Satna News: पड़ोसी निकला मास्टर माइंड, हुंडी दलाल समेत ३ गिरफ्तार, इंदौर से भाड़े पर बुलाए गए पांचों शूटर फिलहाल फरार

पड़ोसी निकला मास्टर माइंड, हुंडी दलाल समेत ३ गिरफ्तार, इंदौर से भाड़े पर बुलाए गए पांचों शूटर फिलहाल फरार
  • पड़ोसी निकला मास्टर माइंड, हुंडी दलाल समेत ३ गिरफ्तार
  • इंदौर से भाड़े पर बुलाए गए पांचों शूटर फिलहाल फरार
  • दिनदहाड़े फर्नीचर कारोबारी के घर पर फायरिंग का मामला

Satna News: कोलगवां थाना अंतर्गत चाणक्यपुरी कालोनी में फर्नीचर कारोबारी भागवत प्रसाद गुप्ता के घर पर फायरिंग की वारदात के पीछे कोई और नहीं बल्कि पड़ोसी हुंडी दलाल कमल माटा था। पुलिस ने ६७ वर्षीय कमल उसके बिजनेस पार्टनर रवि प्रताप सिंह और रवि के दूर के एक रिश्तेदार सुभाष सिंह को हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई। वारदात को अंजाम देने के लिए ५ पेशेवर हमलावर इंदौर से बुलाए गए थे। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने बताया कि फरार आरोपियों को जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है, ३ अगस्त को सुबह लगभग सवा ९ बजे ५ अज्ञात नकाबपोश बदमाशों ने घर में घुस कर ४ फायर किए थे। हमले में भागवत बाल-बाल बच गए थे।

एक जेल में, दो रिमांड पर :---

पकड़ में आए हुंडी दलाल कमल माटा पिता रीझाराम (६७) निवासी चाणक्यपुरी को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर सेंट्रल जेल भेज दिया है। जबकि हत्या की साजिश में शामिल सुभाष सिंह परिहार पिता नागेश (४०) निवासी तिलखन थाना बैकुंठपुर (रीवा) और तिलखन निवासी ४५ वर्षीय रवि प्रताप सिंह पिता स्व.यमुना प्रताप को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। कमल से भागवत के झगड़े की जड़ में आर्थिक लेनदेन था। भागवत ने ८ आना प्रति सैकड़ा के हिसाब से ब्याज में ७ लाख ४२ हजार रुपए उधार लिए थे। लेन-देन के हिसाब में परस्पर मतभेद अंतत: इस बड़ी वारदात की वजह बना।

चकमा देने के लिए बदली गई थी नंबर प्लेट:-----

पुलिस ने बताया कि खतरनाक वारदात को अंजाम देने के लिए साजिश कमल माटा ने अपने बिजनेस पार्टनर रवि सिंह के साथ मिलकर बनाई थी। वारदात के कुछ दिन पहले वह घटनास्थल के आसपास संदिग्ध परिस्थितियों में घूमता हुआ भी देखा गया था। इस साजिश में आरोपी रवि ने अपने दूर के रिश्तेदार सुभाष सिंह को शामिल किया। सुभाष अपराधिक प्रवृत्ति का है। इसी अपने अपराधिक संबंधों के आधार पर इंदौर से ५ बदमाश बुलाए थे। सुभाष इतना शातिर है कि उसने पहले से ही यहां गहरानाला स्थित रसीद डेंटर के वर्कशॉप में खड़ी एक कंडम गाड़ी की नंबर प्लेट अपनी कार में लगा रखी थी। इसी नंबर प्लेट लगे वाहन से वह अपराधिक वारदातें किया करता था। कार में कार नंबर यूपी ३२ जीआर ०४०४ की नंबर प्लेट का उपयोग पुलिस को गुमराह करने के लिए ही किया गया था। असली वाहन के रुप में कार नंबर एमपी २१ सीए ५६७० की पहचान की गई।

एक दिन पहले इंदौर से रीवा आए थे गुर्गे :----

कमल माटा, रवि और सुभाष ने ३० एवं ३१ जुलाई को भागवत गुप्ता के घर और आसपास के क्षेत्र की रेकी की थी। ३१ जुलाई को साजिश को अंतिम रुप दिया गया। इस रात रवि और सुभाष इसी हुंडी दलाल कमल माटा के घर पर रुके थे। इंदौर से सभी ५ शूटर २ अगस्त को रीवा पहुंचे थे। ३ अगस्त को सुबह रवि सिंह अपने वाहन एमपी ०४ जेड जेड १३६६ से सतना आया। गाड़ी छिपाई और कमल माटा के घर पर जाकर बैठ गया। यहीं से वह भागवत गुप्ता की लोकेशन सुभाष सिंह और उसके साथियों को दे रहा था। लोकेशन मिलने पर पांचों शूटर मुंह बांध कर घटना स्थल पर पहुंचे। फायरिंग की और नाकाम होने पर फरार हो गए। घटना के बाद सुभाष सिंह सभी शूटरों को अपनी गाड़ी से भोपाल तक छोडऩे गया और फिर रीवा लौट आया।

पुरस्कृत की गई पुलिस पार्टी :----

घटना के महज ४ दिन के अंदर बड़ी वारदात का पर्दाफाश करने पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने पुलिस पार्टी को १० हजार की नदक राशि से पुरस्कृत किया है। इस टीम में सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह, कोलगवां टीआई सुदीप सोनी, रामपुरबघेलान के थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी, सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह, एएसआई दीपेश पटेल, एएसआई उमेश पांडेय, हेड कांस्टेबल कमलाकर सिंह, बृजेश सिंह, वाजिद खान, संदीप तिवारी, विपेंद्र मिश्रा, असलेंद्र सिंह, रजनीश साकेत, रमाकांत तिवारी, सीता शरण , कांस्टेबल अंकेश मरमट, धर्मेंद्र गुर्जर, कृष्ण रंजन सिंह, शिवम शुक्ला एवं महीप तिवारी शामिल थे।

Created On :   7 Aug 2025 3:47 PM IST

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