चोपड़ा 10 साल पहले ही बताना चाहते थे कश्मीरी पंडितों के पलायन की कहानी

मुंबई, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म शिकारा, जो साल 1990 में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन की पृष्ठभूमि पर बनी है, भले ही इस साल फरवरी में रिलीज हुई। लेकिन वह एक दशक पहले इस घटना पर फिल्म बनाना चाहते थे।
चोपड़ा ने कहा, मैं एक दशक से अधिक समय से कश्मीरी पंडितों के पलायन की कहानी बताना चाहता हूं। मुझे खुशी है कि अंतत: मैं इस फिल्म के जरिए निर्वासन की अनकही कहानी को सामने ला सका।
शिकारा दो कश्मीरी पंडितों शिव और शांति की कहानी बताती है, जो 30 वर्षों से निर्वासन में रह रहे हैं।
उन्होंने कहा, शिकारा फिल्म के माध्यम से हमने यह संदेश फैलाने का लक्ष्य रखा कि यदि प्रेम खो जाता है तो कोई उम्मीद नहीं बचती। यह विकट परिस्थितियों में लचीलापन और प्रेम दर्शाने की कहानी है। अब हम सभी को एक अतिरिक्त खुराक की जरूरत है।
चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में नवोदित कलाकार आदिल खान और सादिया ने मुख्य भूमिका निभाई है।
शिकारा का अमेजन प्राइम वीडियो पर डिजिटल प्रीमियर लॉन्च हो चुका है।
Created On :   6 April 2020 6:31 PM IST