birth anniversary: जब एक्स गर्लफ्रेंड के घर के सामने से निकाली काका ने बारात, ऐसे थे राजेश खन्ना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले दिवंगत राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर को 1942 को अमृतसर (पंजाब) में हुआ था। राजेश खन्ना की आज 76वीं बर्थ एनिवर्सरी है। उनकी अदाकारी आज भी बेमिसाल और यादगार है। इंडस्ट्री में प्यार से लोग राजेश खन्ना को "काका" के नाम से बुलाते थे। राजेश ने फिल्मी करियर में एक के बाद एक हिट फिल्में देकर पूरे देश को अपना दीवाना बना दिया। लड़कियों पर राजेश खन्ना का जादू कुछ इस कदर सवार था कि आज भी वैसा जुनून शायद ही किसी हीरो को लेकर देखने को मिले। काका की दीवानी लड़कियां उनकी कार को चूम लिया करती थीं।
राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था। उनके अंकल ने फिल्मों में आने से पहले उनका नाम जतिन से बदलकर राजेश कर दिया था। परिवार के साथ मुंबई शिफ्ट होने के बाद राजेश खन्ना मुंबई के गिरगांव चौपाटी में रहते थे और वहीं स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई की। उनका स्कूल के दिनों से ही थिएटर की तरफ झुकाव था। वो अक्सर नाटकों में हिसा लिया करते थे। 60 के दशक की शुरुआत में राजेश खन्ना पहले ऐसे स्ट्रगल करने वाले न्यूकमर थे जो अपनी एमजी स्पोर्ट्स कार में बैठकर ऑडिशन देने जाया करते थे। उनके जन्मदिन पर बेटी ट्विंकल खन्ना ने ट्वीट किया और पिता की एक खास फोटो शेयर कर उन्हें याद किया।
As a toddler, I was convinced that all the truckloads of flowers that would arrive for his birthday were actually for me...#NowAndForever pic.twitter.com/Ky5JBPkR5J
— Twinkle Khanna (@mrsfunnybones) December 29, 2018
राजेश खन्ना ने मशहूर अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से विवाह किया। उनकी दो बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना हैं। राजेश खन्ना को 2013 में भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। फिल्मों के अलावा उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा और कांग्रेस से चुनाव लड़कर सांसद भी बने। राजेश खन्ना का देहांत 18 जुलाई 2012 को हुआ। अपने 40 साल के करियर में राजेश खन्ना ने 153 फिल्में की, उनमें 101 सोलो और 21 में मल्टी स्टारर वाली फिल्में हैं, लेकिन बाद में अमिताभ बच्चन ने "बॉलीवुड के एंग्री यंगमैन" बनकर एक तरह से खन्ना की जगह ले ली। फिल्मों में वो जितने रोमांटिक थे, असल जिंदगी में भी इतने ही रोमांटिक थे। आज भी जब उनको याद किया जाता है तो उनका एक डायलॉग जेहन में गूंज उठता है- "पुष्पा... आई हेट टियर्स"। उनके जन्मदिन पर जानते है कुछ खास किस्से...
हवा बदल सकती है लेकिन फैंस नहीं। आपको ये विज्ञापन शायद याद होगा। एक पंखे की कंपनी के लिए अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में राजेश खन्ना ने ये विज्ञापन किया था। उसमें भी उनका ये डायलॉग बड़ा फेमस हुआ था- बाबू मोशाय मेरे फैंस मुझसे कोई नहीं छीन सकता। इस विज्ञापन के दौरान ये शाम मस्तानी गाना बैकग्राउंड में बजता है।
राजेश खन्ना की फिल्मों के फ्लॉप होने और अमिताभ बच्चन की फिल्मों के हिट होने का दौर एक ही था। जंजीर से हिट फिल्मों का जो दौर शुरू हुआ वो काफी हद तक आज भी कायम है। इन दोनों अभिनेताओं की फिल्मों की कामयाबी में सलीम जावेद की दमदार कहानी का बड़ा रोल माना जाता है। ऐसे में कई लोग ये भी कहते हैं कि राजेश खन्ना के ट्रैंट्रम से नाराज होकर सलीम जावेद ने उनके मुकाबले अमिताभ बच्चन के लिए ज्यादा दमदार कहानियां लिखनी शुरू कर दी थी।
