होली पर करें उलटे हनुमान की पूजा, जानिए कहां हे ये चमत्कारी मंदिर

डिजिटल डेस्क, सांवेर। होली पर बजरंगबली का पूजन भी श्रेष्ठ माना गया है। यदि होलाष्टक के दौरान या भद्रा के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो आपको होलिका दहन के दिन तक हनुमान जी की पूजा से विशेष लाभ प्राप्त होगा। वैसे तो बजरंगबली चोला चढ़ाने और चमेली के तेल का दीपक जलाने से प्रसन्न हो जाते हैं, किंतु यदि आप रामभक्त हनुमान के इस मंदिर में पूजा करते हैं तो इसका लाभ आपको दोगुना प्राप्त होगा। यह मूर्ति जितनी अद्भुत है उतना ही लाभकारी बजरंगबली के इस स्वरूप का पूजन है।
धार्मिक नगरी से 30 किमी दूर
दरअसल, यहां हम बात कर रहे हैं हनुमानजी के ऐसे मंदिर की जहां प्रतिमा का मुख उल्टा है। अर्थात सामान्य मूर्तियों की तुलना में इस मूर्ति का मुख उल्टा देखने मिलता है और उनके इसी स्वरूप की पूजा होती है। यह मंदिर धार्मिक नगरी और कान्हा की विद्यास्थली उज्जैन से सिर्फ 30 किमी की दूरी पर स्थित है। पवन पुत्र हनुमान के उलटे रूप की पूजा होने की वजह से यह मंदिर उलटे हनुमानजी नाम से ही प्रसिद्ध है।
पूर्ण होती है मनोकामना
इस स्थान काे रामायणकालीन बताया जाता है साथ ही ये भी कहा जाता है कि यहां बजरंगबली उलटे खड़े हैं। पूरे भारत में पवनपुत्र हनुमान की ऐसी एकमात्र प्रतिमा है जाे उलटी मुद्रा में देखने मिलती है। यह मूर्ति सिंदूर से सजी है। इसे सांवेर हनुमान मंदिर नाम से भी जाना जाता है। यहां आकर भक्त बजरंगबली का ये स्वरूप देखकर आश्चर्य में पड़ जाता है। कहा जाता है कि शनि दोष से राहत पाने यदि यहां पूजा की जाए तो निश्चित ही लाभ होगा। साथ ही सच्चे मन से पूजा करने पर भक्तों की मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होती है। इसी मंदिर के परिसर में वर्षों पुराने दो पारिजात के वृक्ष भी हैं। पुराणों में उल्लेख मिलता है कि पारिजात वृक्ष में हनुमानजी का भी वास रहता है।
Created On :   22 Feb 2018 10:05 AM IST