Pune News: आधुनिक तकनीक और सख्त नियमों से बचेंगी जान; 11 महीनों में 36 लोगों की मौत

आधुनिक तकनीक और सख्त नियमों से बचेंगी जान; 11 महीनों में 36 लोगों की मौत
  • हिंजवड़ी में दुर्घटनाएं टालने के लिए आइटियंस ने सुझाए उपाय
  • आईटियंस द्वारा सुझाए गए उपाय
  • जीपीएस आधारित निगरानी

भास्कर न्यूज, पिंपरी-चिंचवड़।

हिंजवड़ी में होने वाली दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। भारी वाहनों के नीचे कुचलकर कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, जिसके चलते फोरम फॉर आईटी एम्प्लॉई (एफआईटीई) नामक आइटियंस के संगठन ने पुलिस को कई उपाय सुझाए हैं। आइटियंस का कहना है कि आधुनिक तकनीक के साथ-साथ नियमों को कठोरता से लागू किया जाए तो दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। हिंजवड़ी के राजीव गांधी आईटी पार्क परिसर में बढ़ती दुर्घटनाओं के कारण पुलिस की चिंता बढ़ गई है। वाहनों की अत्यधिक आवाजाही, संकरी और खराब सड़कें और बुनियादी सुविधाओं का अभाव इस क्षेत्र को दुर्घटना-प्रवण बना रहा है। इसमें इजाफा करते हुए, प्रवेशबंदी के समय में भी भारी-भरकम वाहनों की घुसपैठ जारी है। एफआईटीई ने हिंजवडी पुलिस को एक ज्ञापन दिया है।

- आईटियंस द्वारा सुझाए गए उपाय

- जीपीएस आधारित निगरानी

भारी यातायात करने वाले प्रत्येक वाहन में जीपीएस प्रणाली स्थापित करना आवश्यक है। इसके आधार पर निगरानी की जा सकती है कि वाहन सही दिशा और गति का पालन कर रहा है या नहीं। यातायात की दिशा, गति और अन्य नियमों का पालन न करने पर चालक को तत्काल सूचना देना सुविधाजनक होगा। ऐसी व्यवस्था अमेरिका की एक बीमा कंपनी 2008 से उपयोग कर रही है, जिसका निर्माण हिंजवड़ी में हुआ है।

- डैशबोर्ड और ब्लाइंड स्पॉट पर कैमरे

चालकों के व्यवहार, सड़क अनुशासन और घटनाओं की जिम्मेदारी पर नजर रखने के लिए वाहन की केबिन और डैशबोर्ड में कैमरे लगाना आवश्यक है। साथ ही, भारी वाहन चालकों के लिए ब्लाइंड स्पॉट वाली जगहों पर भी कैमरे लगाए जाने चाहिए ताकि चालक निगरानी रख सकें।

- दुर्घटना रोधी सेंसर

यदि वाहन अचानक लेन बदलता है, ब्रेक लगाने में देरी करता है या उसकी दृश्यता कम हो जाती है, तो ऐसी दुर्घटनाओं को टालने के लिए दुर्घटना रोधी सेंसर लगाना आवश्यक है। ये सेंसर तत्काल ब्रेक लगाकर वाहन को नियंत्रित करेंगे और संभावित बडी दुर्घटना को टाला जा सकता है।

- सुरक्षा मानकों की जांच

केवल भारी वाहनों पर नियम लगाकर काम नहीं चलेगा। कुछ नियम अन्य वाहन चालकों के लिए भी बनाना आवश्यक है। यात्री वाहनों में सीटबेल्ट का उपयोग करना, एयरबैग्स होना अनिवार्य है। इसका पालन हो रहा है, यह सुनिश्चित करना जरूरी है। वाहन में सभी सुरक्षा प्रणालियां कार्यरत हैं, इसकी जांच बाध्यकारी होनी चाहिए। ऐसे सुरक्षा उपायों पर ध्यान न देने वाले चालकों पर कठोर कार्रवाई की जाए।

- कुशल चालकों की नियुक्ति

भारी वाहन चलाने वाले चालक कुशल हों, यह अनिवार्य किया जाए। उन्हें तकनीकी जानकारी होना बाध्यकारी किया जाए। कई वाहनों की नंबर प्लेट दिखाई नहीं देती हैं, जिससे पुलिस को कार्रवाई के समय इन कठिनाइयों का सामना करना पडता है।

हम पुलिस विभाग, आरटीओ और यातायात अधिकारियों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त रूप से कार्यान्वयन, जागरूकता और जांच अभियान शुरू करें कि सभी भारी वाहन सुरक्षा मानकों को पूरा करते हैं। यदि नियमों का पालन न करते हुए भारी यातायात हो रहा है, तो उसकी जिम्मेदारी तय करके तत्काल कठोर कार्रवाई होनी अपेक्षित है।

- पवनजीत माने, अध्यक्ष, एफआईटीई

Created On :   25 Nov 2025 4:23 PM IST

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