सेंसरशिप के खिलाफ अंत तक लड़ाई लडूंगा : अनुराग कश्यप
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अनुराग कश्यप बॉलीवुड का एक ऐसा नाम है, जिसने अब तक कुछ अलग हटकर सिनेमा पेश किया। उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के उन चुनिंदा फिल्म निर्देशकों में गिना जाता है, जिन्होंने हमेशा सेंसर बोर्ड के खिलाफ जाकर खुले विचार वाला सिनेमा परोसा है। अनुराग इस बात की लड़ाई अपने करियर के शुरुआत से ही लड़ते आ रहे हैं। अनुराग ने फिल्म "हम आप के हैं कौन" का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह माधुरी दीक्षित ने इस फैमली ड्रामा फिल्म में जैसी साड़ी पहनी थी, वो इंडियन स्टेंडर्ड से थोड़ी डिफरेंट थी, लेकिन फिल्म देखने के बाद सभी को उस तरह की एक साड़ी चाहिए ही थी।
ऑनलाइन स्ट्रीमिंग से होगा बदलाव
हाल ही में अनुराह कश्यप की फिल्म लस्ट रिलीज हो गई है। इस फिल्म में चार अलग अलग कहानियों को दिखाया गया है, जिसका निर्देशन भी चार अलग-अलग निर्देशकों ने किया है। अनुराग कश्यप के अलावा इसे करण जौहर, जोया अख्तर और दिबाकर बनर्जी ने निर्देशित किया है। अनुराग कहते हैं कि ऑनलाइन स्ट्रीमिंग भारत में एक बड़ा बदलाव कर सकता है। उन्होंने कहा कि सेंसरशिप भारत में एक बड़ा पॉलिटिकल टूल है। सेंसरशिप लॉ में फेरबदल करने के लिए बड़े संवैधानिक बदलाव की जरूरत है।
नेटफ्लिक्स के जरिए लोगों तक पहुंचाई जा रही फिल्म
अनुराग की स्टोरी एक लेडी प्रोफेसर कालिंदी की कहानी है, जिसे राधिका आप्टे ने प्ले किया है। कहानी में राधिका अपने ही एक छात्र के साथ प्यार में पड़ जाती हैं और उसके साथ सेक्सुअली अटैच भी होती है। इस कहानी को लेकर अनुराग कहते हैं कि "देश में फिल्मों के प्रति बनी लोगों की मानसिकता को बदला जा सकता है।" बता दें कि फिल्म नेटफ्लिक्स के जरिए 130 मिलियन लोगों तक पहुंचाई जा रही है।
Created On :   15 Jun 2018 10:39 PM IST