IPL-13 का आगाज आज से: मुंबई-चेन्नई चौथी बार ओपनिंग मैच में आमने-सामने, दोनों टीमें जीत से करना चाहेंगी शुरुआत

IPL-13 का आगाज आज से: मुंबई-चेन्नई चौथी बार ओपनिंग मैच में आमने-सामने, दोनों टीमें जीत से करना चाहेंगी शुरुआत
हाईलाइट
  • IPL का ओपनिंग मैच आज मुंबई और चेन्नई के बीच अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम खेला जाएगा
  • मैच का प्रसारण भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे से होगा
  • टॉस 7 बजे होगा

डिजिटल डेस्क। कोरोनावायरस महामारी के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन की शुरुआत आज से UAE में होने जा रही है। लीग का ओपनिंग मैच डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियंस (MI) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम खेला जाएगा। मैच का प्रसारण भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे से होगा। लीग के इतिहास में यह चौथी बार है जब मुंबई-चेन्नई ओपनिंग मैच आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों के बीच अब तक तीन ओपनिंग मैच में से 2 मुंबई और 1 चेन्नई ने जीता है। दोनों के बीच IPL का पिछला ओपनिंग मैच 2018 में हुआ था। तब चेन्नई ने रोमांचक मुकाबले में मुंबई को एक विकेट से हराया था। 

वहीं दोनों टीमों के बीच पिछली बार मुकाबला IPL के 12वें सीजन के फाइनल में हुआ था। जिसमें मुंबई ने चेन्नई को 1 रन से मात देकर खिताब अपने नाम किया था। ऐसे में दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला काफी दिलचस्प होगा, क्योंकि चेन्नई अपनी पिछली हार का बदला लेने की भावना से मैदान पर उतरेगी। वहीं मुंबई UAE में अपनी पहली जीत दर्ज करने के इरादे से खेलेगी। क्योंकि 2014 के सीजन में मुंबई ने UAE में 5 मुकाबले खेले थे, लेकिन एक भी मैच में टीम को जीत नहीं मिली थी। वहीं चेन्नई ने UAE में अब तक 5 मैच खेले हैं। टीम को 4 में जीत मिली और उसने 1 मैच हारा है। अबु धाबी में सीएसके ने 2 मैच खेले थे, जिनमें से एक में जीत और एक में शिकस्त मिली थी। वहीं, मुंबई इंडियंस ने इस मैदान पर एक ही मैच खेला, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 41 रन से हराया था।

हेड टू हेड
दोनों टीमों के बीच IPL में अब तक 28 मैच हुए हैं। जिसमें से मुंबई ने 17 और चेन्नई ने 11 जीते हैं। चार बार की चैंपियन मुंबई ने लीग में चेन्नई को सबसे ज्यादा मैच हराए हैं। मुंबई IPL की सबसे सफल टीम है। रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई ने चार बार 2013, 2015, 2017 और 2019 में लीग का खिताब जीता है। जबकि मुंबई लीग के सबसे ज्यादा 5 फाइनल खेलने वाली दूसरी टीम है। वहीं धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने लीग के सबसे ज्यादा 8 फाइनल खेले हैं और 3 बार खिताब (2010, 2011, 2018) अपने नाम किया है। 

चेन्नई सुपर किंग्स की ताकत
धोनी चेन्नई के सबसे मजबूत कड़ी होंगे, क्योंकि वह लंबे समस से टीम का हिस्सा हैं। उन्हें अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकालने का श्रेय दिया जाता है और यह गुणवत्ता एक बार फिर सीएसके को 10 नवंबर को ट्रॉफी उठाते हुए देख सकती है। UAE में स्पिन के अनुकूल परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, धोनी के पास इमरान ताहिर, रवींद्र जडेजा, मिशेल सेंटनर और पीयूष चावला के रूप में विश्व स्तर के गेंदबाज होंगे। बल्लेबाजी में उनके पास फाफ डु प्लेसिस, अंबाती रायडू, शेन वॉटसन और ब्रावो का अनुभव है जो अपने दम पर मैच जिताने का माददा रखते हैं।