ये राजेश खन्ना के लिए लोगों की दीवानगी ही थी कि उनकी हर फिल्म चल रही थी। इसी आत्मविश्वास में एक बार उन्होंने दक्षिण के एक बड़े निर्माता की फिल्म साइन कर दी उससे पैसे भी ले लिए। बाद में जब फिल्म की कहानी उन्हें पता चली तो वो भ्रम में पड़ गए। फिल्म की कहानी मे कुछ भी ऐसा नहीं था जो उसके कामयाब होने का भरोसा दिलाता। अंत में राजेश खन्ना ने फिल्मी दुनिया की मशहूर जोड़ी सलीम-जावेद से गुजारिश की कि वो फिल्म की कहानी को ठीक कर दें। सलीम-जावेद ने कहानी में पहले से इस्तेमाल हाथी को छोड़कर लगभग पूरी फिल्म ही बदल दी। वो फिल्म थी हाथी मेरे साथी। जिसने जमकर बिजनेस किया।
आनंद फिल्म ने भले ही राजेश खन्ना के करियर को बहुत नाम और सम्मान दिया हो, लेकिन इस फिल्म से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी है। दरअसल इस फिल्म की शूटिंग के दौरान राजेश खन्ना बहुत ज्यादा व्यस्त थे। उस वक्त उनकी और भी कई फिल्मों की शूटिंग चल रही थी। ऐसे में उन्होंने आनंद के लिए ऋषिकेश मुखर्जी के साथ काम करने की हामी तो भर दी थी, लेकिन उन्हें समय की बड़ी दिक्कत हो रही थी। कहते हैं कि उस समय राजेश खन्ना ने अपने साथ एक असिसटेंट रखा था जो उन्हें फिल्म आनंद के गाने के बोल याद दिलाता रहता था।
सुपरस्टार राजेश खन्ना ने वो दिन भी देखे हैं जब उनसे ज्यादा पूछ उनके साथ काम कर रही हीरोइन की होती थी। फिल्म बहारों के सपने की शूटिंग के दौरान ब्रेक का वक्त था। इस फिल्म में आशा पारेख उनकी हीरोइन थीं। ब्रेक में जब दोनों कलाकार बैठे तो अचानक कुछ लोग सामने से आते दिखे। राजेश खन्ना को लगा कि ये भीड़ उनके ऑटोग्राफ लेने के लिए आ रही है लेकिन उन्हें झटका लगा जब सामने से आते लोग उनकी तरफ नहीं बल्कि आशा पारेख की तरफ चले गए। हालांकि इस भीड़ में कुछ लड़कियों ने बाद में राजेश खन्ना का ऑटोग्राफ भी लिया था।
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की शादी का किस्सा भी दिलचस्प है। डिंपल कपाड़िया दरअसल लंबे समय से राजेश खन्ना से मिलने का प्रयास कर रही थीं। वो रोज उनसे मिलने का समय मांगने के लिए फोन किया करती थीं। तब उनकी फिल्म बॉबी रिलीज हुई ही थी। एक दिन राजेश खन्ना के सहयोगी ने उन्हें डिंपल की लगातार आने वाली कॉल्स के बारे में बताया तो राजेश खन्ना ने अपने सहयोगी को डिंपल से अच्छी तरह बात करने की ताकीद दी थी।
राजेश खन्ना के बारे में ये बात मशहूर थी कि वो दुश्मनी भी जमकर निकालते थे। उनके जीवन का एक किस्सा बड़ा मशहूर है। ये उस रोज की बात है जब राजेश खन्ना की बारात निकल रही थी। राजेश खन्ना का विवाह डिंपल कपाड़िया से होने वाला था। यूं तो उन दोनों की उम्र में बड़ा अंतर था लेकिन राजेश खन्ना का स्टारडम उस वक्त अलग ही बुलंदियों पर था। बारात अपने तय रास्ते से गुजर रही थी। अचानक राजेश खन्ना को जाने क्या सूझा कि उन्होंने बारात का रास्ता ही बदल दिया। अब बारात पहले उस तरफ गई जहां लंबे समय तक राजेश खन्ना की गर्लफ्रेंड रहीं अंजू महेंद्रू का घर था और उन्होंने राजेश की शादी से कुछ वक्त पहले ही उनसे रिश्ता तोड़ा था।
अमिताभ बच्चन की जिंदगी पर लिखी किताब 'एक्सेलेंस: द अमिताभ बच्चन वे' के मुताबिक राजेश खन्ना अमिताभ की वक्त की पाबंदी का मजाक बनाते थे। उस दौर में राजेश खन्ना एक स्टार थे और अमिताभ बच्चन की गिनती उभरते अभिनेता के तौर पर होती थी। राजेश खन्ना सुपरस्टार थे तो उनके नखरे होना लाजमी हैं, वो सेट पर लेट आते और अपनी मर्जी से काम करते थे वहीं अमिताभ समय के पक्के थे।
Created On :   29 Dec 2018 11:16 AM IST