Pune City News: नागरिकों और व्यापारियों से बदसलूकी करने वाले चार पुलिसकर्मी निलंबित

नागरिकों और व्यापारियों से बदसलूकी करने वाले चार पुलिसकर्मी निलंबित
लोगों से कहा था- हम पुलिस हैं, हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता

भास्कर न्यूज, पुणे। नागरिकों और व्यापारियों के साथ दुव्यर्वहार और गाली-गलौज करने के आरोप में अपराध शाखा में बीट मार्शल के रूप में तैनात चार पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि चारों पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे और लोगों से अभद्र भाषा में बात कर रहे थे।

घटना 11 नवंबर रात विश्रांतवाड़ी पुलिस स्टेशन क्षेत्र की आलंदी रोड पुलिस चौकी में हुई। जब इलाके के नागरिक और व्यापारी चौकी पर आए और शिकायत की कि पुलिसकर्मी योगेश सुरेश माली, मुकेश श्रीधर वालले, शंकर दत्ता धोत्रे और कैलाश शेषराव फुपाटे शराब के नशे में चौकी पहुंचे और लोगों से कहा कि हम पुलिस हैं, हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता। अगर हमारे पास पैसे मांगने आए तो तुम्हें इस इलाके में कारोबार नहीं करने देंगे। शिकायत करने वालों के अनुसार पुलिसकर्मियों ने गाली-गलौज की और धमकी देते हुए बदसलूकी की, जिससे चौकी में मौजूद नागरिक डर गए और उन्होंने तुरंत यह बात वरिष्ठ अधिकारियों को बताई।

संतोषजनक नहीं जवाब नहीं दे सके

अगले दिन 12 नवंबर सुबह 10 बजे जब चारों पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई तो वे कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। घटना की जानकारी पुलिस उपनिरीक्षक अनिल पाडेकर ने विश्रांतवाड़ी पुलिस थाने की दैनिक डायरी में दर्ज करवाई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक द्वारा की गई रिपोर्ट में कहा गया कि चारों पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी के दौरान पूरी तरह गैरजिम्मेदार और अनुशासनहीन व्यवहार किया, जिससे पुलिस विभाग की छवि खराब हुई और लोगों में गलत संदेश गया। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि उनका व्यवहार नैतिक रूप से गलत था और ऐसे पुलिसकर्मियों की वजह से विभाग की प्रतिष्ठा धूमिल होती है। सभी बिंदुओं को देखते हुए पुलिस उपायुक्त निखिल पिंगले ने चारों बीट मार्शलों को तत्काल निलंबित करने का आदेश जारी किया है।

नागरिकों ने ली राहत की सांस

पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि ड्यूटी के दौरान शराब पीकर आना, नागरिकों से बदसलूकी करना और व्यापारियों को धमकाना गंभीर अपराध है, जिसके प्रति कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है और कहा कि पुलिस द्वारा ऐसी त्वरित कार्रवाई से जिम्मेदारी की भावना बढ़ती है। विभाग ने बताया कि आगे आवश्यकता होने पर विभागीय जांच भी की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

Created On :   15 Nov 2025 3:02 PM IST

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