चेन्नई को लीग से पहले ही दो बड़े झटके लगे हैं
वहीं, दोनों टीमों की बात की जाए तो चेन्नई को लीग से पहले ही दो बड़े झटके लगे हैं। सुरेश रैना और हरभजन सिंह व्यक्तिगत कारणों से इस बार आईपीएल नहीं खेल रहे हैं। दोनों सीएसके की अहम कड़ी माने जाते थे। ऐसे में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए इन दोनों की भरपाई करना मुश्किल होगा। लेकिन धोनी वो कप्तान माने जाते हैं जो किसी भी सूरत में टीम को संभाल लेते हैं और निश्चित तौर रैना-भज्जी के बिना टीम को आगे कैसे ले जाना है यह धोनी ने सोच लिया होगा।

रैना की जगह नंबर-3 पर उतर सकते हैं जाधव
नंबर-3 पर धोनी, रैना के स्थान पर किसे खिलाते हैं वो आज पता चलेगा। माना जा रहा है की यहां केदार जाधव, रैना की कमी पूरी कर सकते हैं। क्योंकि ऋतुराज गायकवाड़ अभी भी पूरी तरह फिट नहीं हैं और इस मैच में उन्हें बाहर ही बैठना पड़ेगा। टीम की सलामी जोड़ी का दारोमदार शेन वॉटसन और अंबाती रायडू पर रहने की संभावना है। फाफ डु प्लेसिस को भी वॉटसन के साथ पारी की शुरूआत करते हुए देखा जा सकता लेकिन फाफ का खेलना विदेशी खिलाड़ियों के संयोजन पर निर्भर करेगा। नियमों के मुताबिक, प्लेइंग-11 में सिर्फ चार विदेशी खिलाड़ी ही खेल सकते हैं। इनमें से ड्वेन ब्रावो, वॉटसन का खेलना तय है।

लुंगी नगिदी और जोस हेजलवुड में से एक का खेलना तय
गेंदबाजी में लुंगी नगिदी और जोस हेजलवुड में से एक का खेलना भी तय है और स्पिन में इमरान ताहिर के अलावा मिशेल सैंटनर टीम के लिए उपयोगी हो सकते हैं। अगर हरभजन होते तो वह रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर एक अच्छी स्पिन जोड़ी बनाते। लेकिन उनके न रहने से इमरान ताहिर का अनुभव और कला सीएसके के लिए उपयोगी होगी। ऐसे में डु प्लेसिस की टीम में जगह काफी मुश्किल दिखती है। हां, अगर धोनी पीयूष चावला के साथ जाते हैं, तो डु प्लेसिस के खेलने की संभावना बढ़ जाएगी।

मध्य क्रम की जिम्मेदारी ब्रावो और धोनी पर
मध्य क्रम की जिम्मेदारी ब्रावो और धोनी पर ही होगी जो तेजी से रन भी बना सकते हैं और मुश्किल में पारी को संभाल भी सकते हैं। तेज गेंदबाजी में शार्दूल ठाकुर और दीपक चहर का नाम तय है। जरूरत पड़ने पर दीपक बल्लेबाजी में भी अहम रन बना सकते हैं। इन दोनों के अलावा ब्रावो रहेंगे ही। अब टीम नगिदी और हेजलवुड की प्रतिभा को कैसे इस्तेमाल करती है यह देखना होगा। 

रोहित और डी कॉक करेंगे पारी की शुरूआत
वहीं मुंबई की बात की जाए तो उसने क्रिस लिन जैसे धाकड़ बल्लेबाज को इस सीजन अपने साथ जोड़ अपनी बल्लेबाजी को और मजबूत किया है। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने ये साफ किया है की वे धाकड़ दक्षिण अफ्रीकी विकेट-कीपर क्विंटन डी कॉक के साथ पारी की शुरूआत करेंगे जो विरोधियों के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो रोहित और डी कॉक की जोड़ी ने पिछले साल जमकर धमाल मचाया था। इस जोड़ी ने बीते सीजन 15 मैचों में 565 रन जोड़े थे। रोहित ने जहां 405 रन बनाए थे, डी कॉक ने 35.26 की शानदार औसत से 529 रन एकत्रित किये थे। अगर इस जोड़ी ने दोबारा लय पकड़ी तो चेन्नई के गेंदबाजों को मैदान में कठिन समय बिताना पड़ सकता है। मध्य क्रम में मुंबई के पास काफी विकल्प हैं। सूर्यकुमार जैसा अनुभवी खिलाड़ी, ईशान किशन जैसा प्रतिभाशाली युवा। और फिर केरन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या, क्रूणाल पांड्या का अनुभव भी टीम के पास है। शेरफाने रदरफोर्ड, सौरभ तिवारी भी टीम ऑप्शन हैं।

