अक्षय कुमार की 'टॉयलेट' पर सेंसर बोर्ड को आपत्ति, 8 सीन काटने को कहा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अगर आपकी टॉयलेट से भी किसी को कोई प्रॉब्लम हो तो आपको कैसा लगेगा? इस बात को सोचकर आपको जैसा फील हो रहा है न, ठीक वैसा ही अक्षय कुमार को हो रहा होगा। क्योंकि "संस्कारी" कहे जाने वाले सेंसर बोर्ड को अब खिलाड़ी अक्षय की "टॉयलेट" से भी प्रॉब्लम हो गई है। सेंसर बोर्ड ने अक्षय की "टॉयलेट : एक प्रेम कथा" पर 8 कट लगाने को कहा है। आप यकीन नहीं मानेंगे कि सेंसर बोर्ड ने "सांड" जैसे शब्द पर भी आपत्ति जताई है और इसे फिल्म से हटाने को कहा है।
किस सीन्स पर सेंसर बोर्ड को आपत्ति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेंसर बोर्ड को पति-पत्नी के बीच हुआ मजाक भी पसंद नहीं आया। दरअसल, फिल्म के एक सीन में अक्षय कुमार अपनी पत्नी भूमि पेडनेकर से मजाक में कहते हैं कि तुमने मुझे तीन बार जगाया है, मैं कोई "सांड" हूं क्या? पति-पत्नी के बीच "सांड" का आना बोर्ड को रास नहीं आया। इसके अलावा एक सीन में "जनेऊ" को भी गलत तरीके से पेश किया गया है जिस पर भी सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताते हुए इसे फिल्म से हटाने को कहा है। इसके साथ ही फिल्म के 8 और सीन्स पर भी सेंसर बोर्ड की कैंची चली है।
फिल्म पर लग चुके स्क्रिप्ट चोरी के आरोप
"टॉयलेट एक प्रेम कथा" फिल्म के प्रोड्यूसर पर स्क्रिप्ट चोरी के आरोप लग चुके हैं। दरअसल पिछले साल फिल्ममेकर प्रवीण व्यास ने स्वच्छ भारत अभियान पर एक फिल्म "मानिनी" बनाई थी। प्रवीण व्यास का कहना हे कि इस फिल्म के प्रोड्यूसर ने उनकी फिल्म के कुछ सीन और डायलॉग हूबहू कॉपी किए हैं। हालांकि फिल्म के लेखकों का कहना है कि वो इस फिल्म पर 2012 से काम कर रहे हैं।
सत्य घटना पर आधारित है फिल्म
अक्षय की ये फिल्म अनीता नर्रे की रियल लाइफ पर बेस्ड है। अनीता ने शादी के बाद घर में टॉयलेट न होने की वजह से उन्होंने अपने पति को और ससुराल को छोड़ दिया था। अनीता बैतूल के जीतूढ़ाना गांव की रहने वाली हैं। ये फिल्म पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का मैसेज देने के लिए बनी है, और इसे 11 अगस्त को रिलीज किया जाएगा।
Created On :   9 Aug 2017 2:49 PM IST