Satna News: सतना में कलेक्टर रह चुके 2 आईएएस अफसरों के नाम पर ठगों ने एफबी पर बनाई फेक आईडी

सतना में कलेक्टर रह चुके 2 आईएएस अफसरों के नाम पर ठगों ने एफबी पर बनाई फेक आईडी
  • दैनिक भास्कर अलर्ट : महंगा फर्नीचर सस्ते में बेचने का झांसा
  • हाईटेक साइबर अपराधी ऑनलाइन फ्रॉड के लिए नित नए पैंतरे बदलते हैं।

Satna News: साइबर क्राइम काबू में नहीं है। अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि ठगों ने यहां कलेक्टर रह चुके 2 सीनियर आईएएस अफसरों के नाम से फेसबुक पर फेक आईडी बना रखी हैं। इन्हीं फेक आईडी से महंगा फर्नीचर सस्ते में बेचने का प्रलोभन देकर कई लोगों को ठगने की नाकाम कोशिश के मामले सामने आए हैं। यहां इस किस्म का यह पहला मामला नहीं है।

उल्लेखनीय है, फरवरी 2020 से 13 दिसंबर 2021 के दौरान जिला मजिस्ट्रेट रह चुके अजय कटेसरिया इनदिनों सामान्य प्रशासन विभाग भोपाल में उप सचिव हैं। इसी प्रकार दिसंबर 2021 से जनवरी 2025 तक यहां कलेक्टर रहे अनुराग वर्मा मौजूदा समय में नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी हैं।

1 दिन के अंदर आईं 2 फ्रेंड रिक्वेस्ट

चित्रकूट निवासी एक समाजसेवी ने बताया कि एक ही दिन के अंदर उन्हें फेसबुक पर आईएएस अजय कटेसरिया और आईएएस अनुराग वर्मा की फेक आईडी से दो अलग-अलग फ्रेंड रिक्वेस्ट मिलीं। उन्होंने दोनों फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर लीं। मित्रता स्वीकार करते ही अजय कटेसरिया की फेक आईडी से इस आशय का मैसेज आया कि उनके एक मित्र संतोष कुमार सीआरपीएफ में अधिकारी हैं।

ट्रांसफर हो जाने के कारण उन्हें मजबूरी में घर के महंगे फर्नीचर के साथ इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक आइटम सस्ते में बेचना पड़ रहा है। अत: घरेलू सामान बिकवाने में मदद कर दें। उधर अनुराग वर्मा की फेक आईडी से आए मैसेज में ठग ने समाजसेवी से उनका मोबाइल नंबर मांगा। मोबाइल नंबर मिलने पर कथित सीआरपीएफ ऑफिसर संतोष कुमार ने मोबाइल नंबर 7258077837 से वाट्सएप कॉल कर फर्नीचर बेचने की वैसी ही बात की जैसी बात का मैसेज अजय कटेसरिया के नाम पर दिया गया था। समाजसेवी को यह समझते देर नहीं लगी कि दोनों फेसबुक आईडी फेक हैं।

इससे पहले हो चुकी है 75 हजार की ठगी

हाईटेक साइबर अपराधी ऑनलाइन फ्रॉड के लिए नित नए पैंतरे बदलते हैं। पिछले साल नवंबर में यहां कारपोरेट कंपनी के एक सीनियर मैनेजर को व्हाट्सएप कॉल मिला, जिसमें अज्ञात ठग ने उनसे कहा कि वह सतना में कमांडेंट होमगार्ड्स के पद पर हैं और उनका ट्रांसफर इंदौर हो गया है। अचानक हुए ट्रांसफर और अर्जेंट ज्वाइन की मजबूरी के कारण वह 2 स्मार्ट टीवी, फ्रिज,पलंग स,सोफे और 2 एएसी समेत तकरीबन साढ़े 3 लाख का सामान महज 75 हजार में बेचना चाहते हैं।

ठग ने तबके कलेक्टर , एसपी,नेताओं और नामवर पत्रकारों से पहचान का हवाला इस कदर दिया कि सीनियर मैनेजर को ठग की बातों पर भरोसा हो गया। जाल में फंसते ही ठग ने पहले उन्हें व्हाट्सएप पर स्केनर भेज कर 2 हजार रुपए लिए और फिर इतना गिड़गिड़ाया कि सीनियर मैनेजर ने पहले 25 हजार और फिर इतनी ही राशि फोन पे कर दी। उसी दिन दोपहर 4 बजे जब सीनियर मैनेजर कमांडेंट होमगार्डस के बंगले पर पहुंचे तो पता चला कि वह ठगी के शिकार हो गए हैं।

सतर्कता रहें तो सुरक्षित रहेंगे

फेसबुक पर फेक आईडी से जुड़े सवालों के जवाब में सीनियर आईएएस ऑफिसर अजय कटेसरिया एवं अनुराग वर्मा ने कहा कि उन्हें आए दिन परिचितों के फोन आते हैं। जिससे फेक आईडी की सूचनाएं मिलती हैं। दोनों अधिकारियों ने कहा कि इनमें उनकी फोटो और प्रोफाइल का दुरुपयोग किया जा रहा है।

पुलिस की साइबर सेल इसकी जांच कर रही है। दोनों अधिकारियों ने कहा कि वे किसी से भी ऐसी कोई पेशकश नहीं करते हैं। ऐसे मामलों में जरुरत सिर्फ सतर्क रहने की है। सतर्कता से ही सुरक्षा है। प्रलोभन में पड़ने की महंगी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

Created On :   10 Jun 2025 5:31 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story