बॉर्डर-गावस्कर सीरीज जीत ने युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया

Border-Gavaskar series win inspired young cricketers: Pujara
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज जीत ने युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया
पुजारा बॉर्डर-गावस्कर सीरीज जीत ने युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया
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  • बॉर्डर-गावस्कर सीरीज जीत ने युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया : पुजारा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वरिष्ठ भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला जीत ने युवा क्रिकेटरों को प्रेरित और देश को एक साथ लाने का काम किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए यह सर्वश्रेष्ठ टेस्ट श्रृंखला में से एक थी, जिसका वह हिस्सा रहे हैं।

पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के दोनों टेस्ट दौरों में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। 2018-19 की गर्मियों में डाउन अंडर के दौरान उन्हें मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की तेज ऑस्ट्रेलियाई तिकड़ी के खिलाफ सात पारियों में 521 रन बनाने के बाद मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार से नवाजा गया था।

अनुभवी बल्लेबाल ने दौरे के दौरान 1258 गेंदें और 30 घंटे तक बल्लेबाजी की, जिससे विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली पहली भारतीय टीम बनने में मदद की। 2020-21 के दौरे में फिर से पुजारा ने 4 मैचों में 271 रन बनाए और भारत की 2-1 श्रृंखला जीत में कुछ महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।

पुजारा ने बंदों में था दम के ट्रेलर लॉन्च इवेंट से इतर आईएएनएस से कहा, इस सीरीज जीत ने सभी खिलाड़ियों और लोगों को बहुत आत्मविश्वास दिया। मुझे यकीन है कि कई युवा क्रिकेटर थे, जिन्होंने उस श्रृंखला को देखा, जिससे उन्हें प्ररेणा मिली होगी। ऑस्ट्रेलिया में वह यादगार टेस्ट सीरीज, जो इस महीने के अंत में स्ट्रीमिंग सेवा वूट सेलेक्ट पर प्रसारित होगी।

उन्होंने आगे कहा, तो हां, इसने एक ही समय में कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया, इसने देश को एक साथ लाने का काम किया, क्योंकि कभी-कभी जब आप विदेशों में जीतते हैं, जब आप एक कठिन परिस्थिति से वापस आते हैं, तो पूरा देश आपके पीछे होता है, वे चाहते हैं कि भारतीय टीम जीत जाए। तो हां, यह शायद सबसे अच्छी टेस्ट सीरीज में से एक थी जिसका मैं हिस्सा रहा हूं।

पुजारा के लिए 2020-21 की जीत अतिरिक्त विशेष थी क्योंकि यह ऐसे समय में आई थी, जब भारतीय टीम चोटों और अन्य मुद्दों के कारण अपने मुख्य खिलाड़ियों के साथ नहीं खेल रही थी। एक गेंद फेंके जाने से पहले भारत के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को चोटिल हो गए, जबकि सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (हैमस्ट्रिंग) के कारण दो शुरुआती मैचों से बाहर हो गए।

वे अंतिम तीन टेस्ट के लिए कप्तान विराट कोहली के बिना भी खेले, कप्तान अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट गए थे।सीरीज के आखिरी मैच में वे रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, हनुमा विहारी, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव के बिना खेल रहे थे। हालांकि, युवा भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया और श्रृंखला जीती, जिसे विश्व क्रिकेट शासी निकाय (आईसीसी) द्वारा अल्टीमेट टेस्ट सीरीज भी घोषित किया गया।

उन्होंने कहा, ठीक है, ऑस्ट्रेलिया में दोनों जीत वास्तव में हमारे लिए महत्वपूर्ण थी, लेकिन 2020-21 में श्रृंखला जहां इतनी चोटें थीं और टीम से कई महत्वपूर्ण खिलाड़ी गायब थे। इसलिए निश्चित रूप से हम सभी के लिए विशेष है। बहुत से लोग जब हम पहला टेस्ट मैच हार गए थे तो कई लोगों ने कहा था कि भारत सीरीज 4-0 से हार सकता है या हमारे लिए वापसी करना असंभव है।

उन्होंने आगे कहा, लेकिन पूरी टीम ने दमदार खेल दिखाया। टीम में एकता थी, मौका मिलने वाले सभी युवा खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। इसलिए हम एक टीम के रूप में खेले और मुझे लगता है कि इसका श्रेय पूरी टीम को जाता है और यही कारण है कि हम उन टेस्ट मैचों में विजयी हुए।

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Created On :   3 Jun 2022 5:30 PM GMT

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