3 Storeys Review: मुंबई की चॉल में उलझे रिश्तों की कहानी बयां करता एक थ्रिलर ड्रामा

3 Storeys review: Thriller Drama with troubled relationships
3 Storeys Review: मुंबई की चॉल में उलझे रिश्तों की कहानी बयां करता एक थ्रिलर ड्रामा
3 Storeys Review: मुंबई की चॉल में उलझे रिश्तों की कहानी बयां करता एक थ्रिलर ड्रामा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। थ्रिलर ड्रामा "3 स्टोरीज" की स्क्रिप्ट जाने माने डायरेक्टर अलथिया कौशल ने लिखी है। वहीं डायरेक्टर अर्जुन मुखर्जी ने इस फिल्म से बॉलीवुड में डायरेक्शनल डेब्यू किया है। फिल्म में ऋचा, शरमन, पुलकित, शरमन जोशी और रेणुका लीड रोल में हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस रेणुका शहाणे लगभग 14 साल के बाद फिल्म "3 स्टोरीज" से वापसी कर रही हैं। 

कहानी

फिल्म की कहानी 3 अलग-अलग जिंदगियों के इर्द-गिर्द घूमती है। ये तीनों कहानियां एक ही चॉल में रहने वाले लोगों की है। कहानी मुंबई के मायानगर इलाके से शुरू होती है जहां रहने वालीं फ्लोरी मेंडोंसा (रेणुका शहाणे) को अपना घर बेचना है और उसकी खरीददारी के लिए सुदीप(पुलकित सम्राट) आते हैं। इसी के साथ फिल्म में आपको शंकर वर्मा (शरमन जोशी) और वर्षा (मसुमेह मखीजा) की लव स्टोरी देखने को मिलेगी, लेकिन वर्षा की शादी किसी और से हो जाती है। तीसरी कहानी रिजवान (दधि पांडे) के बेटे सुहेल (अंकित राठी) और मालिनी (आएशा अहमद) की लव स्टोरी है। खास बात है कि इन तीनों कहानियों का एक दूसरे से कनेक्शन है। इन सबके बीच लीला (ऋचा चड्ढा) का किरदार बड़ा ही दिलचस्प है। जिसके बारे में जानने के लिए आपको सिनेमाघरों की ओर रूख करना होगा।  

पटकथा और निर्देशन

अर्जुन मुखर्जी इस मूवी से बतौर डायरेक्टर डेब्यू कर रहे हैं, उनका पहला प्रयास अच्छा रहा। निर्देशन के लिहाज से फिल्म अच्छी है। तीनों कहानियों के बीच डायरेक्टर ने बहुत ही अच्छे तरह से सामंजस्य बिठाया है। पटकथा के लिहाज से फिल्म बेहतरीन है। रिश्तों के ताने बाने को बखूबी दर्शाने के साथ-साथ बहुत ही शार्प एडिटिंग भी की गई है। फिल्म का स्क्रीनप्ले बढ़िया है और कहानी सुनाने का ढंग अच्छा है।

अभिनय और संगीत

अभिनय के लिहाज से रेणुका शहाणे पूरी तरह से सरप्राइज करते हुए नजर आती हैं। वहीं शरमन जोशी, मसुमेह मखीजा, अंकित राठी, आयशा अहमद के साथ साथ पुलकित सम्राट भी अलग अंदाज में दिखाई देते हैं। पुलकित की अभिनय के हिसाब से यह सर्वश्रेष्ठ फिल्म है। वहीं अभिनेता दधि पांडे ने इस फिल्म में अंकित राठी के पिता का किरदार बढ़िया निभाया है। ऋचा चड्ढा का छोटा लेकिन सहज अभिनय है। फिल्म में बैकग्राउंड म्यूजिक काफी अच्छा है।

क्यों देखें

फिल्म की कहानी काफी सामान्य है, लेकिन तीनों कहानियों के बीच डायरेक्टर ने बहुत ही अच्छे तरह से सामंजस्य बिठाया है। तो अगर आप फिल्म की स्टारकास्ट के फैन हैं तो आप फिल्म देखने जा सकते हैं। हालांकि फिल्म लगभग 1 घंटे 40 मिनट की है और रफ़्तार काफी धीमी है।  

बॉक्स ऑफिस यह एक लो बजट फिल्म है जिसे मार्केटिंग और प्रमोशन के साथ 5 करोड़ में बना लिया गया है। इस फिल्म की अलग तरह की ऑडियंस के लिए है। फिल्म लगभग 350 स्क्रीन्स में रिलीज की जाने वाली है। इस वीकेन्ड में आप फैमिली के साथ इस तरह की फिल्म देख सकते हैं। 

Created On :   9 March 2018 2:05 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story