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दैनिक भास्कर हिंदी: घट रहा है 'महाकाल बाबा' का आकार, भस्मारती ने बढ़ाई चिंता

डिजिटल डेस्क, उज्जैन। सबके दुखों को हरने वाले बाबा महाकाल पर इन दिनों बड़ा संकट आ गया है। इस संकट ने देश की शीर्ष अदालत की चिंता भी बढ़ा दी है, जिसकी वजह से एक जांच टीम गठिन की गई है, जिसने बाबा महाकाल के मंदिर और शिवलिंग की पूरी जांच की। बताया जा रहा है कि शिवलिंग की परतें उखड़ती जा रही हैं। आकार घट रहा है और और शिवलिंग के चारों ओर निशान बन रहे हैं। अर्थात ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर का क्षरण हो रहा है यानि वो धीरे-धीरे घिसकर आकार में कम होता जा रहा है।
इसकी वजह महाकाल की भस्मारती और पंचामृत बताया जा रहा है। जांच के लिए आई टीम ने महाकाल को चढ़ने वाले प्रसाद के सैंपल भी लिए हैं।
टीम पहुंची महाकाल के दरबार
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल मंदिर में शिवलिंग पर श्रद्धालुओं द्वारा पंचामृतए दूध, जलाभिषेक, हल्दी-कुमकुम, अबीर, गुलाल लगाने, पूजन-अर्चन के दौरान शिवलिंग को हाथ से रगड़ने सहित तमाम कारणों से शिवलिंग के क्षरण होने की बात काफी समय से सामने आ रही थी। बताया जा रहा है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दी गई थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए एक टीम गठित की। शीर्ष अदालत के आदेश पर देहरादून, भोपाल और इंदौर की 4 सदस्यीय टीम महाकाल के दरबार पहुंची और जांच शुरू की।
ज्योतिर्लिंग पर सबसे बड़ा खतरा
सर्वविदित है कि उज्जैन में महाकाल बाबा की भस्म आरती का नजारा अद्भुत व बेहद आलौकिक होता है। आरती का नजारा किसी को भी शिवमय बनाने के लिए पर्याप्त है। इसमें शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। महाकाल लिंग के क्षरण की बात खबर ने अब भक्तों की चिंता बढ़ा दी है।
छोटे-छोटे कई निशान
बताया जा रहा है कि शिवलिंग के ऊपर पर छोटे-छोटे कई निशान बन गये हैं, ये हाल शिवलिंग के दूसरी तरफ भी हैं। धीरे-धीरे इस तरह के निशान पूरे शिवलिंग पर दिखने लगे हैं। शिवलिंग की कुछ परत भी उतरी हुई नजर आ रही है।
रोज सुबह होती है भस्मारती
महाकाल मंदिर में हर रोज सुबह चार बजे से भस्म आरती शुरू होती है जो सुबह छह बजे तक चलती है। इस दौरान महाकाल को जल और पंचामृत से स्नान करवाया जाता है। शिवलिंग की भस्मारती और पूजन की परंपरा यहां बेहद पुरानी है। पहले यहां मुर्दे की ताजी राख से भस्मारती का विधान था, किंतु अब इसे परिवर्तित कर दिया गया है। भक्त अपनी श्रद्धानुसार पंचामृत आदि भी चढ़ाते हैं।
टीम ऐसे की जांच
- टीम के सदस्यों ने ज्योतिर्लिंग का जलाभिषेक के समय निरीक्षण किया।
- गोलाई और ऊंचाई का माप लिया।
- ज्योतिर्लिंग के निचले भाग में दिखाई देने वाले छिद्रों की फोटाग्राफी भी कराई गई।
- इसके बाद शिवलिंग को सुखाकर भी जांच की गई।
- ज्योतिर्लिंग पर जमी श्रृंगार सामग्री के नमूने भी जांच के लिए साथ ले जाए गए हैं।
4 सप्ताह में जांच रिपोर्ट
अभी तो जांच टीम अपने साथ कुछ सैंपल लेकर गई है जिनकी जांच देहरादून की लैब में होगी। टीम लगातार उज्जैन आती रहेगी आैर शिवलिंग में हो रहे बदलाव की जांच करेगी, जिससे उसके आकार में कोई परिवर्तन हुआ है उसका पता चल सके। 4 हफ्तों में टीम को अपनी जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपना है।
गणतंत्र दिवस : स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. डी.एस. राघव निदेशक, स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में डॉ. सत्येंद्र खरे, सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन के प्रिंसिपल, डॉ. नीलम सिंह, सेक्ट कॉलेज ऑफ बीएड की प्रिंसिपल और डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी, स्कोप पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुएl कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी.एस.राघव ने झन्डा फंहराया गया तथा विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनुशासन एवं कौशल का परिचय देते हुए आकर्षक परेड की प्रस्तुति दीl विद्यालय के बच्चों द्वारा शारीरिक व्यायाम के महत्व को प्रकट करते हुए मनमोहक पीटी प्रस्तुत की गई l
स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज, बी.एड कॉलेज, स्कोप प्रोफेशनल कॉलेज तथा स्कोप स्कूल के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं देश प्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीl कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उरी हमले पर आधारित नृत्य नाटिका तथा रानी लक्ष्मीबाई के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को चित्रित करता हुआ नृत्य गीत था। मुख्य अतिथि डॉ डीएस राघव ने अपने संबोधन में कहा कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ईमानदारी एवं पूर्ण निष्ठा के साथ करते हैं तो यही आज के समय में हमारी सच्ची देश सेवा है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहेंगे और उसके प्रति पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगेl
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