के पास आधे आधे से अधिक कस्बे की आबादी बसी है। जो गर्मियों में पानी के लिए इसी तालाब पर निर्भर होती है। क्योंकि हर गर्मियों में कस्बे में पीने के लिए पानी की किल्लत होती है निस्तार के लिए पानी की उपलब्धता दूर की बात है। इस वर्ष फरवरी माह में ही जल स्तर नीचे चला गया है। जिससे पूरा कस्बा चिंतित है। लोगों को उम्मीद थी कि इस वर्ष तालाब साफ हो जाएगा और पानी भर पाएगा लेकिन यह सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहा और तालाब के हालात जस के तस हैं।
पिछले वर्ष तेज हुई थी तालाब सफाई के लिए मुहिम
पिछले वर्ष लोगों ने तालाब की सफाई की मांग तेज की थी जिसके बाद युवाओं ने श्रमदान कर कई ट्राली कचरा कुछ घाटों से निकाला था। वह चाहते थे कि श्रमदान से शायद हम कुछ कर सके और यह श्रम दान अधिकारियों का भी ध्यान आकृष्ट कर सके कि वाकई तालाब का अस्तित्व समाप्त हो रहा है। बावजूद इसके अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और तालाब के हालात बदतर होते गए।
इनका कहना है
हम पिछले वर्ष से ही प्रयासरत हैं पहले तालाब का सिंघाड़ा और मछली पालन का पट्टा था जो कि निरस्त कराया गया ताकि तालाब की सफाई कराई जा सके। तालाब में बहुत मात्रा में कपो शैवाल का कचरा है जो कई फीट की है। पंचायत सफाई के लिए बजट की मांग कर रही है जिससे कई फीट गहरा शैवाल का कचरा हटाने का कार्य किया जा सके।
ममता जैन, सरपंच रैपुरा
Created On :   10 March 2025 12:46 PM IST