Pune City News: खेड़-शिवापुर, नवी पेठ के मतदाता हो गए सनसिटी के

खेड़-शिवापुर, नवी पेठ के मतदाता हो गए सनसिटी के
  • मुंढवा वाले वारजे चले गए
  • मनपा चुनाव के लिए घोषित प्रारूप मतदाता सूची में बड़ा गड़बड़झाला

भास्कर न्यूज, पुणे। महापालिका चुनाव के लिए जारी प्रारूप मतदाता सूचियों में बड़ी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। सूची में मुंढवा वार्ड के मतदाताओं के नाम वारजे वार्ड की मतदाता सूची में और बारामती लोकसभा क्षेत्र में आने वाले खेड़-शिवापुर के मतदाताओं के नाम सन सिटी वार्ड की सूची में दिखाई दे रहे हैं। इस बात को प्रशासन ने भी स्वीकारते हुए दावा किया है कि वार्डवार सूचियों को अलग करते समय सॉफ्टवेयर के कारण कई वार्डों के मतदाताओं के नाम दूसरे वार्ड में चले गए हैं।

बताया गया कि इस विषय में राज्य चुनाव आयोग को सूचित कर दिया गया है। आगामी मनपा चुनाव के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया के चरण पूरे हो रहे हैं। चुनाव आयोग के आदेश के मुताबिक पुणे मनपा प्रशासन ने वार्ड संरचना तैयार की। संरचना के तहत पुणे मनपा चुनाव में कुल 41 वार्ड हैं, जिनमें से 40 वार्ड चार सदस्यीय और एक वार्ड (38 नंबर ) पांच सदस्यीय है। 15 दिन पहले वार्डवार आरक्षण घोषित किया गया। उसके बाद पिछले हफ्ते वार्डवार प्रारूप मतदाता सूची जारी की गई है। सूचियों में गड़बड़ी मिलने लगी है।

दो दिन में 410 आपत्तियां-शिकायतें

पिछले दो दिनों में चुनाव कार्यालय में शिकायतों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। सोमवार ( 24 नवंबर ) शाम तक चुनाव कार्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों में 419 आपत्तियां और शिकायतें प्राप्त हुई हैं। मनपा प्रशासन द्वारा जारी की गई प्रारूप मतदाता सूचियों की महाविकास आघाड़ी लगातार आलोचना कर रही है। आरोप लग रहा है कि एक वार्ड के मतदाताओं के नाम जानबूझकर पड़ोसी वार्ड में डाले गए हैं।

प्रारूप मतदाता सूची पर आपत्ति दर्ज कराने की संख्या बढ़ रही है। सोमवार शाम तक 419 आपत्तियां और शिकायतें दर्ज हो चुकी थीं। वहीं, मतदाता सूचियों की बिक्री भी बढ़ गई है, जिससे कुल 13.30 लाख रुपए से अधिक का राजस्व मनपा के खजाने में जमा हुआ है।

आरक्षण के संबंध में आईं 24 आपत्तियां

मनपा प्रशासन द्वारा घोषित वार्डों के आरक्षण ड्रॉ पर आपत्तियां दर्ज करने की समय सीमा सोमवार तक थी। इस दौरान चुनाव कार्यालय को 24 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं, जिनमें वार्ड नंबर 1 में सबसे अधिक छह आपत्तियां आई हैं। इस वार्ड के एक गुट में अनुसूचित जाति (महिला) के लिए आरक्षण रखा गया है। इसे अनुसूचित जाति सामान्य में बदलने के लिए आपत्तियां दर्ज की गई हैं। वहीं, वार्ड नंबर नौ में दो आपत्तियां आई हैं, जिसमें कहा गया है कि इस वार्ड में अनुसूचित जाति वर्ग की आबादी दोगुना हो गई है, इसलिए उसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया जाए।

ऐसे करें शिकायत..

मनपा प्रशासन द्वारा घोषित प्रारूप मतदाता सूचियों पर आपत्तियां और सुझाव देने के लिए 27 नवंबर की समय सीमा दी गई है। इसमें नागरिक व्यक्तिगत रूप से फॉर्म ए के जरिए नाम, पते संबंधी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। फॉर्म बी के जरिए कोई भी नागरिक किसी अन्य परिचित व्यक्ति के संबंध में दस्तावेज देकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसमें किसी क्षेत्र के बड़ी संख्या के मतदाताओं संबंधी शिकायत करने के लिए कोई भी व्यवस्था उपलब्ध नहीं है, जिससे किसी भी व्यक्ति और संगठनों को संबंधित क्षेत्र के सहायक आयुक्त को ऐसे गड़बड़ियों संबंधी जानकारी देना होगी। मनपा चुनाव विभाग के प्रमुख प्रसाद काटकर ने बताया कि गड़बड़ियों पर स्वत: संज्ञान लेकर प्रशासन द्वारा जांच कर निर्णय लिया जाएगा। प्रशासन ने मतदाताओं से नाम खोजने के लिए http://mahasecvoterlist.in/ObjectionOnClick/SearchName लिंक का उपयोग करने की अपील की है।

गड़बड़ियां दूर किए बिना नहीं कराएं चुनाव

मनपा चुनाव के लिए जारी वार्डवार मतदाता सूची में असंख्य त्रुटियां हैं। उन्हें सुधारे बिना मनपा चुनाव नहीं कराए जों। यह मांग महाविकास आघाड़ी के प्रतिनिधिमंडल ने की है। सूचियों में मिली गलतियों को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार), अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, शिवसेना (ठाकरे गुट), महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, वंचित बहुजन आघाड़ी, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी समेत अन्य पार्टियों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने 24 नवंबर को मनपा के अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वार्डवार मतदाता सूचियां जारी करते समय मनपा आयुक्त नवलकिशोर राम ने स्वयं स्वीकार किया है कि मतदाता सूची में तीन लाख से ज्यादा डुप्लिकेट मतदाता हैं। कई जगहों पर एक वार्ड के मतदाता दूसरे वार्ड में दर्ज कर दिए हैं। मनपा प्रशासन सत्ताधारी भाजपा के प्रभाव में काम कर रहा है। मतदाताओं की प्रारूप सूची पर आपत्तियां दर्ज करने के लिए केवल आठ दिन का समय दिया गया है। अगर सूचियों बड़ी गड़बड़ियां हैं, तो गलत तरीके से चुनाव न कराए जाएं। पहले सूचियों को पूरी तरह ठीक करें।

Created On :   25 Nov 2025 3:38 PM IST

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