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Satna News: मॉकड्रिल, बनारस से हाईजैक प्लेन की सतना में लैंडिंग

- 45 मिनट के अंदर काबू में आए 2 खूंखार आतंकवादी
- सतना एयरपोर्ट में 38 दिन के अंदर दूसरा आपातकालीन पूर्वाभ्यास
Satna News: हाईजैक जैसी आपात स्थितियों से निपटने और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने उद्देश्य से गुरुवार को यहां एयरपोर्ट पर वार्षिक आपातकालीन पूर्वाभ्यास (मॉकड्रिल) किया गया। ३८ दिन के अंदर यह दूसरी मॉकड्रिल थी। आपातकालीन पूर्वाभ्यास प्लेन हाईजैक पर आधारित था। इससे पहले ३० जून को सतना एयरपोर्ट पर प्लेन क्रैश होने के दौरान आपातकालीन राहत एवं बचाव का पूर्वाभ्यास किया गया था।
इस संबंध में ६ अगस्त को कलेक्टर डा.सतीश कुमार एस की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया था। तकरीबन ४५ मिनट तक चले मॉकड्रिल में एयरपोर्ट के डायरेक्टर अशोक गुप्ता,चीफ सिक्योरिटी आफीसर (सीएसओ) सुशांत श्रीवास्तव, ज्वाइंट कलेक्टर सुधीर बेक , एडिशनल एसपी सिटी शिवेंद्र सिंह बघेल और आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के राजेश द्विवेदी के साथ बीडीसी, फायर बिग्रेड के दस्ते अहम भूमिका निभाई।
वायुयान में थे २ आतंकी
सेंट्रल जेल में बंद साथियों की रिहाई के साथ मांगे १० मिलियन डालर
गुरुवार को बनारस से अहमदाबाद के लिए उड़े एक ६ सीटर प्लेन को २ खूंखार आतंकियों ने हाइजैक कर लिया। इमसें ४ पैसेंजर और २ क्रू मेंबर थे। आतंकियों ने पायलट के माध्यम से यहां के एटीएस (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) से संपर्क कर फ्यूल के लिए लैंडिंग मांगी। उतरने की अनुमति नहीं देने पर विमान को हवा में ही उड़ा देने की धमकी दी। प्लेन को आइसोलेटेड रनवे पर उतारा गया। फायर बिग्रेड से बैरिकेडिंग की गई। एम्बुलेंस भी लगाई गईं। प्लेन के लैंड होते ही आतंकियों ने १० मिलियन डालर की मांग के साथ सेंट्रल जेल में कैद दो साथियों की रिहाई के साथ एयरपोर्ट से निकलने के लिए सुरक्षित रास्ते की मांग की।
और, फिर यूं चला ऑपरेशन
इसी बीच एयरपोर्ट के डायरेक्टर अशोक गुप्ता ने तत्काल एंटी हाइजैकिंग कमेटी से संपर्क साधा। कलेक्टर की अध्यक्षता वाली इस समिति में बतौर सदस्य एसपी और नगर निगम के कमिश्नर शामिल होते हैं। एयरपोर्ट के अत्याधुनिक एंटी हाइजैकिंग केबिन से प्लेन में मौजूद बातचीत शुरू हुई। बड़ी डिमांड के कारण अफसरों ने आतंकियों से कहा कि उच्च स्तरीय अनुमति जरुरी है।
समय लगेगा। उनके कैदी साथी सेंट्रल जेल में नहीं हैं। उन्हें बहुत पहले किसी अन्य जेल में शिफ्ट किया जा चुका है,उनकी रिहाई में भी वक्त लगेगा? इधर अफसरों ने बातचीत में उलझा रखा था और उधर अंदर ही अंदर सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियां एसएएफ के साथ सक्रिय थीं। क्यूआरटी (क्विक रिस्पांश टीम) की ५-५ सदस्यीय २ अलग-अलग टुकडिय़ों ने प्लेन को कवर कर लिया। इसी दौरान दो प्रशिक्षित पुलिस कर्मी पैरा मेडिकल स्टाफ के वेश में प्लेन के अंदर दाखिल हुए इन्होंने दोनों आतंकी कवर कर लिए।
Created On :   8 Aug 2025 3:23 PM IST