Satna News: सुरक्षा घेरा तोडक़र नगर निगम के गेट तक पहुंचे प्रदर्शनकारी

सुरक्षा घेरा तोडक़र नगर निगम के गेट तक पहुंचे प्रदर्शनकारी
  • एयरपोर्ट तिराहे के नामकरण पर हंगामा
  • मेयर-कमिश्नर के सामने नहीं आने पर बिगड़ी बात
  • नगर निगम के कर्मचारियों ने कैंपस के तीनों द्वार अंदर से बंद कर लिए।

Satna News: एयरपोर्ट तिराहे का नामकरण वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के नाम पर करने की मांग को लेकर रॉयल राजपूत संगठन के नेतृत्व में सर्व समाज के प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को नगर निगम के आफिस का घेराव कर दिया। इसी बीच हालात तब हंगामाई हो गए जब प्रदर्शनकारियों ने मेयर योगेश ताम्रकार या फिर निगमायुक्त शेरसिंह मीना को ही ज्ञापन सौंपने की मांग की। निगमायुक्त टीएल मीटिंग में थे। मेयर भी दफ्तर में नहीं थे। जब दोनों नहीं पहुंचे तो निगम प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी शुरू हो गई। बात यहीं से बिगड़ी।

पुलिस ने संभाला मोर्चा

मौके पर मौजूद एसडीएम (सिटी) राहुल सिलाडिय़ा, एएसपी शिवेश सिंह और सीएसपी देंवेंद्र प्रताप सिंह की तमाम समझाइशों को नजर अंदाज करते हुए प्रदर्शनकारी नगर निगम के मुख्य गेट पर पहुंच गए। जब चैनल गेट को तोडऩे की जोर आजमाइश हुई तो तीनों थानों के टीआई भी पुलिस बल के साथ बुला लिए गए। नगर निगम के कर्मचारियों ने कैंपस के तीनों द्वार अंदर से बंद कर लिए। प्रदर्शनकारियों ने भी बाहर से ताले जड़ दिए। हालात तकरीबन 3 घंटे तक हंगामाई रहे। इस दौरान अंदर से बाहर और बाहर से अंदर जाने के सभी रास्ते बंद रहे।

आखिर, इतना गुस्सा क्यों

प्रदर्शन के दौरान जनसभा में रॉयल राजपूत संगठन के अध्यक्ष नीरज सिंह ने कहा कि एयरपोर्ट तिराहे पर वर्षों से वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित है। तभी से तिराहे को महाराणा के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इसी तिराहे पर महाराज सहस्त्रबाहु की प्रतिमा स्थापित कर तिराहे को उन्हीं के नाम की पहचान देने का एमआईसी का निर्णय आश्चर्यजनक रुप से जन भावनाओं के विपरीत है।

महाराज सहस्त्रबाहु की प्रतिमा शहर के किसी अन्य व्यवस्थित स्थान पर स्थापित करते हुए नामकरण करना स्वागत योग्य है। श्री सिंह ने कहा कि अगर जनभावनाओं के अनुरूप एयरपोर्ट तिराहे का नामकरण महाराणा प्रताप के नाम पर नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन होगा।

अंतत: गेंद परिषद के पाले में

जानकारों के मुताबिक नगर निगम के कार्यालय में हालात बिगड़ते देख एसडीएम राहुल सिलाडिय़ा ने फोन से महापौर योगेश ताम्रकार को वस्तु स्थिति की जानकारी दी। जवाब में मेयर ने एसडीएम के नाम भेजे पत्र में स्पष्ट किया कि क्षत्रिय समाज की भावनाओं का सम्मान रखते हुए इस विषय पर पुनर्विचार किया जाएगा। भगवान सहस्त्रबाहु की मूर्ति तथा तिराहे का नाम किसी अन्य स्थान पर करने के विषय में पुनर्विचार एमआईसी एवं परिषद के प्रस्तावों के आधार पर किया जाएगा।

महापौर ने लिखा कि क्षत्रिय समाज द्वारा दिए गए ज्ञापन में अंतिम निर्णय लेने का अधिकार परिषद को है इसलिए निर्णय होने तक आगे की कार्यवाही स्थगित रहेगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।

ये भी थे साथ में

प्रदर्शन के दौरान अनुराग दुबे, पंकज शुक्ला, सुनील सिंह, सुरेश प्रताप सिंह, भूपेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह, पीडी सिंह, विजय चौधरी, रंजीत चौधरी, पन्नालाल बुनकर, राजेश दुबे, संजीव सिंह, सतेन्द्र सिंह, विनोद सिंह, आरती सिंह, शालिनी सिंह, ममता सिंह, कविता सिंह, आकांक्षा सिंह, रेखा सिंह, अनुजा सिंह, समर सिंह, दीपू सिंह, राजू सिंह, सुनील सिंह, सोनू सिंह, अशोक सिंह, गुडविल सिंह, पम्मू सिंह, रवि सिंह, पवन सिंह, राहुल सिंह, सम्राट सिंह, विजय सिंह, ऋषभ सिंह, सुखेन्द्र सिंह, यज्ञदेव सिंह, आशीष सिंह, आदर्श सिंह, विशाल सिंह, लिटिल सिंह एवं शिवांजल सिंह भी साथ में थे।

Created On :   17 Jun 2025 1:02 PM IST

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