Ashutosh Gowariker Birthday: फिल्मी परिवार से नहीं रखते ताल्लुक, पीरियड फिल्में बनाना है यूएसपी
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। बॉलीवुड के ऐसे डॉयरेक्टर जिनकी स्क्रिप्ट सुनकर आमिर खान जैसे सुपर स्टार ने फिल्म करने से मना कर दिया और साथ में यह भी कहा कि ये स्क्रिप्ट वे किसी को और को न सुनाए। इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और आमिर खान को ऐसी फिल्म करने के लिए राजी कर लिया। जिसके बॉक्स आफिस पर न चलने की उम्मीद ज्यादा थी।
हम बात कर हैं आशुतोष गोवारिकर और उनकी फिल्म लगान की। आशुतोष गोवारिकर का आज अपना 55 वां जन्मदिन मना रहे हैं। वे बॉलीवुड के कई चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे हैं। लगान जैसी महत्वपूर्ण फिल्म में काम करने के बाद वे खुद को बाहरी महसूस करते हैं। क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री में आने के लिए न तो उन्होंने कोई ट्रेंनिग ली और न ही कोई पढ़ाई की। उनके परिवार से भी कोई फिल्मो का हिस्सा नहीं रहा है। उनके पिता पुलिस ऑफिसर हैं जिन्हें फिल्मों का शौक रहा। पिता के इसी शौक के चलते आशुतोष ने फिल्मों में हाथ आजमाया। वे मुम्बई के मीठीबाई कॉलेज से पासआउट हैं और उनके पास केमिस्ट्री की डिग्री है। उनके अनुसार ऐतिहासिक फिल्में बनाना उनकी यूएसपी है।
इसलिए उन्होंने लगान जैसी फिल्मों पर काम किया। जब उन्होंने लगान की स्क्रिप्ट आमिर को सुनाई तो आमिर ने फिल्म करने से मना कर दिया। उसके बाद पांच महीने बाद उन्होंने फिर आमिर को स्क्रिप्ट सुनाई। जब आमिर ने दुबारा आशुतोष गोवारिकर की कहानी सुनी तो वे न नहीं कह पाए। इसके बाद लगान जैसी खूबसूरत के लिए बजट जुटाना सबसे बड़ी समस्या थी। ऐसे में आमिर खान द्वारा इस फिल्म को प्रोड्यूस किया गया।
इस फिल्म का से भुज पर लगाया गया और लोकेशन को रियलस्टीक दिखाने की कोशिश की गई। आशुतोष गोवारिकर हमेशा अपनी फिल्मों की लोकेशन रियल दिखाने की कोशिश करते हैं। ताकि लोग खुद को इससे कनेक्ट कर सके। उनकी फिल्म मोहन जोदाड़ों और जोधा अकबर में भी उन्होंने वहीं किया।
आशुतोष गोवारिकर जब लगान की शूटिंग कर रहे थे उस दौरान उनका एक्सीडेंट हो गया। उन्होंने फिल्म के कुछ हिस्से को लेटकर शूट किया था। आशुतोष गोवारिकर अपनी फिल्मों में कोई कसर नहीं छोड़ते। वे अपनी रियल कहानियों के लिए जाने जाते हैं। उनका रियल कहानियों के लिए प्रति लगाव और रियलस्टिक लोेकेशन पर शूट करने का जज्बा उन्हें औरो से अलग बनाता है।
सेट पर नहीं करते कोई कोम्प्रोमाईज़
आशुतोष अपनी फिल्म के साथ किसी भी तरह का कोई कोम्प्रोमाईज़ नहीं करते। फिल्म जोधा अकबर के समय आगरा के किले की ऊंचाई को 45 फीट से 70 फीट किया गया था। बजट के चलते उनकी पत्नी और आर्ट डायरेक्टर ने कहा था कि ऊंचाई कम ही रहने दें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
Created On :   15 Feb 2019 9:35 AM IST