लसिथ मलिंगा का न रहना टीम को अखर सकता है
गेंदबाजी में लसिथ मलिंगा का न रहना टीम को अखर सकता है। लेकिन जेम्स पैटिनसन, ट्रेंट बाउल्ट और नाथन कल्टर नाइल की तिगड़ी मलिंगा की कमी को पूरा कर सकती है। बाकी टीम के दुनिया के शानदार टी-20 गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैं ही। स्पिन में टीम के पास राहुल चहर और क्रूणाल के कंधों पर ही टीम का भार होगा। क्रूणाल और राहुल के चोटिल हो जाने की स्थिति में मुंबई को और परेशानी हो सकती है। टीम के पास जयंत यादव हैं, लेकिन टी-20 में वह कितना प्रभाव छोड़ पाएंगे यह अभी तक सवाल है।

UAE की पिचें धीमी और स्पिनरों के लिए मददगार
UAE की पिचों को देखा जाए तो वहां की पिचें धीमी और स्पिनरों की मददगार होती हैं और यहां सीएसके के मुंबई पर भारी पड़ती दिख रही है। सीएसके के पास ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो धीमी विकेटों पर गेंदबाजी करने में माहिर हैं और उनमें से एक ब्रावो का है। वहीं वाटसन भी अपने अनुभव से यहां सीएसके को मदद दिला सकते हैं। रवींद्र जडेजा, ताहिर, सैंटनर और पीयूष जिसे भी मौका मिलेगा उसके लिए यह फायदे का सौदा ही होगा, लेकिन मुंबई के पास स्पिन में ऐसा कोई बड़ा नाम या अनुभवी खिलाड़ी नहीं है जो इन पिचों पर असरदार साबित हो सके।

चेन्नई सुपर किंग्स की संभावित प्लेइंग इलेवन
शेन वॉटसन, अंबाती रायुडू, फाफ डुप्लेसिस, एमएस धौनी (कप्तान और विकेटकीपर), केदार जाधव, रवींद्र जड़ेजा, ड्वेन ब्रावो, शार्दुल ठाकुर, पीयुष चावला, दीपक चाहर और इमरान ताहिर।  

मुंबई इंडियंस की टीम
रोहित शर्मा (कप्तान), दिग्विजय देशमुख, क्विंटन डीकॉक, आदित्य तारे, सौरभ तिवारी, जसप्रीत बुमराह, धवल कुलकर्णी, जेम्स पैटिंसन, नाथन कूल्टर नाइल, ट्रेंट बोल्ट, जयंत यादव, सूर्यकुमार यादव, क्रुणाल पंड्या, हार्दिक पंड्या, कीरोना पोलार्ड, राहुल चाहर, क्रिस लिन, शरफेन रदरफोर्ड, अनमोलप्रीत सिंह, मोहसिन खान, मिशेल मैेक्लेघन, बलवंत रायसिंह, अनुकूल रॉय, इशान किशन।

चेन्नई सुपर किंग्स की टीम
महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), इमरान ताहिर, लुंगी एनगिडी, रितुराज गायकवाड़, शेन वॉटसन, अंबाती रायडू, मुरली विजय, केदार जाधव, रविंद्र जडेजा, दीपक चाहर, पीयूष चावला, नारायण जगदीशन, मिशेल सेंटनर, केएम आसिफ, शार्दुल ठाकुर, साई किशोर, फाफ डू प्लेसिस, मोनू कुमार, ड्वेन ब्रावो, जोश हेजलवुड, सैम करन, कर्ण शर्मा।

Created On :   19 Sep 2020 4:01 AM GMT

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