मेर्सल में GST से मचा हंगामा, बीजेपी भड़की, राहुल ने कहा फिल्म में है तमिल कल्चर
डिजिटल डेस्क,चैन्नई। साउथ के मशहूर एक्टर विजय की तमिल फिल्म "मेर्सल" में खुलकर GST का जिक्र किया गया है, जिसपर बीजेपी ने आपत्ति जताई हैं और GST से संबधित सभी डायलॉग, सीन हटाने के लिए कहा हैं। केंद्रीय मंत्री पी राधाकृष्णन ने एक जुलाई को बीजेपी नेतृत्व वाली NDA सरकार से GST के बारे में गलत दृश्यों को हटाने की मांग की जबकि उनकी पार्टी के सहयोगी एच राजा ने दावा किया कि फिल्म से विजय की "मोदी विरोधी नफरत" उजागर हो गई। इधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के एक ट्वीट ने केंद्र सरकार को ओर चिढा दिया है। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए लिखा है कि मिस्टर मोदी सिनेमा में तमिल संस्कृति और भाषा की स्प्ष्ट झलक है।
आपको बता दें फिल्म मेर्सल में GST को गलत ठहराया गया हैं और इसके नुक्सान के बारे बात की गई है। एटली निर्देशित ये फिल्म 18 अक्टूबर को रिलीज हुई थी।केंद्रीय मंत्री राधाकृष्णन ने नागेरकोइल में मीडिया से बत करते हुए कहा कि, "निर्माता को फिल्म में GST पर गलत दृश्यों को हटा देना चाहिए। राधाकृष्णन ने कहा कि फिल्मों के जरिए गलत सूचना नहीं देनी चाहिए। उन्होंने एक्टर्स पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक्टर्स को भी फिल्मों के माध्यम का इस्तेमाल कर लोगों को भ्रमित नहीं करना चाहिए और ना ही राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास करना चाहिए।
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राधाकृष्णन के अलावा पार्टी के राज्य अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने गुरुवार को आरोप लगाया कि "मेर्सल" में जीएसटी के बारे में गलत जिक्र किया गया। सेलिब्रिटी को लोगों के बीच गलत सूचना प्रसारित करने से बचना चाहिए।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एच राजा ने कई ट्वीट कर एक्टर विजय पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा GST का जिक्र विजय के "अर्थशास्त्र के ज्ञान की कमी" को दर्शाता है।
उन्होंने आगे लिखा "ये गलत है कि सिंगापुर में चिकित्सकीय उपचार मुफ्त हैं। भारत में गरीबों के लिए शिक्षा एवं चिकित्सकीय उपचार मुफ्त है। "मेर्सल" सिर्फ विजय की मोदी विरोधी नफरत दर्शाती है।" उन्होंने कहा, "GST कोई नया कानून नहीं है।"
मामले पर फिल्म और एक्टर विजय के विरोध के साथ ही उनका समर्थन भी किया जा रहा हैं। "कबाली" फिल्म के निर्देशक पीए. रंजीत मर्सेल के समर्थन में उतर आए है और फिल्म के दृश्य हटाने की मांग कर रही बीजेपी पर ही सवाल खड़े दिए है।
वहीं माकपा के प्रांतीय सचिव जी रामकृष्णन ने चेन्नई में एक बयान में बीजेपी की आलोचना को "अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला" बताया। रंजीत ने कहा, "फिल्म से इन दृश्यों को हटाने की कोई जरूरत नहीं है। फिल्म में इस मुद्दे पर लोगों का विचार झलकता प्रतीत हो रहा है, क्योंकि इस दृश्य पर सिनेमाघरों में दर्शकों से भारी सराहना मिल रही है।" उन्होंने कहा कि नेताओं को इसे "जनता के मुद्दे" के तौर पर देखना चाहिए।
Created On :   21 Oct 2017 10:44 AM IST