लक और टैलेंट से ही होता है लाइफ में कमाल- एक्टर शाहबाज खान
डिजिटल डेस्क, नागपुर। लक और टैलेंट दोनों का चोली दामन का साथ है। मेहनत भी जरूरी है, लेकिन लक साथ दे तो जिंदगी में कमाल हो जाता है। यह कहना है अभिनेता शाहबाज खान का। वे अपकमिंग मूवी ‘रक्तधार’ के प्रमोशन के लिए नागपुर आए थे। उनके साथ अभिनेता मुकेश ऋषि भी थे। नसीब पर भरोसा करने पर वाले सवाल का जवाब देते हुए मुकेश ऋषि ने कहा कि मेहनत जरूरी है। नसीब अपने आप काम करने लगता है। नागपुर से गहरा संबंध पर शाहबाज ने कहा कि नागपुर मेरी मातृभूमि तो नहीं है, लेकिन नागपुर में वे कई वर्ष रहे हैं। नागपुर की सड़कों पर वे घूमते थे, मस्ती करते थे, खाने का लुत्फ लेते थे। नागपुर आने पर उन्हें घर आने जैसा महसूस होता है।
दोनों ने साथ में शुरूकिया था कॅरियर
शाहबाज खान और मुकेश ऋषि ने बताया कि दोनों ने साथ में कॅरियर की शुरुआत की है। हाल ही में दोनों ने रामलीला भी साथ की। ‘रक्तधार’ फिल्म के बारे में शाहबाज ने कहा कि ये रिश्तों की कहानी है, जिसमें दो डॉन के बच्चों को प्यार हो जाता है। दोनों एक दूसरे से नफरत करते हैं। ये एक इंटरटेनिंग मूवी है। इसमें थर्ड जेंडर पर भी रोशनी डाली गई है।
फिटनेस जरूरी
शाहबाज ने कहा कि अभी उन्होंने टेलीविजन पर अभिनय करना थोड़ा कम किया है। जहां तक फिटनेस का सवाल है, तो शरीर का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। मुकेश ऋषि ने बताया कि वे एक स्पोर्ट्स पर्सन रहे हैं और जरूरी हैकि शरीर का ख्याल रखा जाए।
एक्टर का कसूर नहीं
नेपोटिज्म पर बोलते हुए मुकेश ने कहा कि वंशवाद की कोई बात ही नहीं है। यदिकिसी डॉक्टर का बेटा डॉक्टर बनता है, तो कुछ गलत नहीं है, वहीं एक्टर का बेटा एक्टर बनता है, तो क्या बुराई है। नेपोटिजम जैसा कोई शब्द हमने नहीं सुना है। मुकेश ने बतायाकि उन्होंने अपने बेटे को एक राह दिखाई है। यदि उसे अभिनेता बनना है तो बने। फिल्म ‘रक्तधार’ 6 अक्टूबर को प्रदर्शित हो रही है। फिल्म के कलाकारों में जिम्मी शर्मा, संचिता बनर्जी, शक्ति कपूर, मनीष खन्ना, सुप्रिया कार्णिक, अशोक बेनीवाल, शकु राणा और दीपशिखा नागपाल हैं।
Created On :   6 Oct 2017 6:04 PM IST