बर्थडे स्पेशल: रोमांस किंग यश चोपड़ा, जिन्हें भूल पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। यश चोपड़ा हिंदी सिनेमा का वो नाम है, जिन्होंने बॉलीवुड परदे पर प्यार और रोमांस की नई इबारत लिखी। बॉलीवुड फिल्मों में रोमांस का जादू बिखेरने वाले यश चोपड़ा का आज जन्मदिन है। रोमांटिक फिल्मों के जादूगर कहलाने वाले यश चोपड़ा का जन्म 27 सितंबर 1932 को लाहौर में हुआ था। 80 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन यश चोपड़ा ने बॉलीवुड फिल्मों में रोमांस का ऐसा तड़का लगाया कि उनकी रूमानियत भरी फिल्मों, गानों के जरिए वो आज भी वो आज भी हमारे बीच जिंदा होने का अहसास करवाते हैं।
वैसे तो यश चोपड़ा की हर फिल्म यादगार है, लेकिन 1989 में चांदनी और 1991 में आई फिल्म लम्हे उनकी बेहतरीन फिल्में रहीं। फिल्म सिलसिला की रिलीज के लंबे समय बाद यश चोपड़ा फिर रोमांस की तरफ लौटे और नाच-गाने से भरपूर फिल्म बनाई चांदनी।श्रीदेवी, ऋषि कपूर की मुख्य भूमिका वाली ये फिल्म कामयाब रही। यश चोपड़ा ने खूबसूरत लोकेशंस को बखूबी परदे पर उतारा जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया। उनकी यादगार फिल्मों में लम्हे भी शामिल है, जिसमें उन्होंने अनिल कपूर और श्रीदेवी के जरिए बेहद अलग और इमोशनल कहानी को परदे पर उतारा। अनिल कपूर और श्रीदेवी को इस फिल्म के लिए अंतरार्ष्ट्रीय स्तर पर जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला।
यश चोपड़ा को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए। बालीवुड जगत से फिल्म फेयर पुरस्कार, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। 2001 में उन्हें भारत के सर्वोच्च सिनेमा सम्मान दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था । इसके अलावा भारत सरकार ने उन्हें 2005 में भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया। यश चोपड़ा अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए सबसे ज्यादा स्विट्जरलैंड को पसंद करते थे, 2010 में उन्हें स्विट्जरलैंड में एक अवॉर्ड से नवाजा गया था। स्विट्जरलैंड में उनके नाम से एक सड़क भी है, उन्हीं के नाम पर वहां एक ट्रेन भी चलाई गई है।
अमिताभ ही नहीं बॉलीवुड को रोमांटिक हीरो के तौर पर शाहरुख खान का दीदार भी यश चोपड़ा की बदौलत ही हुआ है। शाहरुख खान को रोमांस का किंग कहा जाता है, और उनके किंगमेकर थे यश चोपड़ा। यश चोपड़ा ने 1993 में फिल्म डर में शाहरुख को कास्ट कर रातों रात स्टार बना दिया था। डर में शाहरुख विलने की भूमिका में थे, लेकिन शाहरुख इस फिल्म से ही बॉलीवुड के किंग ऑफ रोमांस बनकर उभरे। 1997 में 'दिल तो पागल है', 2004 में 'वीरजारा' में शाहरुख की रोमांटिक हीरो की इमेज को चार चांद लगाएं, और ये सब हुआ किंग ऑफ रोमांस यश चोपड़ा के कारण ।
यश चोपड़ा ने कई सितारों का स्टारडम दिलाया । बॉलीवुड में बिग बी अमिताभ बच्चन को स्थापित करने का श्रेय भी यश चोपड़ा को ही जाता है। 1973 में 'दाग', 1975 में 'दीवार', 1976 में 'कभी-कभी', और 1978 में 'त्रिशूल' जैसी बेहतरीन फिल्मों में अमिताभ बच्चन को डायरेक्टर कर यश चोपड़ा ने बॉलीवुड में स्थापित कर दिया। यश चोपडा़ के साथ ही 1981 में आई फिल्म सिलसिला और 1984 में मशाल और 1988 में विजय फिल्म अमिताभ की हिट फिल्मों में शुमार हुईं और यश चोपड़ा को यादगार कर गई।
यश चोपड़ा को बॉलीवुड का रोमांस किंग कहा जाता है। उन्होंने हिंदी सिनेमा में रोमांस को कई रंगों में दिखाया। रोमांस को परदे पर बड़ी ही संजीदगी से रखने वाले यश चोपड़ा ने इंडस्ट्री को कई यादगार रोमांटिक फिल्में दीं।1976 में यश की रोमांटिक फिल्म ‘कभी कभी’ आज भी उनके चाहने वालों के दिल में मौजूद है।यश चोपड़ा ने प्यार-मोहब्बत का सिर्फ संजीदा भाव ही नहीं दिखाया बल्कि उन्होंने प्यार के जुनून, पागलपन को भी फिल्म डर और बाजीगर जैसी फिल्मों में एक अलग अंदाज में पेश किया। यश चोपड़ा ने प्यार में कुर्बानी की कहानी भी बेमिसाल तरीके से पेश की। 'दाग' और 'सिलसिला' जैसी फिल्में इसका बेहतरीन उदाहरण है।
सिल्वर स्क्रीन पर रोमांस की एक अलग परिभाषा गढ़ने वाले यश चोपड़ा ने अपने करियर की शुरूआत अपने भाई बीआर चोपड़ा के साथ बतौर को-डायरेक्टर शुरू की। बीआर चोपड़ा बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर थे। भाई के साथ मिलकर यश चोपड़ा ने नया दौर, एक ही रास्ता, और साधना जैसी फिल्में की। यश चोपड़ा ने डायरेक्टर पद की कमान संभाली 1959 में फिल्म धूल का फूल से । इसके बाद तो मानो बॉलीवुड को निर्देशन क्षेत्र का बादशाह मिल गया था। यश चोपड़ा का फिल्मी करियर पांच दशक से भी ज्यादा का रहा है, जिसमें उन्होंने 22 से ज्यादा फिल्में डायरेक्ट कीं और 51 फिल्में प्रोड्यूस कीं।
Created On :   27 Sept 2018 11:23 AM IST