Robin Uthappa On Virat Kohli: रॉबिन उथप्पा का विराट कोहली पर बड़ा बयान, बताया कैसे आई रिश्तों में दरार

- विराट कोहली के साथ अपने रिश्ते को लेकर बोले रॉबिन उथप्पा
- बताया कैसे आई उनके और कोहली के बीच रिश्ते में दरार आई
- वर्ल्डकप टीम में अंबाती रायुडू को शामिल न करने पर की थी आलोचना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विराट कोहली के साथ अपने रिश्ते को लेकर रॉबिन उथप्पा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक पॉडकास्ट में बताया कि कैसे उनके कोहली के रिश्ते में दरार आई। दरअसल कुछ साल पहले रॉबिन उथप्पा ने कोहली की कप्तानी पर बड़े सवाल खड़े किए थे। उन्होंने साल 2019 के वर्ल्ड कप टीम में उस समय जबरदस्त फॉर्म में चल रहे अंबाती रायुडू को शामिल न करने पर टीम इंडिया के तत्कालीन कप्तान विराट कोहली की आलोचना की थी।
2019 वर्ल्ड कप से पहले अंबाती रायुडू को भारतीय टीम में चौथे नंबर के लिए मजबूत दावेदार माना जा रहा था। उस समय उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा था। हालांकि चयनकर्ताओं ने उनकी जगह विजय शंकर को टीम में जगह दी। उस पॉडकास्ट में उथप्पा ने अंबाती रायुडू के साथ युवराज सिंह को भी अहमियत न देने को लेकर कोहली पर निशाना साधा था।
अपने बयान पर अब क्या बोले उथप्पा?
अब करीब 6 साल बाद उथप्पा ने अपने उस बयान पर बात की है। उन्होंने कहा कि उस बातचीत का मकसद उन पर था न कि विराट कोहली पर। उन्होंने बताया कि बावजूद इसके उनके बयानों ने विराट कोहली के साथ रिश्ते में दूरियां ला दीं। उथप्पा ने कहा, "उस पूरी बातचीत में मेरा इरादा विराट कोहली पर बात करने का नहीं था, बल्कि वह इंटरव्यू तो मेरे बारे में था। मुझसे एक सवाल पूछा गया था और मैंने सिर्फ उसका जवाब दिया। मैंने उस समय विराट की भावनाओं या इस फैक्ट पर ध्यान नहीं दिया, चाहे मैं ऐसा ही मानता हूं, उन्हें पता होना चाहिए था कि मैं क्या मानता हूं। विराट कोहली के साथ मेरी दोस्ती पर इसका असर पड़ा। मैंने ये देखा। जब मैंने उनसे इस बारे में बात की तो मुझे एहसास हुआ कि मुझे उनसे पहले बात करनी चाहिए थी।"
उथप्पा ने माना कि भले ही उन्हें अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन बाद में उन्हें ये एहसास हुआ कि उन्हें निजी तौर पर पहले विराट कोहली से बात कर लेनी चाहिए थी। उथप्पा ने यह भी स्वीकार किया कि इससे उन्हें बहुत बड़ी सीख मिली।
अपने लीडरशिप स्टाइल को रखने का अधिकार सभी को
उथप्पा ने पॉडकास्ट में इस मामले पर आगे कहा, "मैंने विराट कोहली के साथ अपने अनुभव के बारे में बात नहीं की। जो मैंने अपने करीबी दोस्त कोहली के नेतृत्व में देखा, उसके बारे में बात की। ये उनका नेतृत्व भी नहीं था बल्कि नेतृत्व की शैली थी। हर किसी को अपने लीडरशिप स्टाइल को रखने का अधिकार है, और हर किसी को अपनी राय रखना का भी अधिकार है। मुझे लगा कि उनके बारे में नेशनल टेलीविज़न पर बात करने से पहले मुझे उनसे भी इस बारे में बात करनी चाहिए थी। मुझे लगता है कि हमें क्रिकेटर या उससे जुड़े लोगों के प्रति यही संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।"
Created On :   2 Sept 2025 9:26 PM IST