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Satna News: एक्सपोजर केराटाइटिस नाम की दुर्लभ, बीमारी से लड़ रही 6 साल की रामा

- एक्सपोजर केराटाइटिस नाम की दुर्लभ
- बीमारी से लड़ रही 6 साल की रामा
- बंद नहीं हो रही आंख की पलकें
- चेहरे की चमड़ी भी होने लगी सख्त
Satna News: जिला मुख्यालय से सटे सकरिया गांव की रहने वाली राधा केवट की महज 6 वर्ष की बेटी रामा एक दुर्लभ बीमारी से लड़ रही है। कुपोषित होने पर एक वर्ष की उम्र में रामा सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय जिला चिकित्सालय के जिला पोषण पुनर्वास केन्द्र में एडमिट हो चुकी है। 14 दिनों तक भर्ती रहने के बाद राधा फॉलोअप के लिए अपनी बेटी को लेकर कभी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल वापस नहीं लौटी। इस मामले में न गांव की आशा वर्कर ने ध्यान दिया और न ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम की नजर पड़ी। अब रामा की पलकें बंद नहीं हो रहीं और चेहरे की चमड़ी भी सख्त होने लगी है।
आम नहीं है यह डिसीज
जानकारों की माने तो एक्सपोजर केराटाइटिस आम डिसीज नहीं है। हां इतना जरूर है कि यह किसी को किसी भी उम्र में हो सकती है। इस बीमारी में जितनी धूप लगेगी वह उतना ही विकराल रूप धारण करती जाएगी। एक्सपोजर केराटाइटिस असल में कॉर्निया की बीमारी है। इसी वजह से बच्ची की आंखोंके आस-पास की त्वचा सख्त हो गई है। रामा की मां ने बताया कि पति मजदूरी कर परिवार का गुजर-बसर करते हैं। धनाभाव में बेटी को कहीं बाहर दिखाने का सोचा भी नहीं।
आसान नहीं है उपचार
विशेषज्ञों ने बताया कि एक्सपोजर केराटाइटिस का लिमिटेड उपचार तो है मगर यह इलाज आसान नहीं है। इस डिसीज में पलक पूरी तरह बंद नहीं होती, पलक की त्वचा लगातार खिंची रहती है। सूखापन और हल्की झुर्रियां आ जाती हैं। सामान्य लोगों में यह बहुत दुर्लभ है। इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि यह कितना गंभीर है। सामान्य उपचार की बात करें तो आंखों का लुब्रिकेशन, आर्टिफिशियल टियर्स, सोते समय आई पैचिंग और आंखों में टेपिंग जैसे इलाज किए जाते हैं।
इनका कहना है
यह जांच का विषय है, क्योंकि एक्सपोजर केराटाइटिस कई कारणों से हो सकता है। कुपोषण भी एक वजह हो सकती है। दरअसल, कुपोषण में विटामिन ए की कमी से भी कई बीमारियां हो सकती हैं जिसमें यह भी एक है।
डॉ. पुष्पराज सिंह
डीपीएम, अंधत्व निवारण कार्यक्रम
Created On :   3 Sept 2025 1:09 PM IST