Satna News: 9 माह में विद्युत कंपनी ने लिखे 5 पत्र, अंतत: निगमायुक्त से शिकायत

9 माह में विद्युत कंपनी ने लिखे 5 पत्र, अंतत: निगमायुक्त से शिकायत
  • खतरों के खिलाड़ी बने नगर निगम के ईई, गंभीर हादसों की आशंकाओं के बाद भी इन्हें किसी का खौफ नहीं
  • सडक़ें इतनी ऊंचाई ले चुकी हैं फ्यूज बॉक्स से करंट फैलने के खतरे बढ़ गए हैं।

Satna News: नगर निगम के कार्यपालन अभियंता (विद्युत प्रभारी) को इन दिनों खतरों से खेलने का नया शौक लग गया है। शहर में सीवर,सडक़ और नालियों के निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों को डंके की चोट पर नहीं मानने के जिद पर अड़े ईई के खिलाफ अंतत: विद्युत कंपनी के सिटी डिवीजन के एई (मेंटेंनेंस) ने नगर निगम के कमिश्नर शेर सिंह मीना को चिट्ठी लिख कर खतरे गिनाएं हैं।

पत्र में आरोप हैं कि 9 माह के दौरान क्रमश: 5 पत्र लिखने, कई बार व्यक्तिगत आग्रह करने और अनगिनत बार फोन पर ध्यानाकर्षण के बाद भी नगर निगम के विद्युत प्रभारी की सेहत पर कोई फर्क नहीं है। विद्युत कंपनी के अफसरों का दो टूक मानना है कि अगर यही हाल रहा तो बारिश के मौसम में कहीं भी कभी भी करंट की वजह से गंभीर हादसे हो सकते हैं।

कमजोर कर दिए पोल, असुरक्षित हैं बिजली लाइन

आरोप है कि निर्माण एवं विकास कार्यों में सुरक्षा मानकों को नहीं अपनाए जाने के कारण शहर के अंदर विद्युत की कई एचटी और एलटी लाइनें असुरक्षित हो गई हैं। इसी वजह से संपूर्ण शहर की बिजली लाइनें असुरिक्षत हो गई हैं। और तो और सबसे ज्यादा खतरा शहर के मुख्य बाजार जैसे व्यस्ततम इलाकों में हैं। बिजली के खंभों को शिफ्ट किए बिना ही सीसी सडक़ें बिछा दी गई हैं।

सडक़ें इतनी ऊंचाई ले चुकी हैं फ्यूज बॉक्स से करंट फैलने के खतरे बढ़ गए हैं। पत्र के मुताबिक जानबूझ कर सुरक्षा नियमों को ताक में रखा गया है। इससे बिजली आपूर्ति भी बाधित हो रही है। इसी वजह से सीएम हेल्पलाइन में बाधित बिजली आपूर्ति की शिकायतें बढ़ रही हैं। पत्र में कहा गया है कि निश्चित रूप से ऐसे लापरवाही पूर्ण कार्य से गंभीर किस्म के विद्युत जनित हादसे हो सकते हैं।

फैक्ट फाइल

नगर निगम को विद्युत कंपनी के पत्र

पत्र क्रमांक-115/ दिनांक 26.7.2024

पत्र क्रमांक-267/दिनांक 28.11.2024

पत्र क्रमांक-333/दिनांक 17.1.2025

पत्र क्रमांक-429/ दिनांक 19.3.2025

पत्र क्रमांक-42/ दिनांक 25.4.2025

इनका कहना है-

नगर निगम के कार्यपालन यंत्री (विद्युत प्रभारी) को लगभग 9 माह में 5 पत्र लिखने के अलावा कई बार मिलकर मौखिक आग्रह किए गए। अनेक बार टेलीफोन पर चर्चा करते हुए असुरक्षित पावर नेटवर्क के संबंध में उनका ध्यान आकर्षित किया गया। लेकिन स्थितियों में सुधार नहीं होने पर इस संबंध में निगमायुक्त को पत्र लिखा गया है।

+ कुलदीप मिश्रा, एई मेंटेनेंस विद्युत कंपनी

Created On :   19 Jun 2025 4:46 PM IST

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